नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस 19 मार्च को लंदन में भारतीय उच्चायोग के सामने हुए विरोध प्रदर्शन के संबंध में मामला दर्ज करने के बाद अब जांच में जुट गई है. गृह मंत्रालय के निर्देश पर स्पेशल सेल ने आईपीसी, यूएपीए और पीडीपीपी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. घटना पर गृह मंत्रालय को विदेश मंत्रालय से एक रिपोर्ट प्राप्त हुई थी. इस पर गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से उचित कानूनी कार्रवाई करने को कहा था. सूत्रों के अनुसार इस मामले की जांच में दिल्ली पुलिस इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) और इंटरपोल की भी सहायता ले रही है.
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प्रदर्शनकारियों की पहचान के लिए स्पेशल सेल वीडियो खंगाल रही है. पुलिस ने अधिक से अधिक वीडियो फुटेज और फोटो के लिए लंदन पुलिस से भी संपर्क किया है. इन प्रदर्शनकारियों में कई लोग ऐसे हैं जो वर्षों पहले भारत छोड़कर वहीं बस चुके हैं. ये पंजाब के तरनतारन, संगरूर, मजीठा, होशियारपुर, जालंधर अमृतसर और लुधियाना के मूल निवासी हैं. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल प्रदर्शनकारियों और वारिस पंजाब दे के चीफ अमृतपाल के बीच लिंक तलाश रही है.
गौरतलब है कि 19 मार्च को लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के कार्यालय पर लगे तिरंगे को खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों ने हटा दिया था. खालिस्तान समर्थक इस दौरान वहां नारेबाजी भी कर रहे थे. बुधवार को खालिस्तान समर्थकों ने लंदन में भारतीय उच्चायोग के सामने एक बार फिर प्रदर्शन किया और पानी की बोतलें फेंकी. वहीं, भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी उच्चायोग की बिल्डिंग पर पहले से बड़ा और एक अतिरिक्त तिरंगा फहराया था.
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