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जनता को जागरूक कर साइबर अपराध रोकेगी दिल्ली पुलिस, RWA की होगी अहम भूमिका - असावधानी बड़ा कारण

दिल्ली में विभिन्न तरह के साइबर अपराधों को अंजाम दिया जाता है. साइबर अपराधी लोगों की छोटी-छोटी गलतियों का फायदा उठाकर उनके साथ ठगी करते हैं. इसलिए ऐसे अपराधों को रोकने के लिए एकमात्र रास्ता लोगों को जागरूक करना है.

delhi Police will stop cyber crime
साइबर अपराध रोकेगी दिल्ली पुलिस
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Published : Dec 4, 2019, 9:42 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली सहित देशभर में साइबर अपराध लगातार बढ़ रहे हैं. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अब आर्थिक अपराध शाखा दिल्ली में जागरूकता अभियान चलाने जा रही है. इसके लिए दिल्ली के आरडब्ल्यूए को जागरूक किया जा रहा है, जिससे वह अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को इस अपराध के बारे में बताएं. पुलिस का मानना है कि इसी तरीके से साइबर अपराध को रोका जा सकता है. लोग जागरूक बनेंगे तो वह ठगी का शिकार नहीं होंगे.

साइबर अपराध रोकेगी दिल्ली पुलिस
बता दें कि दिल्ली में विभिन्न तरह के साइबर अपराधों को अंजाम दिया जाता है. साइबर अपराधी लोगों की छोटी-छोटी गलतियों का फायदा उठाकर उनके साथ ठगी करते हैं. इसलिए ऐसे अपराधों को रोकने के लिए एकमात्र रास्ता लोगों को जागरूक करना है. इसे ध्यान में रखते हुए आर्थिक अपराध शाखा ने यह तय किया है कि वह दिल्ली के सभी लोगों को जागरूक करेंगे. इसके लिए आरडब्ल्यू की मदद ली जाएगी. उनके सदस्यों को आर्थिक अपराध शाखा जागरूक करेगी और वह अपने क्षेत्र में जाकर लोगों को जागरूक करेंगे.

'बैंक अधिकारी के झांसे में न फंसे'
आरबीआई अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि कई बार लोग बैंक अधिकारी बनकर ग्राहकों को फोन करते हैं. उन्हें तरह-तरह के झांसे देकर उनसे जानकारी हासिल करने की कोशिश की जाती है. उन्होंने बताया कि कोई भी बैंक का कर्मचारी या अधिकारी ग्राहक को फोन नहीं करता. ऐसे में अगर किसी के पास फोन आता है तो लोगों को उनसे कोई जानकारी सांझा नहीं करनी चाहिए. अगर वह कार्ड ब्लॉक करने या बैंक खाता ब्लॉक करने की धमकी देते हैं तो आप इसे लेकर सीधा अपने बैंक में जाकर संपर्क कर सकते हैं.

'असावधानी बड़ा कारण'
आर्थिक अपराध शाखा के अतिरिक्त आयुक्त ओपी मिश्रा ने बताया कि उनकी शाखा ने जब लोगों के साथ होने वाली ठगी को लेकर स्टडी की तो उन्हें अहम जानकारी मिली. उन्हें पता चला कि इन जालसाजी में अगर लोग थोड़ी सी सावधानी बरतते तो उनके साथ ठगी नहीं होती. आमतौर पर लोगों को लोन देने, ज्यादा ब्याज देने, पेटीएम के केवाईसी करने आदि के नाम पर ठगा जाता है. अगर लोगों को इस बारे में पहले से जानकारी होगी तो वह जालसाजों की बातों में नहीं फसेंगे.आर्थिक अपराध शाखा के अतिरिक्त आयुक्त ओपी मिश्रा ने बताया कि जो आरडब्ल्यूए अपने इलाके में जागरूक करने के लिए क्लास चाहते हैं, वह उनसे संपर्क कर सकते हैं. आर्थिक अपराध शाखा उस जगह पर जाकर लोगों को इस बाबत जानकारी देगी, जहां वह इसके लिए एकत्रित होंगे.

नई दिल्ली: दिल्ली सहित देशभर में साइबर अपराध लगातार बढ़ रहे हैं. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अब आर्थिक अपराध शाखा दिल्ली में जागरूकता अभियान चलाने जा रही है. इसके लिए दिल्ली के आरडब्ल्यूए को जागरूक किया जा रहा है, जिससे वह अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को इस अपराध के बारे में बताएं. पुलिस का मानना है कि इसी तरीके से साइबर अपराध को रोका जा सकता है. लोग जागरूक बनेंगे तो वह ठगी का शिकार नहीं होंगे.

साइबर अपराध रोकेगी दिल्ली पुलिस
बता दें कि दिल्ली में विभिन्न तरह के साइबर अपराधों को अंजाम दिया जाता है. साइबर अपराधी लोगों की छोटी-छोटी गलतियों का फायदा उठाकर उनके साथ ठगी करते हैं. इसलिए ऐसे अपराधों को रोकने के लिए एकमात्र रास्ता लोगों को जागरूक करना है. इसे ध्यान में रखते हुए आर्थिक अपराध शाखा ने यह तय किया है कि वह दिल्ली के सभी लोगों को जागरूक करेंगे. इसके लिए आरडब्ल्यू की मदद ली जाएगी. उनके सदस्यों को आर्थिक अपराध शाखा जागरूक करेगी और वह अपने क्षेत्र में जाकर लोगों को जागरूक करेंगे.

