नई दिल्ली: Delhi Taxi Tourism Transporters Association ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने कोरोना वायरस के कारण टैक्सी बस चालकों को आ रही आर्थिक परेशानियों से अवगत कराया है. इसके साथ ही मांग की है कि दिल्ली-एनसीआर में पंजीकृत ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट की डीजल-टैक्सी बसों के परमिट को दो साल और बढ़ाया जाय. वहीं, जिन डीजल टैक्सी के परमिट ख़त्म हो रहे हैं, उन्हें भी दो साल की मोहलत दी जाये.
अभी परमिट वैधता आठ और नौ साल
अभी आल इंडिया टूरिस्ट परमिट डीजल टैक्सी की के परमिट 9 साल के लिए वैध है और आल इंडिया टूरिस्ट परमिट डीजल बस का परमिट 8 साल के लिए वैध है. इसके अलावा एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सम्राट ने प्राइवेट पेट्रोल और डीजल कार की वैधता को 5 साल बढ़ाने की मांग की. अभी दिल्ली-एनसीआर में पेट्रोल की प्राइवेट कार की वैधता 15 साल है और डीजल प्राइवेट कार की वैधता 10 साल है.
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फिटनेस और प्रदूषण चेक करने की भी मिले मोहलत
संजय सम्राट ने ये भी कहा है कि इन कारों की फिटनेस और प्रदूषण को सही ढंग से चेक करने पर ही इनको मोहलत दी जाए, क्योकि पूरे इस वक़्त आम आदमियों की आर्थिक स्थिति बड़ी ख़राब है और अभी उनकी ये हालात नहीं है कि कार बेचने के बाद भी वो नहीं कार ले सकें. वैसे भी देश आर्थिक मंदी से गूजर रहा है और अच्छी भली कार कूड़े में बदली जा रही है. वो भी प्रदूषण के नाम पर अगर उसका इंजन सही है और प्रदूषण नहीं कर रही तो उसको कूड़े के ढेर में बदलना देश की जनता की खून पसीने की कमाई को कूड़े में डाल कर विदेशी कार बनाने वाली कम्पनी को फायदा पहुंचना है और देश की अर्थव्यवस्था का भी नुकसान करना है.
आर्थिक संकट से जूझ रहे टैक्सी चालक
एसोसिएशन का कहना है कि मौजूदा समय में सभी चालक भुखमरी के दौर से गुजर रहे हैं. रोजी-रोटी कमाना मुश्किल हो गया है, उनका परिवार आर्थिक समस्याओं से जूझ रहा है. संजय सम्राट ने कहा है कि इन सभी समस्याओं के लिए Delhi Taxi Tourism Transporters Association ने केंद्रीय परिवहन मंत्री को पत्र लिखा है और मांगे पूरी करने का आग्रह किया है.