नई दिल्लीः दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में रॉयल बंगाल टाइगरों की संख्या बढ़कर सात हो गई है. पार्क में करण और सिद्धी के दो बच्चों को खुले बाड़े में छोड़ा गया. बाघ के इन दोनों बच्चों के नाम धैर्य और धात्री है. बच्चों की उम्र करीब 7 महीने है. पहले इन शावकों को बेहतर रख-रखाव और मां के साथ अच्छा समय बिताने के लिए दिन के समय रैन बसेरा और मां के साथ साइड क्राल में रखा गया था. अब उन्हें स्कूली बच्चों और चिड़ियाघर के कर्मचारियों की मौजूदगी में बड़े बाड़े में छोड़ा गया है. पार्क में आने वाले हजारों लोग इन दोनों बच्चों को देख सकते हैं.
नेशनल जूलॉजिकल पार्क (चिड़ियाघर) की डायरेक्टर आकांक्षा महाजन के मुताबिक पार्क में बंगाल टाइगर की संख्या पहले पांच थी. जिसमें सिद्धी, करण, अदिती, वर्षा और हरि हैं. सिद्धी और करण को 4 मई 2023 को दो बच्चे हुए, इनमें एक मेल व एक फीमेल है. अभी तक ये दोनों बच्चे अंदर थे. पार्क में आने वाले लोग इन बच्चों को नहीं देख पाते थे. गुरुवार यानी 21 दिसंबर को इन बच्चों को अंदर से उस बाड़े में लाया गया जहां से लोग इन्हें देख सकते हैं.
पार्क में शेर और बाघों की संख्या: नेशनल जूलॉजिकल पार्क में चार सफेद बाघ हैं, जिसमें सीता व विजय माता-पिता हैं, अवनी व वियोम उनके बच्चे हैं. पीले बाघों की संख्या अब सात हो गई है. जिसमें सिद्धी, करण और उनके दो बच्चे हैं. पीले बाघों में अदिति, वर्षा व हरी भी हैं. पार्क में चार तेदुएं. दो जैगुआर और दो जोड़े शेर-शेरनी हैं.
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बाघ व शेरों को देखना पसंद करते हैं लोग: अधिकारियों के मुताबिक पार्क में रोजाना पांच हजार से अधिक लोग घूमने के लिए आते हैं. इन लोगों में शेर, बाघ, जैगुआर, तेंदुआ देखने की सबसे ज्यादा उत्सुक्ता होती है. लोग इन्हें देखना पसंद करते हैं. बता दें कि नेशनल जूलॉजिकल पार्क 176 एकड़ में फैला हुआ है. यहां पर 1,250 प्रकार के पशु पक्षी हैं. करीब 200 तरह के पेड़-पौधे भी हैं.