ETV Bharat / state

रैन बसेरों और टॉयलेट कॉम्प्लेक्स की निगरानी के लिए डूसिब ने शुरू किया एकीकृत कंट्रोल रूम - डूसिब ने शुरू किया एकीकृत कंट्रोल रूम

दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (Delhi Urban Shelter Improvement Board) ने सोमवार को रैन बसेरों और टॉयलेट कॉम्प्लेक्स की निगरानी के लिए एकीकृत कंट्रोल रूम शुरू किया. शहरी विकास मंत्रालय के सचिव संजय गोयल ने इसका उद्घाटन किया.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Sep 12, 2022, 8:38 PM IST

Updated : Sep 12, 2022, 8:59 PM IST

नई दिल्ली : रैन बसेरों और टॉयलेट कॉम्प्लेक्स की मॉनिटरिंग के लिए दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड ( डूसिब) ने एकीकृत कंट्रोल रूम शुरू किया (DUSIB launches integrated control room). शहरी विकास मंत्रालय के सचिव संजय गोयल ने इसका उद्घाटन किया. इस मौके पर डूसिब के CEO के. महेश मौजूद रहे.

ये भी पढ़े:-स्पेशल: रैन बसेरों की सीटें हैं खाली, फिर भी बेघर लोग आने को नहीं तैयार

शिकायतें दूर कर भेजेंगे कम्प्लायंस रिपोर्ट : डूसिब के CEO के. महेश ने बताया कि रख-रखाव की समस्या से निपटने के लिए डूसिब (Delhi Urban Shelter Improvement Board) पुनर्वास भवन, आईपी इस्टेट में एकीकृत कंट्रोल रूम का निर्माण किया गया है. कंट्रोल रूम के 9871013284 नम्बर पर कॉल, वाट्सऐप, वीडियो, फ़ोटो और एसएमएस के माध्यम से रैन बसेरों, टॉयलेट कॉम्प्लेक्स और फ़्लड कंट्रोल सम्बंधित शिकायतें आएंगी. इन शिकायतों को 12 डिविज़न के फ़ील्ड अफ़सरों को भेजा जाता रहेगा. इन समस्याओं पर उस डिवीज़न में सम्बंधित इंजीनियर ज़रूरी कदम उठाकर समयानुसर जीओ टैग्ड फ़ोटो सहित कम्प्लायंस रिपोर्ट भेजते रहेंगे.

रैन बसेरों में रहने वालों की संख्या बढ़ेगी : दिल्ली में क़रीबन 66 फीसद लोग मोबाइल फ़ोन इस्तेमाल करते हैं (सेंसस 2011). रैन बसेरों में भी लोगों के पास मोबाइल फ़ोन रहते हैं. रैन बसेरों में रहने वाले कई लोग शिकायतें करने से हिचकिचाते हैं, ये सोचकर कि हमें सुविधा का इस्तेमाल करने नहीं दिया जाएगा. उम्मीद है कि इस कंट्रोल रूम पर कॉल/WhatsApp करने के अप्रत्यक्ष तरीक़े से सभी को निर्भय होकर शिकायत करने में मदद मिलेगी. खासकर उस समय जब डूसिब का विंटर ऐक्शन प्लान सक्रिय होगा और रैन बसेरों में लोग बढ़ते जाएंगे. सर्दियों में रैन बसेरों में रहने वाले लोगों में क़रीब 6879 से 12 हजार तक की वृद्धि हो सकती है. इसके लिए दिल्ली में 80 जगहों पर 300 पगोडा टेंट अस्थायी आश्रय के रूप में स्थापित किए जाएंगे.

24 घंटे सक्रिय रहेगा एकीकृत कंट्रोल रूम : एकीकृत कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय रहेगा और 8 अधिकारी हमेशा तैनात रहेंगे. ये टीम प्रवीर सिंह, डायरेक्टर, कंट्रोल रूम, डूसिब के अधीन काम करेगी. बता दें, डूसिब 675 सूचीबद्ध झुग्गी बस्तियों में 7 मूल सुविधाएं देता है. उन सुविधाओं में 673 जन सुविधा कॉम्प्लेक्स, (सामुदायिक टॉयलेट) को करीब 25 लाख दिल्ली वासी रोज़मर्रा की जिंदगी में बिना किसी शुल्क के 1 जनवरी 2018 से प्रयोग करते आ रहे हैं. इन टॉयलेट कॉम्प्लेक्स में 22 हजार 397 टॉयलेट सीटें हैं. दिल्ली के कुछ विधायकों से टॉयलेट के रख-रखाव से सम्बंधित कई शिकायतें डूसिब तक पहुंची हैं. इससे सक्रिय तरीके से निपटने के लिए आईपी इस्टेट में डूसिब के पुनर्वास भवन में एकीकृत कंट्रोल रूम का निर्माण किया गया है.

