नई दिल्ली: देशभर में कोरोना महामारी के फैलने की वजह से ट्रांसपोर्ट व्यवस्था भी लगभग ठप हो रखी है. ऐसे में मरीजों को अस्पताल पहुंचाना बेहद मुश्किल हो रहा हैं. खासतौर से गरीब वर्ग की गर्भवती महिलाओं को न तो गाड़ी मिल रही हैं और ना ही एंबुलेंस मिल पा रही है.
ऐसे में दिल्ली पुलिस पीसीआर टीम लगातार इन महिलाओं की मदद कर रही हैं. लॉकडाउन के दौरान अब तक 354 गर्भवती महिलाओं को पीसीआर के जरिये विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
डीसीपी शरत सिन्हा के अनुसार कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए राजधानी में लॉकडाउन लगा हुआ है. इसके चलते पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरीके से बंद है और लोगों को टैक्सी एवं ऑटो नहीं मिल पा रहे हैं. गरीब वर्ग के लोगों को इमरजेंसी में अस्पताल जाने के लिए कोई साधन नहीं मिल रहा है.
एंबुलेंस पर अत्याधिक बोझ होने के चलते सभी लोगों को उनकी सेवा भी नहीं मिल पा रही हैं. ऐसे समय में पीसीआर वैन द्वारा लगातार उन लोगों की मदद की जा रही है. खासतौर से जो महिलाएं प्रसव पीड़ा से परेशान होती हैं या जिन्हें गंभीर बीमारी होती हैं.
354 गर्भवती महिलाओं को पहुंचाया अस्पताल
लॉकडाउन के दौरान पीसीआर द्वारा अब तक 354 ऐसी महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया गया हैं जो प्रसव पीड़ा से परेशान थी. डीसीपी शरत सिन्हा के अनुसार जिन 354 महिलाओं को पीसीआर द्वारा अस्पताल पहुंचाया गया. इनमें से 45 महिलाओं की हालत चिंताजनक बनी हुई थी.
उनके परिजनों और डॉक्टरों ने भी पीसीआर के काम की सराहना की. प्रसव पीड़ा को लेकर सबसे ज्यादा कॉल दक्षिण और दक्षिण पूर्वी दिल्ली से उन्हें मिली है. इन सभी महिलाओं को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया.
विदेशी महिला की भी पीसीआर ने की मदद
दक्षिणी दिल्ली में रहने वाली एक विदेशी महिला भी उन गर्भवती महिलाओं में शामिल है, जिन्हें पीसीआर द्वारा अस्पताल पहुंचाया गया. पुलिस को इस महिला के बारे में कॉल मिली थी कि उसे तुरंत अस्पताल ले जाने की आवश्यकता है.
इस कॉल पर महज 3 मिनट के अंदर पहुंचकर पुलिस ने उसे सीताराम अस्पताल पहुंचाया. 2 दिन के बाद इस महिला ने प्रसव पीड़ा की कॉल की थी. उसे दोबारा अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसने एक बच्चे को जन्म दिया.
24 घंटे में 35 गर्भवती महिलाओं को दी मदद
बीते 24 घंटे की बात की जाए तो पीसीआर को 35 गर्भवती महिलाओं के परिजनों ने कॉल कर गाड़ी नहीं मिलने के बारे में बताया. इसके बाद पीसीआर ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया. इनमें से 9 कॉल रात 11:00 बजे से सुबह 5:00 बजे के बीच में मिली थी.
कुछ ऐसी जगह से भी पुलिस को कॉल मिली थी जहां से अस्पताल 16 किलोमीटर दूर थे. लेकिन पीसीआर ने बिना समय गंवाए इन सभी महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया.
इन अस्पतालों में पहुंचाई गई अधिकांश गर्भवती महिलाएं
अस्पातल के नाम | गर्भवती महिलाओं की संख्या | |
1. | सफदरजंग अस्पताल | 84 |
2. | संजय गांधी अस्पताल | 26 |
3. | दादा देव हॉस्पिटल, डाबरी | 24 |
4. | अंबेडकर अस्पताल | 21 |
5. | मदन मोहन मालवीय अस्पताल | 20 |
6. | लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल | 20 |
7. | दिन दयाल उपाध्याय अस्पताल | 13 |
8. | राव तुलाराम अस्पताल | 10 |
9. | ईएसआई अस्पताल | 10 |
10. | जीटीबी अस्पताल | 10 |
11. | भगवान महावीर अस्पताल | 8 |
12. | आचार्य भिक्षु अस्पताल | 8 |
13. | भगवान महावीर अस्पताल | 8 |
14. | हिंदू राव अस्पताल | 8 |
15. | राजा हरिश्चंद्र अस्पताल | 8 |