नई दिल्ली: एशिया की सबसे सुरक्षित जेल मानी जाने वाली तिहाड़ 2022 में वर्ष भर सुर्खियों में बनी रही. कभी सुकेश चन्द्रशेखर तो, कभी दिल्ली सरकार के जेल मंत्री सत्येंद्र जैन को जेल में मिलने वाली वीआईपी सुविधाओं को लेकर, कभी जेल से एक साथ बड़ी मात्रा में मोबाइल-चाकू मिलने को लेकर हो या फिर साल के अंत में तिहाड़ के पूर्व डीजी के सस्पेंड होने को लेकर.
साल 2022 में जितने जेलकर्मी सस्पेंड और गिरफ्तार हुए, शायद इससे पहले कभी नहीं हुए होंगे. यूं कहिए कि जेल में साल भर उठापटक चलता रहा. इस साल जेल के कुछ अधिकारी सस्पेंड ही नहीं हुए बल्कि कई गिरफ्तार भी किये गए. साल खत्म होने से पहले पहले तिहाड़ के पूर्व डीजी संदीप गोयल तक को सस्पेंड होना पड़ा. हालांकि अभी संदीप गोयल के मामले को लेकर जांच जारी है.
वहीं बात करें महाठग सुकेश चंद्रशेखर की तो उसके मामले को लेकर भी दिल्ली की तिहाड़ और दूसरी जेल काफी सुर्खियों में रही. उसको वीआईपी सुविधा देने, जेल से फोन कॉल कराने और सुकेश से मोटी रकम वसूलने के मामले में जेल के सुपरिटेंडेंट से लेकर वार्डर तक पर गाज गिरी. कुछ को आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने गिरफ्तार किया और कुछ सस्पेंड होकर अभी डिपार्टमेंटल इंक्वायरी फेस कर रहे हैं.
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मामले में आरोप था कि जेल के वार्डर से लेकर सुपरिटेंडेंट तक ने सुविधा शुल्क के नाम पर सुकेश चंद्र शेखर से मोटी रकम वसूल की थी और जब इसका खुलासा हुआ तो दर्जनों के भाव में जेल अधिकारियों पर गाज गिरनी शुरू हो गई.
सुकेश का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा था कि इसी बीच मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को तिहाड़ जेल में भेजा गया. इससे जेल और सुर्खियों में आ गया. सुकेश चंद्रशेखर ने यह कहकर बाद में हंगामा मचा दिया कि जेल में वीआईपी सुविधा बरकरार रखने के लिए उसने सत्येंद्र जैन को मोटी रकम दी है. एमसीडी चुनाव के दौरान तो सत्येंद्र जैन का वीडियो भी सामने आया, जिसमें वह मसाज कराते नजर आए. इस पर जब दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सफाई दी कि उनका मसाज नहीं बल्कि थेरेपी करवाया जा रहा था. अगले दिन यह क्लियर हुआ कि जो कैदी मसाज दे रहा था, वह रेप और पोक्सो एक्ट के मामले में जेल में बंद था.
उसके बाद तत्कालीन जेल के डीजी संदीप गोयल का तबादला तिहाड़ जेल मुख्यालय से हटाकर पुलिस मुख्यालय में कर दिया गया. वहां से दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर संजय बेनीवाल को तिहड़ जेल का नया डीजी बनाया गया. उसके बाद जेल में सख्ती का दौर जारी हुआ और दिसंबर के अंतिम सप्ताह में विजिलेंस की टीम ने एक ही रात में मंडोली जेल में छापा मारकर जेल नंबर 12 और 13 से आठ मोबाइल फोन के अलावा हैंड मेड आठ चाकू भी बरामद किए. बरामद मोबाइल में से तीन स्मार्टफोन थे, बाकी और छोटे-छोटे मोबाइल बरामद किए गए. इस मामले में मंडोली जेल के दो डिप्टी सुपरिटेंडेंट और 3 हेड वार्डर को भी सस्पेंड किया गया.
किसी ना किसी वजह से तिहाड़ जेल साल भर सुर्खियों में बना रहा. तिहाड़ जेल के एआईजी ने लास्ट प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि जेल में हो रही गड़बड़ियों को सुधारने के लिए कई स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए गए हैं.
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