नई दिल्ली: डीयू में दाखिले की गहमागहमी के बाद अब चुनाव की गहमागहमी शुरू हो चुकी है. इन दिनों डीयू में छात्रसंघ की तैयारियां की जा रही हैं. वहीं डीयू शिक्षक संघ के चुनावों का भी ऐलान हो चुका है.
इसी महीने 29 अगस्त को डीयू शिक्षक संघ के चुनाव होने हैं. इस बार इसमें खास बात यह है कि इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस की तरफ से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार नहीं उतारा जा रहा है.
यह थोड़ा आश्चर्य चकित इसलिए भी है क्योंकि अधिकांश मौकों पर कांग्रेस समर्थित शिक्षक ही शिक्षक संघ के अध्यक्ष रहे हैं. लेकिन इस बार डीयू शिक्षक संघ के चुनाव में कांग्रेस समर्थित संगठनों एकेडमिक फॉर एक्शन एंड डेवलपमेंट (एएडी) और इंडियन नेशनल टीचर्स कांग्रेस (इंटक) ने किसी को अध्यक्ष पद के लिए नहीं उतारा है.
डूटा के पूर्व अध्यक्ष ने रखी अपनी बात
इस विषय पर जब हमने डूटा के पूर्व अध्यक्ष आदित्य नारायण से कहा कि, 'डीपीसीसी की तरफ से जब शिक्षक संघ के चुनाव के लिए उम्मीदवार चुना जाना था तो उन्होंने हमसे समर्थन की मांग की थी और हमने समर्थन देने को भी कहा था. लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी उनकी ओर से उम्मीदवार के लिए किसी का नाम चिन्हित नहीं किया गया. जिसके कारण हमने भी कैंडिडेट पद पर कोई उम्मीदवार नहीं सुनिश्चित किया.'
डीपीसीसी ने नहीं फाइनल किया उम्मीदवार का नाम
डूटा के पूर्व अध्यक्ष आदित्य नारायण का कहना था कि हमने डीपीसीसी के साथ की गई बैठक के बाद कई महीनों तक कैंडिडेट के नाम के ऐलान का इंतजार किया. लेकिन उनके तरफ से ढूलमूल और नकारात्मक रवैया दिखाया जाता रहा है.
हालांकि उनका कहना था कि उनकी तरफ से डूटा एग्जीक्यूटिव काउंसिल के लिए उम्मीदवार उतारे गए हैं जो कि चुनाव लड़ रहे हैं. जिस पर उन्हें उम्मीद है कि उनको छात्रों का समर्थन मिलेगा.