ETV Bharat / state

स्कूलों की सुरक्षा पर शिक्षा निदेशालय का सख्त रवैया, DDE को दिए जांच के निर्देश

शिक्षा निदेशालय ने डीडीई को यह निर्देश जारी किए हैं कि वे सभी स्कूलों द्वारा न्यूनतम सुरक्षा मानक पर भेजी गई कंप्रिहेंसिव चेक लिस्ट के अनुसार स्कूलों का दौरा करें

स्कूलों की सुरक्षा पर शिक्षा निदेशालय का सख्त रवैया
author img

By

Published : Apr 29, 2019, 1:35 PM IST

नई दिल्ली : बीते दिनों ग्रेटर कैलाश पार्ट टू में स्थित केआर मंगलम स्कूल में भारी मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ पाए जाने की वजह से शिक्षा निदेशालय स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सचेत हो गया है.

इसको लेकर शिक्षा निदेशालय ने डीडीई को यह निर्देश जारी किए हैं कि वे सभी स्कूलों द्वारा न्यूनतम सुरक्षा मानक पर भेजी गई कंप्रिहेंसिव चेक लिस्ट के अनुसार स्कूलों का दौरा करें.

स्कूलों की सुरक्षा पर शिक्षा निदेशालय का सख्त रवैया

हर महीने सभी स्कूलों को कंप्रिहेंसिव चेक लिस्ट ऑनलाइन जमा करानी होती है. जिसमें सुरक्षा को लेकर 115 मानक तय किए गए हैं. वहीं शिक्षा निदेशालय ने मार्च में स्कूलों द्वारा सुरक्षा को लेकर भेजी गई रिपोर्ट की बुनियाद पर डीडीई को जांच के आदेश दिए हैं.

ये है मामला

⦁ बीते दिनों ग्रेटर कैलाश पार्ट टू में स्थित केआर मंगलम स्कूल में अचानक हुई छापेमारी में डीजल की टंकी पाई गयी थी. जिसे देखकर सरकारी विभाग की नींद उड़ गई.
⦁ सबक लेते हुए शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूलों में सुरक्षा को लेकर जमा की गई रिपोर्ट के आधार पर जांच शुरू कर दी है.
⦁ स्कूलों की सुरक्षा तय करने के लिए सरकार की तरफ से 115 न्यूनतम सुरक्षा मानक तय किए गए हैं. जिसे हर महीने स्कूलों को भरकर ऑनलाइन भेजना होता है.
⦁ वहीं शिक्षा निदेशालय की संज्ञान में यह बात आई है कि कई स्कूल के एचओएस ऐसे हैं जो सिर्फ खानापूर्ति के नाम पर यह फॉर्म जमा करते हैं.
⦁ स्कूलों के इस लापरवाह रवैया के पर शिक्षा निदेशालय ने डीडीई को स्वयं स्कूलों में जाकर उनके द्वारा मार्च महीने में जमा किए गए सुरक्षा मानक के आधार पर जांच करने के लिए कहा है.

सुरक्षा को लेकर तीन विकल्प किए गए तय

कंप्रिहेंसिव चेक लिस्ट स्कूलों की सुरक्षा संबंधित एक ऐसा प्रोफॉर्मा है. जिसमें न्यूनतम सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 115 सुरक्षा मानक तय किए गए हैं. वहीं इन सभी सुरक्षा मानकों के सामने तीन विकल्प रखे गए हैं -हां, नहीं और थोड़ा बहुत.

प्रोफॉर्मा में किया संशोधन

वहीं शिक्षा निदेशालय के संज्ञान में यह बात आई है कि जो काम अभी पूरा नहीं हुआ. उसको लेकर कई स्कूलों ने थोड़ा बहुत वाले विकल्प पर सही का निशान लगाकर ऑनलाइन रिपोर्ट जमा कर दी. लेकिन बाद में उसका कोई भी फॉलो अप नहीं हुआ.

इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार इस प्रोफॉर्मा में संशोधन करके कार्य कितना पूरा हुआ और किस तारीख को पूरा हुआ. इसके लिए भी जगह सुनिश्चित कर दी गई है. इस प्रोफॉर्मा में स्कूल के एचएस को भरना अनिवार्य होगा.

