नई दिल्ली: मेट्रो के चौथे फेज के निर्माण कार्य के लिए विकासपुरी में पहली टनल बोरिंग मशीन को उतारा गया है. असेंबल होने के बाद आगामी नवंबर महीने से यहां पर भूमिगत टनल बनाने का काम शुरू किया जाएगा. इस जगह 1.4 किलोमीटर भूमिगत टनल बनाई जाएगी, जिस पर मैजेंटा लाइन मेट्रो चलेगी.
डीएमआरसी के मुख्य प्रवक्ता अनुज दयाल के अनुसार, मेट्रो के चौथे फेज में जनकपुरी पश्चिम से लेकर आरके आश्रम के बीच मेट्रो लाइन बन रही है. भूमिगत लाइन बनाने के लिए विकासपुरी में टनल बोरिंग का काम जल्द ही शुरू होने जा रहा है. इसके लिए टनल बोरिंग मशीन को गुरुवार को विकास पुरी में उतारा गया है. चौथे फेज में पहली बार इस मशीन को टनल बनाने के लिए उतारा गया है. 73 मीटर लंबी मशीन को उतारने के बाद जोड़ा जाएगा और फिर अगले माह से काम शुरू होगा. यहां पर दोनों तरफ विकास पुरी से कृष्णा पार्क एक्सटेंशन के बीच 1.4 किलोमीटर की टनल बनाई जाएगी.
15 महीने में बनकर तैयार होगी टनल
डीएमआरसी के अनुसार यहां पर टनल भूमि से 14 से 16 मीटर की गहराई पर बनाया जाएगा. इसमें कंक्रीट की 2040 रिंग लगाई जाएंगी. प्रत्येक टनल का डायमीटर 5.8 मीटर होगा. यहां पर टनल लगभग 15 महीने में बनकर तैयार होगी. यह टनल आउटर रिंग रोड पर बनेगी. फेज-4 में 27 किलोमीटर भूमिगत टनल बननी है. जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम के बीच 7.74 किलोमीटर भूमिगत लाइन बनाई जाएगी. इस लाइन पर फिलहाल बॉटनिकल गार्डन से जनकपुरी पश्चिम के बीच मैजेंटा लाइन चल रही है.
तीसरे फेज में बनी 50 किमी टनल
डीएमआरसी के अनुसार टनल बोरिंग मशीन भूमि के अंदर मेट्रो चलने के लिए टनल बनाने का काम करती है. यह मशीन मिट्टी से लेकर पत्थर को तोड़कर जगह बनाती है. इसकी सहायता से बिना ऊपरी सतह को छेड़े जमीन के भीतर टनल बनाई जाती है. शहरी क्षेत्र में खासतौर से इस मशीन का इस्तेमाल किया जाता है. फेज 1 से डीएमआरसी इसका इस्तेमाल कर रही है. फेज 3 में लगभग 50 किलोमीटर भूमिगत मेट्रो इसकी मदद से बनाई गई है. इसके लिए 30 टीबीएम मशीन लगाई गई थी.