नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना का कहर जारी है. इसी बीच वेक्टर जनित बीमारियां जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया का सीजन आ रहा है. राजधानी दिल्ली में बीते हफ्ते इन बीमारियों का एक भी नया मामला सामने नहीं आया है, जिसके पीछे निगम कर्मचारियों की कड़ी मेहनत है. कोरोना काल में कैसे निगम कर्मचारी इन बीमारियों के लिए एक्सरसाइज कर रहे हैं, इसी का जायजा ईटीवी भारत की टीम ने लिया.
बुधवार को साउथ-ईस्ट दिल्ली के हरकेश नगर इलाके में डेंगू मलेरिया की रोकथाम के लिए साउथ एमसीडी के सेंट्रल जोन ने एक विशेष मुहिम चलाई. यहां जोन के जिला सेहत अधिकारी (डीएचओ), इंस्पेक्टर समेत तमाम कर्मचारियों ने लोगों को इन बीमारियों के प्रति जागरूक किया. साथ ही यहां छिड़काव किया गया.
'कोरोना काल में बदला ढंग'
जोन के डीएचओ वीऐन भगत ने बताया कि कोरोना के चलते कमर्चारियों ने ढंग जरूर बदला है, लेकिन इन बीमारियों का बचाव भी जरूरी है. ऐसे में कोरोना से कर्मचारियों को कम कर मॉनसून के मद्देनजर इन्हें मच्छरों का प्रजनन रोकने और एडल्ट मच्छरों को मारने के काम पर लगाया है.
'डिजिटल हुआ तरीका'
भगत बताते है कि पहले जहां आरडब्ल्यूए की मदद से ग्राउंड लेवल पर कर्मचारी घर जा-जाकर समझाते थे, उसे डिजिटल कर दिया गया है. अब मोबाइल एसएमएस और वेबसाइट के जरिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है. कोरोना के चलते चूंकि लोगों के घरों में जाने की इजाजत नहीं है. ऐसे में गलियों व नालियों में और बाहर रखे कुलरों में ही छिड़काव आदि किया जा रहा है.
नहीं रुकेगा काम
अधिकारी दावा करते हैं कि कोरोना के चलते निगम के कामों में परेशानी जरूर आ रही है. लेकिन इसका नुकसान आम लोगों को नहीं होने दिया जाएगा. मॉनसून के सीजन में डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां सबसे अधिक पनपती हैं. इन बीमारियों की रोकथाम के लिए इंटेंसिव अभियान चलाया जा रहा है और ग्राउंड लेवल पर निगम कर्मचारी लगातार काम कर रहे हैं.