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बाबा रामदेव के खिलाफ दरियांगज थाने में शिकायत, सुनिए क्या बोले DMA प्रेसिडेंट डॉ. ग्रेवाल

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Published : May 26, 2021, 5:36 PM IST

बाबा रामदेव द्वारा एलोपैथी के खिलाफ दिए गए बयान को लेकर अब दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (DMA) ने आपत्ति जाहिर की है. इसे लेकर DMA ने दिल्ली के दरियागंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है.

dma president dr gs grewal
DMA अध्यक्ष डॉक्टर जीएस ग्रेवाल

नई दिल्लीः स्वामी रामदेव द्वारा एलोपैथी के खिलाफ दिए गए बयान को लेकर गतिरोध तेज हो गया है, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के बाद अब दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (DMA) ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है. इसे लेकर दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने दरियागंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है. DMA के अध्यक्ष डॉक्टर जीएस ग्रेवाल ने बताया कि जल्द ही एक्शन कमेटी बनाई जाएगी, जिसके बाद बाबा रामदेव के खिलाफ आगे की कार्रवाई को लेकर काम करेंगे.

रामदेव के खिलाफ डीएमए ने दर्ज कराई शिकायत

डॉक्टर ग्रेवाल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि बाबा रामदेव ने अपने एक वक्तव्य के जरिए पूरे मेडिकल साइंस, डॉक्टर और सभी स्वास्थ्य कर्मियों का मजाक उड़ाया है, जिस पर लोग सालों से विश्वास करते हुए आ रहे हैं और इसी एलोपैथी के जरिए हजारों-लाखों लोग ठीक हो कर घर जा रहे हैं.

यह भी पढ़ेंः-डॉ. महेश कुड़ियाल बोले- बाबा रामदेव का बयान समाज में लोगों को बरगलाने वाला

डॉक्टर ने कहा कि उनके इस बयान से मेडिकल प्रोफेशन या मेडिकल साइंस को कोई फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन वह अपने इस तरीके के बयानों के जरिए आम जनता को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं. डॉक्टर ग्रेवाल ने कहा कि दुनिया भर से लोग एलोपैथी में विश्वास करते हैं और इलाज के लिए दूर-दूर से अस्पतालों तक आते हैं. उन्होंने कहा कि स्वामी रामदेव के बयान से उनके विश्वास को ठेस पहुंची है.

यह भी पढ़ेंः-दिल्ली एम्स के बाहर डॉक्टरों ने बाबा रामदेव के खिलाफ किया प्रदर्शन

'पहले भी कई बार एलोपैथी को लेकर दे चुके हैं बयान'

DMA की ओर से डॉक्टर ग्रेवाल ने कहा कि स्वामी रामदेव के द्वारा चलाए जा रहे इस प्रोपेगेंडा के खिलाफ देश भर के डॉक्टर एकजुट हुए हैं. उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब रामदेव एलोपैथी पर सवाल उठा रहे हैं, इससे पहले भी वह कई आपत्तिजनक बयान दे चुके हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि भले ही रामदेव अपने बयान को वापस लेने की बात कर रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी वह एलोपैथी को लेकर 25 सवाल पूछ रहे हैं. यानी कि उनकी ओर से एलोपैथी को लेकर बयानबाजी जारी है.

DMA ने की जल्द एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग

डॉक्टर ग्रेवाल ने बताया कि इन तमाम चीजों को लेकर दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने दिल्ली के दरियागंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है और अब हम न्यायपालिका के पास जाएंगे और ये मांग करेंगे कि जल्द ही इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाई जाए. उन्होंने कहा कि दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने इस पर एक्शन कमेटी बनाई है, जो यह सुनिश्चित करेगी कि किस तरीके से बाबा रामदेव के इन बयानों को लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

'सरकारी गाइडलाइन का पालन कर एलोपैथी डॉक्टर कर रहे इलाज'

डॉ. ग्रेवाल ने कहा कि हम आयुर्वेद का विरोध नहीं कर रहे हैं हम लोगों को यह सलाह नहीं दे रहे हैं कि कोरोना वायरस के दौरान वह सही खाना ना खाएं, समय पर अपना ध्यान रखना, योगा-व्यायाम आदि करना छोड़ दें. लेकिन एक महामारी के दौरान जो सही इलाज है, जिसके लिए सरकार की ओर से गाइडलाइंस जारी की गई है. वही इलाज डॉक्टर और सभी स्वास्थ्य कर्मी कर रहे हैं, उस पर किसी भी तरीके से सवाल खड़े नहीं किए जा सकते.

स्वामी रामदेव के 25 सवालों का दिया जवाब

दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन की ओर से पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट की ओर से पूछे गए 25 सवालों का भी जवाब दिया गया. डॉ. ग्रेवाल ने कहा कि जिन बीमारियों को लेकर स्वामी रामदेव दावा कर रहे हैं, उस तरीके का दावा पूरी तरह से गलत है. उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव ने डायबिटीज को लेकर दावा किया है, जबकि डायबिटीज जैसी बीमारी में मरीज को इंसुलिन देना आवश्यक होता है. शरीर में इंसुलिन नहीं बनता, इसीलिए बाहरी इंसुलिन शरीर में पहुंचाया जाता है.

