नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच जहां सरकार ने एहतियातन लॉक डाउन लगाया है, वहीं जरूरी सेवाएं अब भी जारी हैं. लोग घरों में हैं ऐसे में रसोई गैस की जरूरत बढ़ी है. ऐसे में रसोई गैस (एलपीजी) की सप्लाई कोरोना की दूसरी लहर से कितनी प्रभावित हुई और किस तरह सप्लायर व ग्राहक सावधानी बरत रहे हैं.
इसको लेकर ईटीवी भारत ने बात की एलपीजी उपभोक्ता और सिलिंडर डिलीवर करने वालों से, जिनका कहना था कि पूरी सावधानी के साथ सिलिंडर बांटे जा रहे हैं. वहीं ग्राहक खुश हैं कि महामारी में भी उन्हें सिलिंडर मिलने में देरी नहीं हो रही है.
पढ़ें- दिल्ली के कोरोना अस्पतालों में 1858 आईसीयू/वेंटिलेटर बेड खाली, पढ़ें पूरी खबर...
गैस एजेंसी की सर्विस से ग्राहक खुश
महामारी के दौरान लोग घरों में सिमट गए हैं ऐसे में जाहिर सी बात है कि रसोई गैस की जरूरत में भी बढ़ोतरी हुई है. लॉकडाउन के इस समय में गैस डिलीवरी लेते समय ग्राहक क्या सावधानियां बरत रहे हैं और उन्हें गैस की डिलीवरी समय पर मिल रही है या नहीं या गैस एजेंसी उन्हें परेशान कर रहे हैं, इन तमाम बातों को लेकर ईटीवी भारत ने एलपीजी उपभोक्ताओं से बात की.
ज्यादातर ग्राहक गैस एजेंसियों से खुश ही नजर आए. उनका कहना है कि गैस बुकिंग के दो दिन के अंदर ही सिलेंडर उन्हें डिलीवर कर दिए जाते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि इस दौरान वह खासा ध्यान रखते हैं कि कोविड-19 को लेकर हर तरह की सावधानी बरतें.
ग्राहकों ने बताया कि पहले सिलेंडर वाला घर में सिलेंडर रख जाता था लेकिन अब वह गेट के बाहर ही सिलेंडर छोड़ जाता है उसे पूरी तरह से सैनिटाइज करने के बाद ही वह खुद सिलेंडर अपने घर लेकर जाते हैं.
पढ़ें- NCERT पहली क्लास की कविता सोशल मीडिया पर वायरल, शिक्षकों ने बताया बेवजह का विवाद
सभी एहतियात बरतते हुए घरों तक पहुंचा रहे हैं सिलेंडर
इस दौरान सिलेंडर डिलीवर करने वाले डिलीवरी बॉयज को क्या परेशानी हो रही है इस संबंध में ईटीवी भारत ने उनसे भी बात की. डिलीवरी बॉयज का कहना था कि एजेंसियां उन्हें इस दौरान पूरा सहयोग दे रही हैं और उन्हें भी अपनी रोजी रोटी मिल रही है इस बात से उन्हें संतुष्टि है.
उन्होंने बताया कि एजेंसी की तरफ से उन्हें मास्क, ग्लव्स और सैनिटाइजर दिए जा रहे हैं. वही उन्हें यह निर्देशित किया गया है कि सिलेंडर डिलीवर करते समय ग्राहक को फोन कर घर के बाहर बुलाते हैं और सिलेंडर का दाम लेकर वहीं से लेकर चले आते हैं. ग्राहकों के घर में फिलहाल वह किसी तरह से प्रवेश नहीं कर रहे हैं.
रोजी रोटी है तो हर घर में सिलेंडर देना होता है
डिलीवरी बॉयज को उन घरों में भी सिलेंडर देने होते हैं जहां का परिवार को कोरोना से संक्रमित है. ऐसे में उनका कहना है कि रोजी रोटी है इसलिए उन्हें जाना पड़ता है हालांकि वह पूरा एहतियात बरतते हैं और बाहर ही सिलेंडर छोड़कर चले आते हैं जहां से ग्राहक खुद उसे अपने घर ले जाते हैं.
साथ ही उन्होंने कहा कि जिनके घर तीसरी या चौथी मंजिल पर होते हैं या जो सिलेंडर उठाने में सक्षम नहीं है उनके घरों में भी वह सिलेंडर पहुंचा देते हैं.
पढ़ें- जामिया के छह विद्यार्थी पीएम रिसर्च फेलोशिप के लिए चयनित
गैस की डिमांड में कमी से जल्दी हो रही है डिलीवरी
इस पूरे मामले को लेकर इंडेन गैस एजेंसी के एक संचालक से भी जानने की कोशिश की गई गैस वितरण को लेकर उनकी क्या स्थिति रही तो उन्होंने बताया कि इस समय बहुत सारे लोग अपने प्रदेशों को वापस लौट गए हैं, जिसके चलते गैस की डिमांड कम हो गई है और यही कारण है कि गैस बुकिंग करने पर डिलीवरी की सुविधा लोगों को जल्दी मिल रही है.
उन्होंने कहा कि पूरी कोशिश की जा रही है कि ग्राहक जब भी गैस की बुकिंग करें उसके अगले दिन ही सिलेंडर उसके घर तक पहुंचा दिया जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि जितने भी सिलेंडर ले जाने वाले डिलीवरी बॉयज हैं उन्हें मास्क, ग्लव्स और सैनिटाइजर मुहैया कराए जा रहे हैं और पेमेंट भी अधिक डिजिटल मोड से हो रही है जिससे संक्रमण के खतरे को कम से कम किया जा सके.