नई दिल्ली : प्रधानमंत्री की भतीजी के साथ हुई चेन स्नैचिंग की घटना के बाद से ही आम आदमी पार्टी लगातार कानून व्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर है. इसी क्रम में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. अजय कुमार ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
'शर्म करो भाजपा'
पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए डॉ. अजय कुमार ने दिल्ली की कानून व्यवस्था की बदहाल स्थिति को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि आजकल दो नारे सोशल मीडिया में खूब चल रहे हैं, एक यह कि 'दिल्ली की जनता पर बहुत हुआ अत्याचार, शर्म करो भाजपा के रसूखदार' और दूसरा, 'मां बहनों को बचाना है, तो दिल्ली पुलिस को सुधारना है.' बता दें कि बीती रात कमला नगर में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के साथ हुई छीना झपटी की घटना का जिक्र करते हुए अजॉय कुमार ने कहा कि दिल्ली पुलिस भारत सरकार के अधीन है, दिल्ली के सभी सांसद उनकी पार्टी से हैं, मनोज तिवारी हैं, जो हर चीज पर टिप्पणी करते हैं, लेकिन कानून व्यवस्था पर कुछ नहीं बोलते.
'संसद में आज तक एक सवाल नहीं'
उन्होंने यह भी कहा कि इन सांसदों ने दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर संसद में आज तक एक सवाल नहीं पूछा है. मैंने बहुत ढूंढने की कोशिश की लेकिन ऐसा एक वाक्या नहीं मिला, जब इन्होंने दिल्ली की विधि व्यवस्था को लेकर पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की हो. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की मांग है कि अपराधी चाहे कोई भी हो, किसी भी जाति या धर्म का हो, उसकी पहचान होनी चाहिए, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए.
'दिल्ली में दो तरह की पुलिस'
उन्होंने मांग की कि दिल्ली पुलिस इसका आंकड़ा सार्वजनिक करे कि अब तक कितने लोगों की गिरफ्तारी हुई है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की भतीजी का केस आया, तो 700 पुलिसवाले लगा दिए गए, 200 सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए. उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में दो तरह की पुलिस है, एक वो जो वीआईपी लोगों के लिए काम करती है और दूसरी वो जो आम आदमी पार्टी के नेताओं को परेशान करती है.
'पूरा दम प्रभावशाली लोगों को खुश करने में लगता है'
डॉ. अजय कुमार ने कहा कि इनका पूरा दम या तो प्रभावशाली लोगों को खुश करने में लगता है या फिर आम आदमी पार्टी के नेताओं पर एफआईआर करने में. दिल्ली सरकार द्वारा किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमने 40 हजार सीसीटीवी कैमरे लगा दिए हैं, पूरे डेढ़ लाख कैमरे लगने हैं, इसके बाद फिर अलग से कैमरे लगेंगे. 2 लाख स्ट्रीट लाइट्स लगा रहे हैं, लेकिन वे कुछ नहीं कर रहे, जिनके ऊपर इन सब की जिम्मेदारी है.