दिल्लीः कोरोना संक्रमण के चलते राजधानी में बीते 25 मार्च से लेकर 31 मई तक लॉकडाउन लगा रहा. 17 मई के बाद सरकार द्वारा लॉकडाउन में छूट भी मिल गई थी. इस दौरान हुए अपराध को लेकर ईटीवी भारत ने जब जानकारी जुटाई, तो पता चला कि गंभीर अपराधों में 50 से 75 फीसदी की कमी आई हैं. हत्या, लूट से लेकर महिला अपराधों में यह कमी दर्ज की गई है.
जानकारी के अनुसार दिल्ली में 54 दिन तक लॉकडाउन में सरकार द्वारा केवल आवश्यक सामान की खरीददारी को लेकर ही छूट दी गई थी. सड़कों पर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात थी. इस वजह से अपराधी भी दिल्ली की सड़कों पर नहीं उतर रहे थे. इसका फायदा भी देखने को मिला और सभी गंभीर अपराधों में इस दौरान 50 से 75 फीसदी तक की कमी दर्ज की गई.
45 दिन में हुई हत्या की 35 वारदातें
दिल्ली पुलिस से मिले आंकड़ों की माने, तो राजधानी में 1 अप्रैल से लेकर 15 अप्रैल तक कुल 35 हत्या की वारदातों को अंजाम दिया गया. वर्ष 2019 में इस अवधि के दौरान 70 हत्याओं को अंजाम दिया गया था. इस वर्ष इन 45 दिनों में हत्या प्रयास की 52 घटनाएं हुई हैं, जबकि वर्ष 2019 में इस अवधि के दौरान हत्या प्रयास की 95 वारदातें हुई थी. लूट की बात करें, तो 1 अप्रैल से 15 मई के बीच 142 वारदातें हुई हैं जबकि बीते वर्ष इस अवधि में लूट की 267 वारदातें हुई थीं.
महिला अपराध में 70 फीसदी की कमी
दिल्ली पुलिस से मिले आंकड़ों के अनुसार लॉकडाउन के दौरान महिला अपराधों में 70 फीसदी की कमी दर्ज की गई है. एक अप्रैल से 15 मई के बीच दिल्ली में दुष्कर्म के 91 मामले दर्ज हुए हैं. वहीं वर्ष 2019 में इस अवधि के दौरान दुष्कर्म के 307 मामले दर्ज हुए थे. छेड़छाड़ के 110 मामले इन 45 दिनों में इस वर्ष दर्झ किए गए हैं, जबकि वर्ष 2019 में इस अवधि के दौरान छेड़छाड़ की 415 घटनाएं हुई थीं.
1 अप्रैल से 15 मई के बीच हुए अपराध
अपराध | वर्ष 2019 | वर्ष 2020 |
हत्या | 70 | 35 |
हत्या प्रयास | 95 | 52 |
लूट | 267 | 142 |
दुष्कर्म | 307 | 91 |
छेड़छाड़ | 415 | 110 |