नई दिल्ली: भारत में इस साल के पहले चक्रवाती तूफान 'मोचा' के आने की आहट सुनाई देने लगी है. इसके चलते भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है. आशंका जताई जा रही है कि यह साल 2022 में आए असानी की तरह तबाही मचा सकता है. इस बारे में आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि 8 मई को अंडमान-निकोबार में बारिश होगी. साथ ही कुछ अन्य जगहों पर भी भारी बारिश भी होने की संभावना है. इस दौरान 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हवाएं चल सकती हैं. वहीं, 10 मई को हवा की रफ्तार 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. इस तूफान का असर अंडमान निकोबार द्वीप पर ज्यादा देखा जाएगा.
आईएमडी ने पहले से ही मछुआरों, छोटे जहाज, नावों और पर्यटकों को दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी से दूर रहने की सलाह दी गई है. इसके अलावा टूरिज्म, शिपिंग एवं अन्य गतिविधियों को 8-11 मई तक रेगुलेट करने की सलाह दी गई है. तूफान को देखते हुए वहां पहुंच रहे पर्यटकों को अलर्ट कर दिया गया है और मछुआरों को समुद्र के किनारे से हटने के निर्देश दिए गए हैं.
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आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि 12 मई को तूफान पश्चिम बंगाल और अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर पहुंचेगा. मौजूदा स्थितियों को देखते हुए अनुमान लगाया गया है कि चक्रवात भारत के दक्षिण तटीय क्षेत्रों, ओडिशा और दक्षिण-पूर्व गंगीय पश्चिम बंगाल से होकर गुजरेगा. इसके बाद यह तूफान बांग्लादेश और म्यांमार तट पर पहुंचेगा.
उन्होंने बताया कि हम इसे लगातार मॉनिटर कर रहे है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के बाद अधिकारियों से उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की गई और तैयारियों का जायजा लिया गया है. ओडिशा के साथ ही पश्चिम बंगाल के सभी जिलों को अलर्ट पर रखा गया है और राज्य में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को आपात स्थितियों के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है.
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