नई दिल्ली: राजधानी के वसंत कुंज के सिंधी कैंप में आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. यहां पर दो बच्चों के मौत के बाद भी कुत्तों के हमले खत्म नहीं हुए हैं. इस बार फिर से आवारा कुत्तों ने एक बच्ची पर हमला किया है. गनीमत यह रही इस बार मासूम बच्ची की आवाज, उसके परिजनों ने सुन ली और उसकी जान बच गई. हालांकि इतने देर में खतरनाक कुत्तों ने 6 साल के मासूम बच्ची के शरीर पर कई जख्म दे दिए.
6 साल की मासूम इस बच्ची का नाम माही है, जिसके शरीर पर कुत्तों के काटने और खरोचने के कारण कई जख्म आए हैं. यहां एक बार फिर से इन आवारा कुत्तों ने कैप में रहने वाले बच्चों को शिकार बनाना शुरू कर दिया है. बताया गया कि घटना 26 मार्च सुबह लगभग 9 बजे की है. माही अपने छोटे भाई-बहन के साथ झुग्गी के पीछे शौच करने गई थी. इतने में जंगल में मौजूद आवारा कुत्तों ने माही पर हमला कर दिया. हमले के बाद माही की छोटी बहन जैसे-तैसे वहां से भागी. वहीं कुत्ते ने जब माही पर हमला किया तो वह शोर मचाने लगी.
इसके बाद माही के परिजन उसकी आवाज सुनते ही जंगल की तरफ दौड़े और आवारा कुत्तों को वहां से भगाया. इतनी ही देर में कुत्तों ने उसे कई जगह चोट पहुंचा दी. घटना के बाद मौके पर पुलिस बुलाई गई और माही को इलाज के लिए तुरंत अस्पताल भेजा गया. बताया गया कि प्राथमिक उपचार के बाद फिलहाल माही ठीक है. गौरतलब है कि इससे पहले भी कैंप में रहने वाले दो बच्चों की जान कुत्तों के काटने से जा चुकी है. उस घटना के बाद से प्रशासन और एमसीडी ने इलाके में कुत्तों को पकड़ने की कार्रवाई की लेकिन जो कुत्ते इन बच्चों को शिकार बना रहे हैं वो कैंप के पीछे जंगल में रहते हैं. इस घटना के बाद जंगल में थोड़ी छानबीन की गई तो पाया कि जो कुत्ते बच्चों पर हमले कर रहे हैं वह खुलेआम घूम रहे हैं और एमसीडी खानापूर्ति करने के लिए कैंप में घूमने वाले आवारा कुत्तों को ले जा रही है. लोगों की अपील है कि उन कुत्तों को पकड़ा जाए जो इन बच्चों को निशाना बना रहे हैं.
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