नई दिल्लीः स्वामी रामदेव द्वारा एलोपैथी के खिलाफ दिए गए बयान को लेकर गतिरोध तेज हो गया है, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के बाद अब दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (DMA) ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है. इसे लेकर दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने दरियागंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है. DMA के अध्यक्ष डॉक्टर जीएस ग्रेवाल ने बताया कि जल्द ही एक्शन कमेटी बनाई जाएगी, जिसके बाद बाबा रामदेव के खिलाफ आगे की कार्रवाई को लेकर काम करेंगे.

रामदेव के खिलाफ डीएमए ने दर्ज कराई शिकायत

डॉक्टर ग्रेवाल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि बाबा रामदेव ने अपने एक वक्तव्य के जरिए पूरे मेडिकल साइंस, डॉक्टर और सभी स्वास्थ्य कर्मियों का मजाक उड़ाया है, जिस पर लोग सालों से विश्वास करते हुए आ रहे हैं और इसी एलोपैथी के जरिए हजारों-लाखों लोग ठीक हो कर घर जा रहे हैं.

यह भी पढ़ेंः-डॉ. महेश कुड़ियाल बोले- बाबा रामदेव का बयान समाज में लोगों को बरगलाने वाला

डॉक्टर ने कहा कि उनके इस बयान से मेडिकल प्रोफेशन या मेडिकल साइंस को कोई फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन वह अपने इस तरीके के बयानों के जरिए आम जनता को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं. डॉक्टर ग्रेवाल ने कहा कि दुनिया भर से लोग एलोपैथी में विश्वास करते हैं और इलाज के लिए दूर-दूर से अस्पतालों तक आते हैं. उन्होंने कहा कि स्वामी रामदेव के बयान से उनके विश्वास को ठेस पहुंची है.

यह भी पढ़ेंः-दिल्ली एम्स के बाहर डॉक्टरों ने बाबा रामदेव के खिलाफ किया प्रदर्शन

'पहले भी कई बार एलोपैथी को लेकर दे चुके हैं बयान'

DMA की ओर से डॉक्टर ग्रेवाल ने कहा कि स्वामी रामदेव के द्वारा चलाए जा रहे इस प्रोपेगेंडा के खिलाफ देश भर के डॉक्टर एकजुट हुए हैं. उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब रामदेव एलोपैथी पर सवाल उठा रहे हैं, इससे पहले भी वह कई आपत्तिजनक बयान दे चुके हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि भले ही रामदेव अपने बयान को वापस लेने की बात कर रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी वह एलोपैथी को लेकर 25 सवाल पूछ रहे हैं. यानी कि उनकी ओर से एलोपैथी को लेकर बयानबाजी जारी है.

DMA ने की जल्द एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग

डॉक्टर ग्रेवाल ने बताया कि इन तमाम चीजों को लेकर दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने दिल्ली के दरियागंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है और अब हम न्यायपालिका के पास जाएंगे और ये मांग करेंगे कि जल्द ही इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाई जाए. उन्होंने कहा कि दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने इस पर एक्शन कमेटी बनाई है, जो यह सुनिश्चित करेगी कि किस तरीके से बाबा रामदेव के इन बयानों को लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

'सरकारी गाइडलाइन का पालन कर एलोपैथी डॉक्टर कर रहे इलाज'

डॉ. ग्रेवाल ने कहा कि हम आयुर्वेद का विरोध नहीं कर रहे हैं हम लोगों को यह सलाह नहीं दे रहे हैं कि कोरोना वायरस के दौरान वह सही खाना ना खाएं, समय पर अपना ध्यान रखना, योगा-व्यायाम आदि करना छोड़ दें. लेकिन एक महामारी के दौरान जो सही इलाज है, जिसके लिए सरकार की ओर से गाइडलाइंस जारी की गई है. वही इलाज डॉक्टर और सभी स्वास्थ्य कर्मी कर रहे हैं, उस पर किसी भी तरीके से सवाल खड़े नहीं किए जा सकते.

स्वामी रामदेव के 25 सवालों का दिया जवाब

दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन की ओर से पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट की ओर से पूछे गए 25 सवालों का भी जवाब दिया गया. डॉ. ग्रेवाल ने कहा कि जिन बीमारियों को लेकर स्वामी रामदेव दावा कर रहे हैं, उस तरीके का दावा पूरी तरह से गलत है. उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव ने डायबिटीज को लेकर दावा किया है, जबकि डायबिटीज जैसी बीमारी में मरीज को इंसुलिन देना आवश्यक होता है. शरीर में इंसुलिन नहीं बनता, इसीलिए बाहरी इंसुलिन शरीर में पहुंचाया जाता है.

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