ये भी पढ़े:-हजरत निजामुद्दीन : रैन बसेरे में महिला के साथ छेड़छाड़, दो गिरफ्तार

नई दिल्ली : रैन बसेरों और टॉयलेट कॉम्प्लेक्स की मॉनिटरिंग के लिए दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड ( डूसिब) ने एकीकृत कंट्रोल रूम शुरू किया (DUSIB launches integrated control room). शहरी विकास मंत्रालय के सचिव संजय गोयल ने इसका उद्घाटन किया. इस मौके पर डूसिब के CEO के. महेश मौजूद रहे.

ये भी पढ़े:-स्पेशल: रैन बसेरों की सीटें हैं खाली, फिर भी बेघर लोग आने को नहीं तैयार

शिकायतें दूर कर भेजेंगे कम्प्लायंस रिपोर्ट : डूसिब के CEO के. महेश ने बताया कि रख-रखाव की समस्या से निपटने के लिए डूसिब (Delhi Urban Shelter Improvement Board) पुनर्वास भवन, आईपी इस्टेट में एकीकृत कंट्रोल रूम का निर्माण किया गया है. कंट्रोल रूम के 9871013284 नम्बर पर कॉल, वाट्सऐप, वीडियो, फ़ोटो और एसएमएस के माध्यम से रैन बसेरों, टॉयलेट कॉम्प्लेक्स और फ़्लड कंट्रोल सम्बंधित शिकायतें आएंगी. इन शिकायतों को 12 डिविज़न के फ़ील्ड अफ़सरों को भेजा जाता रहेगा. इन समस्याओं पर उस डिवीज़न में सम्बंधित इंजीनियर ज़रूरी कदम उठाकर समयानुसर जीओ टैग्ड फ़ोटो सहित कम्प्लायंस रिपोर्ट भेजते रहेंगे.

रैन बसेरों में रहने वालों की संख्या बढ़ेगी : दिल्ली में क़रीबन 66 फीसद लोग मोबाइल फ़ोन इस्तेमाल करते हैं (सेंसस 2011). रैन बसेरों में भी लोगों के पास मोबाइल फ़ोन रहते हैं. रैन बसेरों में रहने वाले कई लोग शिकायतें करने से हिचकिचाते हैं, ये सोचकर कि हमें सुविधा का इस्तेमाल करने नहीं दिया जाएगा. उम्मीद है कि इस कंट्रोल रूम पर कॉल/WhatsApp करने के अप्रत्यक्ष तरीक़े से सभी को निर्भय होकर शिकायत करने में मदद मिलेगी. खासकर उस समय जब डूसिब का विंटर ऐक्शन प्लान सक्रिय होगा और रैन बसेरों में लोग बढ़ते जाएंगे. सर्दियों में रैन बसेरों में रहने वाले लोगों में क़रीब 6879 से 12 हजार तक की वृद्धि हो सकती है. इसके लिए दिल्ली में 80 जगहों पर 300 पगोडा टेंट अस्थायी आश्रय के रूप में स्थापित किए जाएंगे.

24 घंटे सक्रिय रहेगा एकीकृत कंट्रोल रूम : एकीकृत कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय रहेगा और 8 अधिकारी हमेशा तैनात रहेंगे. ये टीम प्रवीर सिंह, डायरेक्टर, कंट्रोल रूम, डूसिब के अधीन काम करेगी. बता दें, डूसिब 675 सूचीबद्ध झुग्गी बस्तियों में 7 मूल सुविधाएं देता है. उन सुविधाओं में 673 जन सुविधा कॉम्प्लेक्स, (सामुदायिक टॉयलेट) को करीब 25 लाख दिल्ली वासी रोज़मर्रा की जिंदगी में बिना किसी शुल्क के 1 जनवरी 2018 से प्रयोग करते आ रहे हैं. इन टॉयलेट कॉम्प्लेक्स में 22 हजार 397 टॉयलेट सीटें हैं. दिल्ली के कुछ विधायकों से टॉयलेट के रख-रखाव से सम्बंधित कई शिकायतें डूसिब तक पहुंची हैं. इससे सक्रिय तरीके से निपटने के लिए आईपी इस्टेट में डूसिब के पुनर्वास भवन में एकीकृत कंट्रोल रूम का निर्माण किया गया है.

ये भी पढ़े:-हजरत निजामुद्दीन : रैन बसेरे में महिला के साथ छेड़छाड़, दो गिरफ्तार

Last Updated : Sep 12, 2022, 8:59 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.