नई दिल्ली: दिल्ली के एक और मुगल गार्डन का नाम अब बदल गया है. दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के नॉर्थ कैंपस स्थित मुगल गार्डन अब गौतम बुद्ध शताब्दी उद्यान के नाम से जाना जाएगा. दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से 27 जनवरी को जारी अधिसूचना में नाम बदले जाने के पीछे यह तर्क दिया है कि विश्वविद्यालय परिसर में स्थित यह उद्यान मुगल शैली का नहीं था, इसलिए उद्यान समिति ने इसका नाम बदलने का फैसला लिया है. इससे पहले दिल्ली के राष्ट्रपति भवन परिसर में स्थित मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान कर दिया था.
दिल्ली विश्वविद्यालय परिसर स्थित वायसराय लॉज के सामने स्थित उद्यान जिसे अब तक मुगल गार्डन के नाम से जाना जाता था, अब उसका नाम गौतम बुद्ध शताब्दी उद्यान कर दिया गया है. इस उद्यान में बीते 15 वर्षों से गौतम बुद्ध की प्रतिमा लगी हुई है. विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि उद्यान का निर्माण न तो मुगलों ने कराया था और न ही मुगल उद्यान शैली का था. आमतौर पर मुगल गार्डन ईरानी वास्तुकला पर आधारित होते हैं. जिनमें जल धाराओं के साथ-साथ फव्वारे और झरने होते हैं. बता दें कि इस उद्यान में मार्च महीने में प्रत्येक वर्ष पुष्प प्रदर्शनी आयोजित की जाती है.
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दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि दिल्ली विश्वविद्यालय में मौजूद उद्यान के मध्य गौतम बुद्ध की प्रतिमा के साथ उसका नाम गौतम बुध शताब्दी उद्यान करने को मंजूरी दे दी है. विश्वविद्यालय के कुलसचिव विकास गुप्ता ने कहा कि ध्यान समिति में लंबी चर्चा के बाद यह फैसला लिया है. गणतंत्र दिवस से ठीक पहले राष्ट्रपति भवन परिसर में स्थित मुगल गार्डन का नाम बदल दिया गया था.
दिल्ली वर्षों से भारत की राजधानी रही है. अंग्रेजों ने भी यहां पर औपनिवेशिक राजधानी बनाई. आजाद भारत में भी दिल्ली देश की राजधानी बनी रही. ऐसे में यहां विकास काफी हुआ है. यहां के पार्क ऐतिहासिक विरासत संभाले हुए हैं. ऐसे में तो दिल्ली में अनेकों पार्क हैं लेकिन एक दर्जन से अधिक पार्क कुछ खास तरह के बनाए गए हैं. जो काफी लोकप्रिय हैं. अवकाश का दिन हो या फिर कार्य दिवस इन पार्कों को देखने के लिए दिल्ली आने वाले पर्यटक भी जरूर जाते हैं. इनमें गार्डन ऑफ फाइव सेंसेज, सुंदर पार्क, लोधी गार्डन, जापानी पार्क, नेहरू पार्क, सेंट्रल पार्क शामिल है.
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