ETV Bharat / state

अगले तीन साल में दिल्ली में होगा डबल डेकर फ्लाईओवर ! - delhi

राजधानी दिल्ली में डबल डेकर फ्लाईओवर बनाने पर सरकार विचार कर रही है. इसके लिए लोक निर्माण विभाग को जरूरी निर्देश भी दिए गए हैं

अगले तीन साल में दिल्ली में होगा डबल डेकर फ्लाईओवर !
author img

By

Published : Mar 4, 2019, 3:17 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी में डबल डेकर फ्लाईओवर का सपना जल्द ही साकार हो सकता है. सिग्नेचर ब्रिज से डीएनडी तक अलग से डबल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने को लेकर दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ने लोक निर्माण विभाग को प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है.

दिल्ली सरकार ने लोक निर्माण विभाग से कहा है कि इस योजना के तहत अलग से एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जाए. जिसमें जगह की उपलब्धता के हिसाब से फ्लाईओवर को डबल डेकर बनाया जा सके. फ्लाई ओवर का कितना हिस्सा डबल डेकर बनाया जा सकता है इसकी संभावना तलाशने के लिए मंत्री ने विभाग को निर्देश दिया है.

अगले तीन साल में दिल्ली में होगा डबल डेकर फ्लाईओवर !

ऊपर तेज रफ्तार गाड़ियां तो नीचे चलेंगी कम स्पीड वाली गाड़ियां
प्रस्तावित डबल डेकर फ्लाईओवर के ऊपर के भाग में तेज रफ्तार बड़े वाहन चलेंगे. जबकि नीचे कम रफ्तार वाले वाहन चलेंगे. सिग्नेचर ब्रिज से फिहलाल रिंग रोड, सलीम गढ़ बाईपास को हनुमान मंदिर से लेकर आईटीओ तक ही एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जाना था. मगर लोक निर्माण विभाग के मंत्री सत्येंद्र जैन ने स्पष्ट तौर पर कहा कि योजना रिंग रोड से अलग बनाई जाए. नया रोड पूरी तरह एलिवेटेड कॉरिडोर होगा जिसमें जगह की उपलब्धता के हिसाब से डबल डेकर बनाया जाएगा.

3 साल में तैयार हो सकता है डबल डेकर फ्लाईओवर
लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी कहते हैं कि परियोजना को लेकर कोई तकनीकी अड़चन नहीं है. फिर भी विभाग अध्ययन की प्राथमिक रिपोर्ट तैयार करा कर इसे यूटीपैक (यूनाइटेड ट्रैफिक एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्लैनिंग एंड इंजीनियरिंग) को भेजेगा. वहां से परमिशन मिलते ही डबल डेकर फ्लाईओवर निर्माण के लिए प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जाएगा. कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद 3 साल के अंदर डबल डेकर फ्लाईओवर का निर्माण हो सकता है.

undefined

बताते चले कि रिंग रोड पर वाहनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए दिल्ली सरकार ने यमुना पर बने सिग्नेचर ब्रिज से आईटीओ से होते हुए डीएनडी तक एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का फैसला किया है. सरकार की योजना के अनुसार इस कॉरिडोर की लंबाई करीब 12 किलोमीटर होगी. पूर्व में तैयार किए गए प्रस्ताव के अनुसार इस कॉरिडोर के दो लिंक रोड आईटीओ और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 9 के पास हैं इसे जोड़ा जाएगा. इस कॉरिडोर पर एक भी लालबत्ती नहीं होगी. इसे डीएनडी से और बारापूला से जोड़ा जाएगा इससे लोगों को सिग्नेचर ब्रिज से और नोएडा के लिए सिग्नल फ्री कॉरिडोर मिल सकेगा.

नई दिल्ली: राजधानी में डबल डेकर फ्लाईओवर का सपना जल्द ही साकार हो सकता है. सिग्नेचर ब्रिज से डीएनडी तक अलग से डबल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने को लेकर दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ने लोक निर्माण विभाग को प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है.

दिल्ली सरकार ने लोक निर्माण विभाग से कहा है कि इस योजना के तहत अलग से एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जाए. जिसमें जगह की उपलब्धता के हिसाब से फ्लाईओवर को डबल डेकर बनाया जा सके. फ्लाई ओवर का कितना हिस्सा डबल डेकर बनाया जा सकता है इसकी संभावना तलाशने के लिए मंत्री ने विभाग को निर्देश दिया है.

अगले तीन साल में दिल्ली में होगा डबल डेकर फ्लाईओवर !

ऊपर तेज रफ्तार गाड़ियां तो नीचे चलेंगी कम स्पीड वाली गाड़ियां
प्रस्तावित डबल डेकर फ्लाईओवर के ऊपर के भाग में तेज रफ्तार बड़े वाहन चलेंगे. जबकि नीचे कम रफ्तार वाले वाहन चलेंगे. सिग्नेचर ब्रिज से फिहलाल रिंग रोड, सलीम गढ़ बाईपास को हनुमान मंदिर से लेकर आईटीओ तक ही एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जाना था. मगर लोक निर्माण विभाग के मंत्री सत्येंद्र जैन ने स्पष्ट तौर पर कहा कि योजना रिंग रोड से अलग बनाई जाए. नया रोड पूरी तरह एलिवेटेड कॉरिडोर होगा जिसमें जगह की उपलब्धता के हिसाब से डबल डेकर बनाया जाएगा.

