नई दिल्ली: एडहॉक के तौर पर पढ़ा रहे शिक्षकों को परमानेंट करने और काले कमेटी के फैसलों को लागू करने की मांग कर रहे दिल्ली विश्वविद्यालय टीचर एसोसिएशन ने बड़ा ऐलान किया है. एसोसिएशन ने उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन का बहिष्कार करने और जनवरी 2020 में यूनिवर्सिटी बंद करने का फैसला लिया है.
टीचर एसोसिएशन की बैठक में हुआ फैसला
दिल्ली विश्वविद्यालय टीचर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष आलोक रंजन पांडे ने बताया कि 28 अगस्त को दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश त्यागी ने मनमाने तरीके से एक पत्र जारी कर एडहॉक शिक्षकों की नियुक्ति पर रोक लगा दी है. इसके अलावा विश्वविद्यालय में सालों से प्रमोशन लंबित पड़े हैं, कई बार पत्र लिखकर इसकी मांग कर चुका हूं लेकिन अब तक कोई फैसला नहीं हुआ. ऐसे में सोमवार को एसोसिएशन ने मीटिंग बुलाकर ये फैसला लिया है कि आगामी परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का शिक्षक बहिष्कार करेंगे.
कई शिक्षक संगठनों का मिल रहा समर्थन
एसोसिएशन का दावा है कि उन्हें कई शिक्षक संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है. प्रोफेसर डॉ. आदित्य नारायण ने कहा कि मौजूदा सरकार शिक्षा का निजीकरण करना चाहती है, सरकार को नई शिक्षा नीति को तुरंत वापस लेना होगा. प्रोफेसर आदित्य ने कहा कि ऐसे समय में हमें एकजुट होना होगा.