नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना का कहर लगातार जारी है. प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे है. अस्पताल में बेड ना होने के कारण कई लोग होम आइसोलेशन में ही अपना इलाज करा रहे हैं. होम आइसोलेशन में रहने के दौरान घर से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट का उचित तरीके से निस्तारण करना हमेशा से दिल्ली के तीनों निगमों के लिए एक चुनौती भरा कार्य रहा है. पूर्वी दिल्ली नगर निगम अब तक कोरोना से संक्रमित मरीजों के घर से कुल 305 टन बायो मेडिकल वेस्ट एकत्रित कर उन्हें स्वामी दयानंद अस्पताल में डिस्पोज कर चुका है.
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बायो मेडिकल वेस्ट की गई है विशेष व्यवस्था
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने के दौरान काफी ज्यादा मात्रा में बायोमेडिकल वेस्ट का उत्पादन होता है. बायो मेडिकल वेस्ट को उचित तरीके से डिस्पोज करना हमेशा से नगर निगम के लिए एक चुनौती रहा है क्योंकि इन्हें एकत्रित करने से लेकर इन्हें डिस्पोज करने तक में अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ती है.
लोगों के घरों से बायो मेडिकल वेस्ट एकत्रित करने के लिए कर्मचारियों को विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया गया है और उन्हें पीपीई किट से लेकर ग्लव्स, मास्क तक उपलब्ध कराए गए हैं. प्रतिदिन शाम में बायो मेडिकल वेस्ट उठाने वाले गाड़ी को सैनिटाइज किया जाता है और समय-समय पर सफाई कर्मचारियों की कोरोना टेस्ट कराई जाती है.
पूर्वी दिल्ली क्षेत्र से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट को स्वामी दयानंद अस्पताल में डिस्पोज़ किया जाता है. स्वामी दयानंद अस्पताल में बनाए गए डिस्पोजल प्लांट पर भी अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात किया गया है ताकि किसी प्रकार की दिक्कत ना हो.
हर संभव प्रयास कर रहा नगर निगम
अधिकारी ने आगे बताया कि अभी कठिन समय है. पूर्वी दिल्ली नगर निगम अपने स्तर पर लगातार प्रयास कर रहा है. होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के घर से प्रतिदिन बायोमेडिकल वेस्ट उठाया जा रहा है.इसके साथ ही निगम के कर्मचारियों द्वारा विभिन्न इलाकों को लगातार सैनिटाइज किया जा रहा है ताकि कोरोना के संक्रमण को रोका जाया जा सके.