नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में छठ महापर्व पर सियासत जारी है. पक्ष और विपक्ष दोनों ही तरफ से बयानबाजी की जी रही है. दिल्ली में छठ की तैयारियों को लेकर एक बार फिर भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोला है. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा एवं सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की सरकार आस्था और संस्कृति के प्रतीक छठ पर्व की व्यवस्थाएं बाधित कर रही है.
केजरीवाल सरकार कर रही राजनीति: दिल्ली प्रदेश मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने पत्रकार वार्ता को संचालित किया. वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आस्था और परंपरा के प्रतीक छठ पूजा की तैयारियों के नाम पर अरविंद केजरीवाल सरकार सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. 1993 में जब स्वर्गीय मदन लाल खुराना की सरकार बनी तबसे छठ पूजा दिल्ली के अंदर बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई जाने लगी, लेकिन अरविंद केजरीवाल के सत्ता में आने के बाद हर बार छठ के नाम पर पूर्वांचलियों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
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हिंदू विरोधी नीति का विरोध: सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली के लोग आज भी यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर छठ महापर्व को बाधित करने में केजरीवाल सरकार इतनी रुचि क्यों रखती है. अगर यमुना प्रदूषित होने का मुख्य कारण अरविंद केजरीवाल छठ महापर्व को बता रहे हैं तो फिर यह उनकी मूर्खता की पराकाष्ठा है. जिन शहरों में गंगा, ब्रह्मपुत्र और अन्य नदियां बहती है तो वहां छठ उत्सव के बाद स्थिति में बदलाव क्यों नहीं आता.
तिवारी ने कहा कि छठ महापर्व के गानों में भी इसकी आस्था और परंपरा का उल्लेख होता है. यमुना में गंगाजल और गाय का दूध की जगह आज केमिकल और नाले का गंदा पानी प्रवाहित किया जा रहा है. भाजपा केजरीवाल के हिंदू विरोधी नीति का विरोध करती है. अगर हिंदुओं के आस्था के साथ अरविंद केजरीवाल सरकार खिलवाड़ करती रहेंगी तो इसे भाजपा बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि आने वाले 2025 के चुनाव में दिल्ली में भाजपा की सरकार बनेगी और तब दिवाली एवं छठ जैसे हिंदू पर्व परम्परागत हर्षोल्लास से मनाया जायेगा और प्रदूषण की स्थिति भी पहले से बेहतर होगी.
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