नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली के मौजपूर इलाके में हिंसा के आरोप में जेल में बंद शाहरुख पठान ने तिहाड़ जेल के हाई रिस्क कैदियों वाले सेल से सामान्य कैदियों वाले सेल में शिफ्ट करने के आदेश को निरस्त करने की मांग की है. शाहरुख पठान ने कहा है कि उसे सामान्य सेल में अपनी जान को खतरा है. कड़कड़डूमा कोर्ट इस याचिका पर 29 जुलाई को सुनवाई करेगा.
सामान्य कैदियों के सेल में अनहोनी की आशंका
याचिका में कहा गया है कि वह हाई रिस्क सेल में रहने को तैयार है, क्योंकि उसे सामान्य कैदियों के सेल में शिफ्ट करने पर अनहोनी की आशंका है. याचिका में कहा गया है कि शाहरुख को जेल अधिकारियों ने मौखिक रुप से कहा कि उसे हाई रिस्क सेल से सामान्य कैदियों वाले सेल में शिफ्ट किया जाएगा.
हाईकोर्ट और ट्रायल कोर्ट खारिज कर चुका है जमानत
पिछले 24 जून को दिल्ली हाईकोर्ट ने शाहरुख पठान की जमानत याचिका खारिज कर दिया था. पिछले 8 मई को दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट ने शाहरुख पठान की जमानत याचिका को खारिज कर दिया था. कोर्ट ने कहा था कि सरकार की नीतियों का विरोध करने का अधिकार मौलिक अधिकार है लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि इससे व्यवस्था बिगड़े. कोर्ट ने कहा था कि जो वीडियो फुटेज वायरल हुआ है उसमें आरोपी एक पुलिस अधिकारी पर पिस्तौल ताने हुए दिख रहा है. ऐसी स्थिति में जमानत नहीं दी जा सकती है.
3 मार्च को गिरफ्तार किया गया था
शाहरुख को उत्तर प्रदेश के शामली से 3 मार्च को गिरफ्तार किया गया था. दिल्ली पुलिस ने उसकी रिवाल्वर उसके घर से ही बरामद की थी. पुलिस ने उसके घर से तीन कारतूस भी बरामद किए. दिल्ली पुलिस ने शाहरुख का मोबाइल फोन भी बरामद किया है. दिल्ली हिंसा के दौरान शाहरुख का हेड कांस्टेबल दीपक दहिया पर रिवाल्वर तानने वाला फोटो भी काफी वायरल हुआ था.