नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में मिनिस्ट्री ऑफ सोशल जस्टिस एंड एंपावरमेंट ने दिव्य कला शक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया. मेजबानी पंडित दीनदयाल उपाध्याय नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ पर्सन फॉर फिजिकल डिसेबिलिटीज ने किया. इसमें देश के कोने कोने से दिव्यांग बच्चे और बड़े आए उन्होंने एक से बढ़कर एक रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति की.
दिव्य काला शक्ति एक ऐसा आयोजन है, जो दिव्यांग बच्चों एवं बड़ों के हुनर को दिखाता है. मिनिस्ट्री ऑफ सोशल जस्टिस एंड एंपावरमेंट ने इस कार्यक्रम की नींव 2019 में रखी गई थी, जिसे सबसे पहले राष्ट्रपति भवन में दिखाया गया था. उसके बाद इस कार्यक्रम की लोकप्रियता इतनी बढ़ी कि मंत्रालय ने इसे क्षेत्रीय स्तर पर पूरे भारत में दिखाने की योजना शुरू हो गई. अभी तक भारत के अलग-अलग राज्यों में इसे दिखाया गया है. 10 दिसंबर को दिल्ली में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें भारत के कई राज्यों से दिव्यांगजन आए और एक से बढ़कर एक शानदार कार्यक्रम की प्रस्तुति को दिखाए.
इनके हौसले और हुनर को देखकर यह कहना बेहद मुश्किल होगा कि यह सभी दिव्यांग है. यहां कोई आंखों से नहीं देख पाता वह सुरीली गाने गाता है. कोई कान से नहीं सुन पाए वह इशारों में डांस करता है, तो वहीं जिनके पैर नहीं है वह भी चेयर पर एक से बढ़कर एक करतब दिखाकर अपने हुनर को दिखाते हैं.
मुख्य अतिथि भारत सरकार के मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार मौजूद थे. इनके अलावा मंत्रालय के कई अधिकारी इस कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों के प्रस्तुति को देखने आए थे. इसको देखने के बाद भारत सरकार के मंत्री एवं मौजूद अधिकारियों ने कार्यक्रम में आए दिव्यांग बच्चों की जमकर सराहना की और बताया कि इसका उद्देश्य दिव्यांग बच्चों के हुनर को सबके सामने लाना है.
ये भी पढ़ें: 22 दिसंबर से शुरू होगा दिल्ली पुस्तक मेला, इन किताबों का है ट्रेंड
एक तरफ समाज में दिव्यांग बच्चों को कमजोर लाचार के दृष्टिकोण से देखा जाता है. वहीं, दूसरी तरफ एक ऐसा मंच जो सिर्फ इन्हीं के लिए बना है. कार्यक्रम में अपने हुनर को दिखाकर यह दिव्यांग बच्चे बेहद उत्साहित नजर आए. उन्होंने माना कि ऐसे कार्यक्रम उनके भविष्य के लिए बेहद अच्छा है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप