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टूलकिट मामला: दिशा रवि की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई शुरू

दिशा रवि की याचिका दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई शुरू हो चुकी है, जिसमें दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वह मीडिया सहित किसी भी तीसरे पक्ष के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर के संबंध में कोई भी जांच सामग्री लीक न करे.

disha ravi
दिशा रवि
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Published : Feb 19, 2021, 9:03 AM IST

Updated : Feb 19, 2021, 10:49 AM IST

नई दिल्लीः टूलकिट मामले को लेकर दिशा रवि की याचिका दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई शुरू हो चुकी है. कल यानी 18 फरवरी को कोर्ट ने दिल्ली पुलिस, एनबीएसए और कुछ न्यूज चैनलों को नोटिस जारी किया था. जस्टिस प्रतिभा सिंह की बेंच सुनवाई कर रही है. 18 फरवरी को सुनवाई के दौरान दिशा रवि की ओर से वकील अखिल सिब्बल ने कहा था कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ टीआरपी के लिए मीडिया नागरिकों के अधिकार का हनन कर रही है.

यह भी पढ़ेंः-टूलकिट मामला: दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी, मीडिया में जानकारी लीक करने का आरोप

इस पर दिल्ली पुलिस की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने मीडिया को कुछ भी लीक नहीं किया है. तब कोर्ट ने कहा कि हम नोटिस जारी कर रहे हैं. तब मेहता ने कहा कि हमारी तरफ से कोई सामग्री लीक नहीं हुई है, हम इस पर हलफनामा दायर कर सकते हैं. तब अखिल सिब्बल ने कहा था कि वे चाहें तो कुछ भी कह सकते हैं, लेकिन तथ्य कुछ और कह रहे हैं. दिशा रवि 13 को गिरफ्तार हुई और पुलिस ने सामग्री जब्त की.

सिब्बल ने कहा था कि मीडिया खुद कह रही है कि उसे पुलिस से रिकॉर्ड मिले हैं. आखिर उन्हें ये दस्तावेज कैसे मिल सकते हैं. तब मेहता ने कहा था कि मीडिया को कुछ भी शेयर नहीं किया गया है. यह याचिका मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए दायर किया गया है. तब सिब्बल ने कहा था कि 22 साल की युवती गिरफ्तार की गई है वो मीडिया को क्यों आकर्षित करना चाहेगी. तब कोर्ट ने कहा था कि हम इस पर विचार करेंगे. उसके बाद हाईकोर्ट ने मेहता का बयान रिकॉर्ड करते हुए उन्हें हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया.

कुछ न्यूज चैनलों पर कार्रवाई की मांग

दिशा रवि ने याचिका में मांग की है कि हाईकोर्ट पुलिस को निर्देश दे कि वो जांच से जुड़े तथ्य मीडिया को लीक न करें. दिशा रवि ने याचिका में मीडिया संस्थानों पर व्हाट्सएप चैट के हिस्सों को प्रकाशित करने पर रोक लगाने की मांग की है. याचिका में कुछ न्यूज चैनलों पर इस केस से संबंधित रिपोर्ट दिखाते समय उसकी निजता के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है. याचिका में कहा गया है कि कोर्ट सूचना और प्रसारण मंत्रालय को निर्देश जारी करे कि न्यूज चैनलों के खिलाफ कार्रवाई करें. न्यूज चैनलों ने जिस तरह की खबरें प्रसारित की है, उससे याचिकाकर्ता के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होता है.

यह भी पढ़ेंः-टूलकिट मामले में आरोपी दिशा रवि ने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया

मीडिया ट्रायल चलाने का आरोप

याचिका में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी गैरकानूनी तरीके से की है. उसे बेंगलुरु से बिना किसी ट्रांजिट रिमांड के दिल्ली लाया गया. याचिका में मीडिया संस्थानों पर मीडिया ट्रायल चलाने का आरोप लगाया गया है. पिछले 14 फरवरी को कोर्ट ने दिशा रवि को पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिशा रवि को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था.

टूलकिट को एडिट कर आगे बढ़ाने का आरोप

दिल्ली पुलिस का आरोप है कि दिशा रवि ने किसान आंदोलन से जुड़े उस डॉक्यूमेंट को शेयर किया, जिसे अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट किया था. दिशा पर टूलकिट नाम के उस डॉक्यूमेंट को एडिट करके उसमें कुछ चीजें जोड़ने और उसे आगे फॉरवर्ड करने का आरोप है.

क्या-क्या हैं आरोप

यह टूलकिट तब चर्चा में आया था, जब इसे अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए अपने ट्विटर एकाउंट पर साझा किया. उसके बाद पुलिस ने पिछले 4 फरवरी को एफआईआर दर्ज किया था. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए, 120ए और 153ए के तहत बदनाम करने, आपराधिक साजिश रचने और नफरत को बढ़ावा देने के आरोपों में एफआईआर दर्ज किया है.