3 साल में तैयार हो सकता है डबल डेकर फ्लाईओवर
लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी कहते हैं कि परियोजना को लेकर कोई तकनीकी अड़चन नहीं है. फिर भी विभाग अध्ययन की प्राथमिक रिपोर्ट तैयार करा कर इसे यूटीपैक (यूनाइटेड ट्रैफिक एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्लैनिंग एंड इंजीनियरिंग) को भेजेगा. वहां से परमिशन मिलते ही डबल डेकर फ्लाईओवर निर्माण के लिए प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जाएगा. कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद 3 साल के अंदर डबल डेकर फ्लाईओवर का निर्माण हो सकता है.

undefined

बताते चले कि रिंग रोड पर वाहनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए दिल्ली सरकार ने यमुना पर बने सिग्नेचर ब्रिज से आईटीओ से होते हुए डीएनडी तक एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का फैसला किया है. सरकार की योजना के अनुसार इस कॉरिडोर की लंबाई करीब 12 किलोमीटर होगी. पूर्व में तैयार किए गए प्रस्ताव के अनुसार इस कॉरिडोर के दो लिंक रोड आईटीओ और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 9 के पास हैं इसे जोड़ा जाएगा. इस कॉरिडोर पर एक भी लालबत्ती नहीं होगी. इसे डीएनडी से और बारापूला से जोड़ा जाएगा इससे लोगों को सिग्नेचर ब्रिज से और नोएडा के लिए सिग्नल फ्री कॉरिडोर मिल सकेगा.

Intro:नई दिल्ली. आने वाले समय में दुनिया के विकसित देशों के कुछ शहरों में बने डबल डेकर फ्लाईओवर का सपना दिल्ली में भी साकार हो सकता है. सिग्नेचर ब्रिज से डीएनडी तक अलग से डबल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने को लेकर दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ने लोक निर्माण विभाग को प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है.


Body:लोक निर्माण विभाग से कहा है कि योजना के तहत अलग से एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव तैयार करें. जिसमें जगह की उपलब्धता के हिसाब से फ्लाईओवर को डबल डेकर बनाया जा सके. फ्लाई ओवर का कितना हिस्सा डबल डेकर बनाया जा सकता है इसकी संभावना तलाशने के लिए मंत्री ने विभाग को निर्देश दिया है.

ऊपर तेज़ रफ़्तार की गाड़ियां और नीचे कम रफ्तार की चलेंगी गाड़ियां

प्रस्तावित डबल डेकर फ्लाईओवर के ऊपर के भाग में तेज रफ्तार बड़े वाहन चलेंगे. जबकि नीचे कम रफ्तार वाले वाहन चलेंगे. सिग्नेचर ब्रिज विभाग से वर्तमान में रिंग रोड, सलीम गढ़ बाईपास को हनुमान मंदिर से लेकर आईटीओ तक ही एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जाना था. मगर लोक निर्माण विभाग के मंत्री सत्येंद्र जैन ने स्पष्ट तौर पर कहा कि योजना रिंग रोड से अलग बनाई जाए. नया रोड पूरी तरह एलिवेटेड कॉरिडोर होगा जिसमें जगह की उपलब्धता के हिसाब से डबल डेकर बनाया जाएगा.

लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी कहते हैं कि परियोजना को लेकर कोई तकनीकी अड़चन नहीं है. फिर भी विभाग अध्ययन की प्राथमिक रिपोर्ट तैयार करा कर इसे यूटीपैक (यूनाइटेड ट्रैफिक एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्लैनिंग एंड इंजीनियरिंग) को भेजेगा. वहां से स्वीकृति मिलते ही डबल डेकर फ्लाईओवर निर्माण के लिए प्रस्ताव कैबिनेट में लाया जाएगा. कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद 3 साल के अंदर डबल डेकर फ्लाईओवर का निर्माण हो सकता है.

बता दें कि रिंग रोड पर वाहनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए दिल्ली सरकार ने यमुना पर बने सिग्नेचर ब्रिज से आईटीओ से होते हुए डीएनडी तक एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का फैसला किया है. सरकार की योजना के अनुसार इस कॉरिडोर की लंबाई करीब 12 किलोमीटर होगी. पूर्व में तैयार किए गए प्रस्ताव के अनुसार इस कॉरिडोर के दो लिंक रोड आईटीओ और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 9 के पास हैं इसे जोड़ा जाएगा. इस कॉरिडोर पर एक भी लालबत्ती नहीं होगी. इसे डीएनडी से और बारापूला से जोड़ा जाएगा इससे लोगों को सिग्नेचर ब्रिज से और नोएडा के लिए सिग्नल फ्री कॉरिडोर मिल सकेगा.

समाप्त, आशुतोष झा


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.