नई दिल्लीः दिल्ली विश्वविद्यालय (delhi university ) से संबद्ध विवेकानंद कॉलेज (विवेकानंद कॉलेज) में 12 एडहॉक शिक्षकों (adhoc teacher) की रीजॉइनिंग को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं, शिक्षकों के विरोध को देखते हुए डीयू ने विवेकानंद कॉलेज की प्रिंसिपल को छह माह का एक्सटेंशन देने से इनकार कर दिया ( Principal did not get extension) है.
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प्रिंसिपल को एक्सटेंशन नहीं मिलने से शिक्षकों में खुशी, वहीं विवेकानंद कॉलेज की प्रिंसिपल को एक्सटेंशन नहीं दिए जाने के फैसले को आम आदमी पार्टी समर्थित शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर एसोसिएशन के प्रभारी डॉ. हंसराज सुमन ने इस फैसले को शिक्षकों के हित में बताया है. उन्होंने बताया कि यूजीसी के नियम के अनुसार प्रिंसिपल का कार्यकाल पांच साल का होता है, पर विवेकानंद कॉलेज की प्रिंसिपल को पद पर आसीन हुए 5 साल से अधिक समय हो गया है.
12 एडहॉक शिक्षकों को हटाए जाने का चल रहा है विवाद
बता दें कि कॉलेज की गवर्निंग बॉडी ने प्रिंसिपल को छह माह का एक्सटेंशन देने का फैसला किया था. वहीं, डीयू ने इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी है. सूत्रों की माने तो इसके पीछे प्रिंसिपल के द्वारा 12 एडहॉक शिक्षकों को हटाया जाना कारण माना जा रहा है.