नई दिल्लीः टूलकिट मामले को लेकर दिशा रवि की याचिका दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई शुरू हो चुकी है. कल यानी 18 फरवरी को कोर्ट ने दिल्ली पुलिस, एनबीएसए और कुछ न्यूज चैनलों को नोटिस जारी किया था. जस्टिस प्रतिभा सिंह की बेंच सुनवाई कर रही है. 18 फरवरी को सुनवाई के दौरान दिशा रवि की ओर से वकील अखिल सिब्बल ने कहा था कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ टीआरपी के लिए मीडिया नागरिकों के अधिकार का हनन कर रही है.

यह भी पढ़ेंः-टूलकिट मामला: दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी, मीडिया में जानकारी लीक करने का आरोप

इस पर दिल्ली पुलिस की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने मीडिया को कुछ भी लीक नहीं किया है. तब कोर्ट ने कहा कि हम नोटिस जारी कर रहे हैं. तब मेहता ने कहा कि हमारी तरफ से कोई सामग्री लीक नहीं हुई है, हम इस पर हलफनामा दायर कर सकते हैं. तब अखिल सिब्बल ने कहा था कि वे चाहें तो कुछ भी कह सकते हैं, लेकिन तथ्य कुछ और कह रहे हैं. दिशा रवि 13 को गिरफ्तार हुई और पुलिस ने सामग्री जब्त की.

सिब्बल ने कहा था कि मीडिया खुद कह रही है कि उसे पुलिस से रिकॉर्ड मिले हैं. आखिर उन्हें ये दस्तावेज कैसे मिल सकते हैं. तब मेहता ने कहा था कि मीडिया को कुछ भी शेयर नहीं किया गया है. यह याचिका मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए दायर किया गया है. तब सिब्बल ने कहा था कि 22 साल की युवती गिरफ्तार की गई है वो मीडिया को क्यों आकर्षित करना चाहेगी. तब कोर्ट ने कहा था कि हम इस पर विचार करेंगे. उसके बाद हाईकोर्ट ने मेहता का बयान रिकॉर्ड करते हुए उन्हें हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया.

कुछ न्यूज चैनलों पर कार्रवाई की मांग

दिशा रवि ने याचिका में मांग की है कि हाईकोर्ट पुलिस को निर्देश दे कि वो जांच से जुड़े तथ्य मीडिया को लीक न करें. दिशा रवि ने याचिका में मीडिया संस्थानों पर व्हाट्सएप चैट के हिस्सों को प्रकाशित करने पर रोक लगाने की मांग की है. याचिका में कुछ न्यूज चैनलों पर इस केस से संबंधित रिपोर्ट दिखाते समय उसकी निजता के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है. याचिका में कहा गया है कि कोर्ट सूचना और प्रसारण मंत्रालय को निर्देश जारी करे कि न्यूज चैनलों के खिलाफ कार्रवाई करें. न्यूज चैनलों ने जिस तरह की खबरें प्रसारित की है, उससे याचिकाकर्ता के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होता है.

यह भी पढ़ेंः-टूलकिट मामले में आरोपी दिशा रवि ने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया

मीडिया ट्रायल चलाने का आरोप

याचिका में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी गैरकानूनी तरीके से की है. उसे बेंगलुरु से बिना किसी ट्रांजिट रिमांड के दिल्ली लाया गया. याचिका में मीडिया संस्थानों पर मीडिया ट्रायल चलाने का आरोप लगाया गया है. पिछले 14 फरवरी को कोर्ट ने दिशा रवि को पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिशा रवि को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था.

टूलकिट को एडिट कर आगे बढ़ाने का आरोप

दिल्ली पुलिस का आरोप है कि दिशा रवि ने किसान आंदोलन से जुड़े उस डॉक्यूमेंट को शेयर किया, जिसे अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट किया था. दिशा पर टूलकिट नाम के उस डॉक्यूमेंट को एडिट करके उसमें कुछ चीजें जोड़ने और उसे आगे फॉरवर्ड करने का आरोप है.

क्या-क्या हैं आरोप

यह टूलकिट तब चर्चा में आया था, जब इसे अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए अपने ट्विटर एकाउंट पर साझा किया. उसके बाद पुलिस ने पिछले 4 फरवरी को एफआईआर दर्ज किया था. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए, 120ए और 153ए के तहत बदनाम करने, आपराधिक साजिश रचने और नफरत को बढ़ावा देने के आरोपों में एफआईआर दर्ज किया है.

Last Updated : Feb 19, 2021, 10:49 AM IST
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