'बैंक अधिकारी के झांसे में न फंसे'
आरबीआई अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि कई बार लोग बैंक अधिकारी बनकर ग्राहकों को फोन करते हैं. उन्हें तरह-तरह के झांसे देकर उनसे जानकारी हासिल करने की कोशिश की जाती है. उन्होंने बताया कि कोई भी बैंक का कर्मचारी या अधिकारी ग्राहक को फोन नहीं करता. ऐसे में अगर किसी के पास फोन आता है तो लोगों को उनसे कोई जानकारी सांझा नहीं करनी चाहिए. अगर वह कार्ड ब्लॉक करने या बैंक खाता ब्लॉक करने की धमकी देते हैं तो आप इसे लेकर सीधा अपने बैंक में जाकर संपर्क कर सकते हैं.

'असावधानी बड़ा कारण'
आर्थिक अपराध शाखा के अतिरिक्त आयुक्त ओपी मिश्रा ने बताया कि उनकी शाखा ने जब लोगों के साथ होने वाली ठगी को लेकर स्टडी की तो उन्हें अहम जानकारी मिली. उन्हें पता चला कि इन जालसाजी में अगर लोग थोड़ी सी सावधानी बरतते तो उनके साथ ठगी नहीं होती. आमतौर पर लोगों को लोन देने, ज्यादा ब्याज देने, पेटीएम के केवाईसी करने आदि के नाम पर ठगा जाता है. अगर लोगों को इस बारे में पहले से जानकारी होगी तो वह जालसाजों की बातों में नहीं फसेंगे.आर्थिक अपराध शाखा के अतिरिक्त आयुक्त ओपी मिश्रा ने बताया कि जो आरडब्ल्यूए अपने इलाके में जागरूक करने के लिए क्लास चाहते हैं, वह उनसे संपर्क कर सकते हैं. आर्थिक अपराध शाखा उस जगह पर जाकर लोगों को इस बाबत जानकारी देगी, जहां वह इसके लिए एकत्रित होंगे.
Intro:नई दिल्ली
दिल्ली सहित देशभर में साइबर अपराध लगातार बढ़ रहे हैं. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अब आर्थिक अपराध शाखा दिल्ली में जागरूकता अभियान चलाने जा रही है. इसके लिए दिल्ली के आरडब्ल्यूए को जागरूक किया जा रहा है ताकि वह अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को इस अपराध के बारे में बताएं. पुलिस का मानना है कि इसी तरीके से साइबर अपराध को रोका जा सकता है. लोग जागरूक बनेंगे तो वह ठगी का शिकार नहीं होंगे.


Body:दिल्ली में विभिन्न तरह के साइबर अपराधों को अंजाम दिया जाता है. साइबर अपराधी लोगों की छोटी-छोटी गलतियों का फायदा उठाकर उनके साथ ठगी करते हैं. इसलिए ऐसे अपराधों को रोकने के लिए एकमात्र रास्ता लोगों को जागरूक करना है. इसे ध्यान में रखते हुए आर्थिक अपराध शाखा ने यह तय किया है कि वह दिल्ली के सभी लोगों को जागरूक करेंगे. इसके लिए आरडब्ल्यू की मदद ली जाएगी. उनके सदस्यों को आर्थिक अपराध शाखा जागरूक करेगी और वह अपने क्षेत्र में जाकर लोगों को जागरूक करेंगे.


बैंक अधिकारी के झांसे में न फंसे
आरबीआई अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि कई बार लोग बैंक अधिकारी बनकर ग्राहकों को फोन करते हैं. उन्हें तरह-तरह के झांसे देकर उनसे जानकारी हासिल करने की कोशिश की जाती है. उन्होंने बताया कि कोई भी बैंक का कर्मचारी या अधिकारी ग्राहक को फोन नहीं करता. ऐसे में अगर किसी के पास फोन आता है तो लोगों को उनसे कोई जानकारी सांझा नहीं करनी चाहिए. अगर वह कार्ड ब्लॉक करने या बैंक खाता ब्लॉक करने की धमकी देते हैं तो आप इसे लेकर सीधा अपने बैंक में जाकर संपर्क कर सकते हैं.


स्टडी में पाया लोगों की असावधानी बड़ा कारण
आर्थिक अपराध शाखा के अतिरिक्त आयुक्त ओपी मिश्रा ने बताया कि उनकी शाखा ने जब लोगों के साथ होने वाली ठगी को लेकर स्टडी की तो उन्हें अहम जानकारी मिली. उन्हें पता चला कि इन जालसाजी में अगर लोग थोड़ी सी सावधानी बरतते तो उनके साथ ठगी नहीं होती. आमतौर पर लोगों को लोन देने, ज्यादा ब्याज देने, पेटीएम के केवाईसी करने आदि के नाम पर ठगा जाता है. अगर लोगों को इस बारे में पहले से जानकारी होगी तो वह जालसाजों की बातों में नहीं फसेंगे.




Conclusion:लोगों के पास जाएगी आर्थिक अपराध शाखा
आर्थिक अपराध शाखा के अतिरिक्त आयुक्त ओपी मिश्रा ने बताया कि जो आरडब्ल्यूए अपने इलाके में जागरूक करने के लिए क्लास चाहते हैं, वह उनसे संपर्क कर सकते हैं. आर्थिक अपराध शाखा उस जगह पर जाकर लोगों को इस बाबत जानकारी देगी जहां वह इसके लिए एकत्रित होंगे.
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