नई दिल्ली: CAA को लेकर जामिया के छात्र पिछले कई दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस प्रदर्शन के दौरान बीते रविवार को काफी हिंसा भी हुई थी. हिंसा के बाद एक फोटो वायरल किया गया जिसमें माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की गई.
इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस के एक जवान का फोटो वायरल कर उसको एबीवीपी का कार्यकर्ता बताकर यह बताने की कोशिश की गई कि इस पूरी हिंसा में एबीवीपी के लोग शामिल थे, लेकिन अब उस का झूठ का पर्दाफाश हो गया है. ईटीवी भारत ने उस शख्स से एक्सक्लुसिव बातचीत की, जिसका फोटो वायरल किया गया था.
![Photo of Delhi Police jawan as ABVP viral in jamia protest](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/del-sed-03-jamiahinsa-vis-dl10010_18122019090952_1812f_1576640392_1071.jpg)
कांस्टेबल अरविंद का फोटो किया गया वायरल
जिस जवान का फोटो वायरल किया गया, उसका नाम कांस्टेबल अरविंद है. वह दिल्ली पुलिस के साउथ इस्ट जिले के एएटीएस में तैनात है. उस दिन कानून व्यवस्था को बरकार रखने के लिए उसको सिविल कपड़ों में तैनात किया गया था.
वायरल वीडियो के जरिए दिल्ली पुलिस के जवान को भरत शर्मा नाम का व्यक्ति बताकर वायरल किया गया था. भरत शर्मा को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का मेंबर बताया गया साथ ही आरएसएस से भी जुड़ा हुआ बताया गया था. जिसका पर्दाफाश दिल्ली पुलिस ने किया है.
'हिंसा के बाद कई फोटो वीडियो वायरल'
डीसीपी चिन्मय विश्वाल ने बताया 'इस हिंसा के बाद कई फोटो वीडियो वायरल किए गए जो सच नहीं था बिल्कुल झूठ था. इसीलिए हम अपील करेंगे कि लोग ऐसे झूठे वायरल फोटो वीडियो से अपने आपको अलग रखें और इस पर भरोसा ना करें और साथ ही कानून व्यवस्था बनाने में पुलिस का सहयोग करें'.
इस दौरान उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो में जिस जवान को एबीवीपी का कार्यकर्ता बताया जा रहा है वह हमारे दिल्ली पुलिस का जवान है और फिलहाल वह एएटीएस में तैनात है जिसका नाम कॉन्स्टेबल अरविंद है.