नई दिल्ली: दिल्ली वाले यातायात नियमों का धड़ल्ले से उल्लंघन करते हैं. इस पर यातायात पुलिस ने जमकर चालान भी काटे हैं. इसके बावजूद लोगों पर इसका कोई असर नहीं होता है. लिहाजा नियमों के उल्लंघन में कोई कमी नहीं आती है और साल दर साल चालानों की संख्या बढ़ती जाती है. अगर पिछले दो सालों में दिल्ली में हुए यातायात नियमों के उल्लंघन की बात करें तो दिल्ली में वर्ष 2021 की किसकी तुलना में 2022 में यातायात नियमों का उल्लंघन कई गुना बढ़ा है.
2021 में यातायात पुलिस ने जहां छह लाख 83 हजार 373 लोगों के चालान काटे तो वहीं 2022 में 10 लाख 31 हजार 373 लोगों के चालान काटे गए हैं. इस तरह आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2021 की तुलना में 2022 में करीब डेढ़ गुना अधिक यातायात नियमों का उल्लंघन हुआ. उल्लंघन के अलग-अलग मामलों की बात करें तो दिल्ली वालों में सबसे अधिक चालान दोपहिया वाहन चालकों द्वारा हेलमेट न पहनने पर काटे गए हैं. इसके बाद दूसरे नंबर पर वाहन का प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र (पीयूसीसी) न होने पर कटने वाले चालानों की संख्या है. तीसरे नंबर पर लेन उल्लंघन करने वाले वाहन चालक हैं. वहीं, चौथे नंबर पर नो एंट्री में वाहन चलाने पर काटे गए चालानों की संख्या है.
वर्ष 2021 में काटे गए चालानों की संख्या
उल्लंघन के प्रकार | चालान |
खतरनाक ड्राइविंग | 48968 |
बिना लाइसेंस | 28992 |
बिना हेलमेट | 2,67,553 |
बिना पीयूसीसी | 1,21,545 |
बिना परमिट | 23,584 |
तीन सवारी | 13,343 |
नो एंट्री में प्रवेश | 51,995 |
लेन का उल्लंघन | 67022 |
नाबालिग द्वारा ड्राइविंग | 32 |
बिना हेलमेट सवारी | 18,432 |
प्रेशर हॉर्न | 4051 |
शीशों पर काली फिल्म | 5,926 |
बिना रजिस्ट्रेशन | 21,367 |
बिना इंश्योरेंस | 10,563 |
वर्ष 2022 में काटे गए चालानों की संख्या
उल्लंघन के प्रकार | चालान |
खतरनाक ड्राइविंग | 66,424 |
बिना लाइसेंस | 60,453 |
बिना हेलमेट | 4,40,038 |
बिना पीयूसीसी | 1,31,799 |
बिना परमिट | 25,557 |
तीन सवारी | 28,155 |
नो एंट्री में प्रवेश | 83,120 |
लेन का उल्लंघन | 92,372 |
नाबालिग द्वारा ड्राइविंग | 110 |
बिना हेलमेट सवारी | 45,548 |
प्रेशर हॉर्न | 9,220 |
शीशों पर काली फिल्म | 7,603 |
बिना रजिस्ट्रेशन | 22,086 |
बिना इंश्योरेंस | 18,888 |