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दिल्ली के कनॉट प्लेस में 'दिवाली उत्सव' की शुरुआत, खादी स्टोर में मिट्टी के सामान की जबर्दस्त डिमांड

खादी एंपोरियम में ऐसे ही लोगों को जगह दी गई है, जिन लोगों ने लोकल फॉर वोकल के तहत अपने प्रॉडक्ट्स बनाए हैं. उन प्रोडक्ट्स को दीपावली से पहले इस महंगे शोरूम में जगह मिली है. इससे इन लोगों की जिंदगी में भी रोशनी आ सके. Diwali Utsav begins in Delhis Connaught Place, huge demand for clay items in Khadi stores

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 8, 2023, 3:06 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली के कनॉट प्लेस में 'दिवाली उत्सव' की शुरुआत हो गई है. पांच दिनों तक यह उत्सव चलेगा. खादी एंपोरियम में कुम्हार के बनाए हुए मिट्टी के दीये और मिट्टी से बने सामान की बिक्री हो रही है. यहां ऐसे ही लोगों को जगह दी गई है जिन लोगों ने लोकल फॉर वोकल के तहत अपने प्रॉडक्ट्स बनाए हैं. उन प्रोडक्ट्स को दीपावली से पहले इस महंगे शोरूम में जगह मिली है, जिससे इन लोगों की जिंदगी में भी रोशनी आ सके.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर लोकल फॉर वोकल' थीम पर ‘दिवाली उत्सव’ का आयोजन किया जा रहा है. खादी उत्पादों पर 20 प्रतिशत तक के विशेष छूट की व्यवस्था है. खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा दिल्लीवालों के लिए मंगलवार को पांच दिवसीय दीवाली उत्सव का शुभारंभ किया गया.

दिवाली पर लोकल उत्पाद खरीदने की अपील: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के अध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के 106वें एपिसोड में देशवासियों से अपील की थी कि इस बार दिवाली पर लोकल उत्पाद ही खरीदें. इस अपील से दिल्लीवासियों को जोड़ने के लिए यहां पर पांच दिन के ‘दिवाली उत्सव’ के अंतर्गत दिल्ली के लोकल उत्पादों की स्पेशल रेंज उपलब्ध करायी गई है. उन्होंने कहा कि केवीआईसी का प्रयास है कि अधिक से अधिक स्वदेश निर्मित उत्पाद आम लोगों तक पहुंचे, क्योंकि जब खादी के उत्पाद बिकते हैं तो ग्रामीण भारत में कार्यरत खादी के कारीगरों को आर्थिक मदद मिलती है.

कुम्हरों द्वारा निर्मित वस्तुओं को प्रमोट करने की पहल: खादी प्रेमियों के लिए हर बजट में लोकल उत्पाद यहां पर उपलब्ध है. 50 रुपये से लेकर 1000 रुपये की रेंज में कुम्हरों द्वारा निर्मित मिट्टी के दीये से लेकर लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, हस्तनिर्मित मिट्टी के मंदिर, ग्रामोद्योग और पीएमईजीपी यूनिटों द्वारा मिलेट से निर्मित उत्पाद, मोमबत्तियां, अगरबत्ती एवं खादी कारीगरों और डिजाइनरों द्वारा तैयार खादी जैकेट, खादी के अलग-अलग फैशनेबल परिधानों की स्पेशल रेंज यहां उपलब्ध है.

पिछले वित्त वर्ष में इतिहास रचते हुए खादी और ग्रामोद्योगी उत्पादों का कारोबार 1.34 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया, जबकि एक वित्तवर्ष में सर्वाधिक 9.54 लाख नये रोजगार सृजन का रिकॉर्ड बना है. उन्होंने बताया कि 2 अक्टूबर 2023 को गांधी जयंती के दिन दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित फ्लैगशिप खादी भवन में एक दिन में 1.52 करोड़ रुपये के खादी उत्पादों की बिक्री हुई है.

यह भी पढ़ें- Diwali 2023: दिल्ली में दिवाली से पहले महिलाओं को खूब भा रही लक्ष्मी गणेश और डॉल लुक वाली इयरिंग्स

नई दिल्ली: दिल्ली के कनॉट प्लेस में 'दिवाली उत्सव' की शुरुआत हो गई है. पांच दिनों तक यह उत्सव चलेगा. खादी एंपोरियम में कुम्हार के बनाए हुए मिट्टी के दीये और मिट्टी से बने सामान की बिक्री हो रही है. यहां ऐसे ही लोगों को जगह दी गई है जिन लोगों ने लोकल फॉर वोकल के तहत अपने प्रॉडक्ट्स बनाए हैं. उन प्रोडक्ट्स को दीपावली से पहले इस महंगे शोरूम में जगह मिली है, जिससे इन लोगों की जिंदगी में भी रोशनी आ सके.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर लोकल फॉर वोकल' थीम पर ‘दिवाली उत्सव’ का आयोजन किया जा रहा है. खादी उत्पादों पर 20 प्रतिशत तक के विशेष छूट की व्यवस्था है. खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा दिल्लीवालों के लिए मंगलवार को पांच दिवसीय दीवाली उत्सव का शुभारंभ किया गया.

दिवाली पर लोकल उत्पाद खरीदने की अपील: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के अध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के 106वें एपिसोड में देशवासियों से अपील की थी कि इस बार दिवाली पर लोकल उत्पाद ही खरीदें. इस अपील से दिल्लीवासियों को जोड़ने के लिए यहां पर पांच दिन के ‘दिवाली उत्सव’ के अंतर्गत दिल्ली के लोकल उत्पादों की स्पेशल रेंज उपलब्ध करायी गई है. उन्होंने कहा कि केवीआईसी का प्रयास है कि अधिक से अधिक स्वदेश निर्मित उत्पाद आम लोगों तक पहुंचे, क्योंकि जब खादी के उत्पाद बिकते हैं तो ग्रामीण भारत में कार्यरत खादी के कारीगरों को आर्थिक मदद मिलती है.

कुम्हरों द्वारा निर्मित वस्तुओं को प्रमोट करने की पहल: खादी प्रेमियों के लिए हर बजट में लोकल उत्पाद यहां पर उपलब्ध है. 50 रुपये से लेकर 1000 रुपये की रेंज में कुम्हरों द्वारा निर्मित मिट्टी के दीये से लेकर लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, हस्तनिर्मित मिट्टी के मंदिर, ग्रामोद्योग और पीएमईजीपी यूनिटों द्वारा मिलेट से निर्मित उत्पाद, मोमबत्तियां, अगरबत्ती एवं खादी कारीगरों और डिजाइनरों द्वारा तैयार खादी जैकेट, खादी के अलग-अलग फैशनेबल परिधानों की स्पेशल रेंज यहां उपलब्ध है.

पिछले वित्त वर्ष में इतिहास रचते हुए खादी और ग्रामोद्योगी उत्पादों का कारोबार 1.34 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया, जबकि एक वित्तवर्ष में सर्वाधिक 9.54 लाख नये रोजगार सृजन का रिकॉर्ड बना है. उन्होंने बताया कि 2 अक्टूबर 2023 को गांधी जयंती के दिन दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित फ्लैगशिप खादी भवन में एक दिन में 1.52 करोड़ रुपये के खादी उत्पादों की बिक्री हुई है.

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