डीडीई को दिए निर्देश

शिक्षा निदेशालय ने डीडीई को यह निर्देश दिया है कि सभी स्कूलों का दौरा कर सब में पाई जाने वाली कॉमन गलती को निकालें उसके बाद सभी स्कूलों के एचओएस के साथ एक मीटिंग करें. जिसमें उन्हें सख्त हिदायत दी जाएगी. स्कूलों की सभी सुरक्षा तथ्यों की अच्छे से जांच पड़ताल करने के बाद ही कंप्रिहेंसिव चेक लिस्ट को भरा जाए. जिससे हर प्रकार से स्कूलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.

नई दिल्ली : बीते दिनों ग्रेटर कैलाश पार्ट टू में स्थित केआर मंगलम स्कूल में भारी मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ पाए जाने की वजह से शिक्षा निदेशालय स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सचेत हो गया है.

इसको लेकर शिक्षा निदेशालय ने डीडीई को यह निर्देश जारी किए हैं कि वे सभी स्कूलों द्वारा न्यूनतम सुरक्षा मानक पर भेजी गई कंप्रिहेंसिव चेक लिस्ट के अनुसार स्कूलों का दौरा करें.

स्कूलों की सुरक्षा पर शिक्षा निदेशालय का सख्त रवैया

हर महीने सभी स्कूलों को कंप्रिहेंसिव चेक लिस्ट ऑनलाइन जमा करानी होती है. जिसमें सुरक्षा को लेकर 115 मानक तय किए गए हैं. वहीं शिक्षा निदेशालय ने मार्च में स्कूलों द्वारा सुरक्षा को लेकर भेजी गई रिपोर्ट की बुनियाद पर डीडीई को जांच के आदेश दिए हैं.

ये है मामला

⦁ बीते दिनों ग्रेटर कैलाश पार्ट टू में स्थित केआर मंगलम स्कूल में अचानक हुई छापेमारी में डीजल की टंकी पाई गयी थी. जिसे देखकर सरकारी विभाग की नींद उड़ गई.
⦁ सबक लेते हुए शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूलों में सुरक्षा को लेकर जमा की गई रिपोर्ट के आधार पर जांच शुरू कर दी है.
⦁ स्कूलों की सुरक्षा तय करने के लिए सरकार की तरफ से 115 न्यूनतम सुरक्षा मानक तय किए गए हैं. जिसे हर महीने स्कूलों को भरकर ऑनलाइन भेजना होता है.
⦁ वहीं शिक्षा निदेशालय की संज्ञान में यह बात आई है कि कई स्कूल के एचओएस ऐसे हैं जो सिर्फ खानापूर्ति के नाम पर यह फॉर्म जमा करते हैं.
⦁ स्कूलों के इस लापरवाह रवैया के पर शिक्षा निदेशालय ने डीडीई को स्वयं स्कूलों में जाकर उनके द्वारा मार्च महीने में जमा किए गए सुरक्षा मानक के आधार पर जांच करने के लिए कहा है.

सुरक्षा को लेकर तीन विकल्प किए गए तय

कंप्रिहेंसिव चेक लिस्ट स्कूलों की सुरक्षा संबंधित एक ऐसा प्रोफॉर्मा है. जिसमें न्यूनतम सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 115 सुरक्षा मानक तय किए गए हैं. वहीं इन सभी सुरक्षा मानकों के सामने तीन विकल्प रखे गए हैं -हां, नहीं और थोड़ा बहुत.

प्रोफॉर्मा में किया संशोधन

वहीं शिक्षा निदेशालय के संज्ञान में यह बात आई है कि जो काम अभी पूरा नहीं हुआ. उसको लेकर कई स्कूलों ने थोड़ा बहुत वाले विकल्प पर सही का निशान लगाकर ऑनलाइन रिपोर्ट जमा कर दी. लेकिन बाद में उसका कोई भी फॉलो अप नहीं हुआ.

इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार इस प्रोफॉर्मा में संशोधन करके कार्य कितना पूरा हुआ और किस तारीख को पूरा हुआ. इसके लिए भी जगह सुनिश्चित कर दी गई है. इस प्रोफॉर्मा में स्कूल के एचएस को भरना अनिवार्य होगा.

