नई दिल्ली: दिल्लीवासियों को अगले 2 दिनों तक जल संकट की समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है. इस बात की जानकारी मंत्री सौरभ भारद्वाज की तरफ से दी गई है. उन्होंने बताया कि बुधवार तड़के दिल्ली जल बोर्ड के कच्चे पानी की वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट पर ले जाने वाला कैरियर लाइन चैनल (सीएलसी) सोनीपत हरियाणा के पास, ककरोई रेगुलेटर के बीच पाइप टूटने की वजह से सप्लाई बाधित हो सकती है.
दरअसल, सीएलसी हरियाणा, दिल्ली के लिए कच्चे पानी का एक प्रमुख वाहक है. सीएलसी और दिल्ली उपशाखा डीएसबी (दिल्ली सब ब्रांच) बवाना, द्वारका, नांगलोई, हैदरपुर, वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला में 7 न्यू ओल्ड स्टॉक (एनओएस) डब्ल्यूटीपी को कच्चे पानी की आपूर्ति करता है. विभाग की तरफ से सीएलसी की बहाली के लिए हरियाणा सरकार और उनके सिंचाई विभाग के साथ युद्धस्तर पर काम भी किया जा रहा है. वर्तमान में हरियाणा से दिल्ली को कच्चे पानी की आपूर्ति में लगभग 20 प्रतिशत की कमी आ सकती है. इससे दिल्ली में लगभग 30 लाख लोगों को पानी की कमी की समस्या हो सकती है.
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दिल्ली जल बोर्ड इसे ठीक करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन अत्याधिक गर्मी के होने के कारण से दिल्ली में एक बड़ी आबादी को असुविधा होगी. वहीं हरियाणा सिंचाई विभाग के अनुसार सीएलसी की मरम्मत में 48 से 72 घंटे का समय लग सकता है. दिल्ली जल बोर्ड की मानें तो पानी की मांग उत्पादन क्षमता से अधिक बढ़ चुकी है. मौजूदा हालात में बढ़ती गर्मी की वजह से यह स्थिति देखी जा रही है. हालांकि दिल्ली जल बोर्ड की तरफ से लोगों से अपील की गई है कि आवश्यकतानुसार ही पानी का प्रयोग करें, पानी के बर्बादी को रोकें और कहीं भी अगर पाइपलाइन में रिसाव होता देखें तो तुरंत उसकी सूचना दें. राजधानी में जल संकट को कम करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड द्वारा पूरा प्रयास किया जा रहा है.
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