डीडीई को दिए निर्देश

शिक्षा निदेशालय ने डीडीई को यह निर्देश दिया है कि सभी स्कूलों का दौरा कर सब में पाई जाने वाली कॉमन गलती को निकालें उसके बाद सभी स्कूलों के एचओएस के साथ एक मीटिंग करें. जिसमें उन्हें सख्त हिदायत दी जाएगी. स्कूलों की सभी सुरक्षा तथ्यों की अच्छे से जांच पड़ताल करने के बाद ही कंप्रिहेंसिव चेक लिस्ट को भरा जाए. जिससे हर प्रकार से स्कूलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.

Intro:पिछले दिनों ग्रेटर कैलाश पार्ट टू में स्थित केआर मंगलम स्कूल में भारी मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ पाए जाने की वजह से शिक्षण निदेशालय स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सचेत हो गया है. इसको लेकर शिक्षा निदेशालय ने डीडीई को यह निर्देश जारी किए हैं कि वे सभी स्कूलों द्वारा न्यूनतम सुरक्षा मानक पर भेजी गई कंप्रिहेंसिव चेक लिस्ट के अनुसार स्कूलों का दौरा करें. बता दें कि हर महीने सभी स्कूलों को कंप्रिहेंसिव चेक लिस्ट ऑनलाइन जमा करानी होती है. जिसमें सुरक्षा को लेकर 115 मानक तय किए गए हैं. वहीं शिक्षा निदेशालय ने मार्च में स्कूलों द्वारा सुरक्षा को लेकर भेजी गई रिपोर्ट की बुनियाद पर डीडीई को जांच के आदेश दिए हैं.


Body:पिछले दिनों ग्रेटर कैलाश पार्ट टू में स्थित केआर मंगलम स्कूल में अचानक हुई छापेमारी में डीजल की टंकी पाई गयी थी. जिसे देखकर सरकारी विभाग की नींद उड़ गई. इसी से सबक लेते हुए शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूलों में सुरक्षा को लेकर जमा की गई रिपोर्ट के आधार पर जांच शुरू कर दी है. बता दें कि स्कूलों की सुरक्षा तय करने के लिए सरकार की तरफ से 115 न्यूनतम सुरक्षा मानक तय किए गए हैं. जिसे हर महीने स्कूलों को भरकर ऑनलाइन भेजना होता है. वहीं शिक्षा निदेशालय की संज्ञान में यह बात आई है कि कई स्कूल के एचओएस ऐसे हैं जो सिर्फ खानापूर्ति के नाम पर यह फॉर्म जमा करते हैं स्कूलों के इस लापरवाह रवैया के प्रति शक्ति दिखाते हुए शिक्षा निदेशालय ने डीडीई को स्वयं स्कूलों में जाकर उनके द्वारा मार्च महीने में जमा किए गए सुरक्षा मानक के आधार पर जांच करने के लिए कहा है

बता दें कि कंप्रिहेंसिव चेक लिस्ट स्कूलों की सुरक्षा संबंधित एक ऐसा प्रोफॉर्मा है. जिसमें न्यूनतम सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 115 सुरक्षा मानक तय किए गए हैं. वहीं इन सभी सुरक्षा मानकों के सामने तीन विकल्प रखे गए हैं -हां, नहीं और थोड़ा बहुत. वहीं शिक्षा निदेशालय के संज्ञान में यह बात आई है कि जो काम अभी पूरा नहीं हुआ. उसको लेकर कई स्कूलों ने थोड़ा बहुत वाले विकल्प पर सही का निशान लगाकर ऑनलाइन रिपोर्ट जमा कर दी. लेकिन बाद में उसका कोई भी फॉलो अप नहीं हुआ इसी को ध्यान में रखते हुए. इस बार इस परफॉर्मा में संशोधन करके कार्य कितना पूरा हुआ और किस तारीख को पूरा हुआ. इसके लिए भी जगह सुनिश्चित कर दी गई है जो इस परफॉर्मा में स्कूल के एचएस को भरना अनिवार्य होगा

साथ ही शिक्षा निदेशालय ने डीडीई को यह निर्देश दिया है कि सभी स्कूलों का दौरा कर सब में पाई जाने वाली कॉमन गलती को निकालें उसके बाद सभी स्कूलों के एचओएस के साथ एक मीटिंग करें जिसमें उन्हें सख्त हिदायत दी जाएगी. स्कूलों की सभी सुरक्षा तथ्यों की अच्छे से जांच पड़ताल करने के बाद ही कंप्रिहेंसिव चेक लिस्ट को भरा जाए जिससे हर प्रकार से स्कूलों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.