नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने विभिन्न कारोबारियों से करोड़ों की ठगी करने के आरोप में एक कंपनी के निदेशक मनोज कुमार को गिरफ्तार किया है. आरोपी एक अन्य मामले में नोएडा के जेल में बंद था जहां से आर्थिक अपराध शाखा ने उसे गिरफ्तार किया है और उससे पूछताछ की जा रही है. आरोपित मनोज कुमार शैल कंपनी के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबारियों से भारी संख्या में इलेक्ट्रानिक आइटम, कंप्यूटर के पुर्जे व मसाले इत्यादि खरीद उन्हें पोस्ट डेटेड चेक (पीडीसी) दे देता था. जबकि उसके खाते में रुपये नहीं होते थे.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
इओडब्ल्यू के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पराग पाहवा ने पुलिस में ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि बालाजी ओवरसीज नाम की कंपनी ने उन्हें 500 एलईडी टेलीविजन का ऑर्डर दिया था. इस कंपनी का बाद में एसबीओ एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड में विलय हो गया था. टेलीविजन लेने के बाद कुछ रुपये का भुगतान नकद में करने के बाद बकाया 34.50 लाख रुपये के पोस्ट डेटेड चेक उन्हें दे दिया गया था.
बैंक में जब चेक जमा किया गया तो पता चला कि कंपनी के खाते में रुपये ही नहीं हैं. इसी प्रकार की शिकायत अन्य 8 कारोबारियों ने भी आर्थिक अपराध शाखा से की. जिसके बाद मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की. जांच में पता चला कि एसबीओ एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड का निदेशक मनोज कुमार कारोबारियों से अपना सामान बेचने के लिए संपर्क करता था. वह उन्हें खरीदे गए सामान का 25 फीसद नकदी देता था, जबकि बची हुई राशि का भुगतान वह पीडीसी से करने को कहता था जिसके बाद वह कारोबारियों से ठगी को अंजाम देता था.
30 कारोबारियों को लगा चुका चुना
आर्थिक अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपित मनोज कुमार एक स्थान से ठगी करने के बाद वह अन्य कंपनी के नाम पर दूसरे शहरों में इसी प्रकार से लोगों को ठगता था. वह अब तक करीब 30 कारोबारियों को चूना लगा चुका है. आरोपी ने ना सिर्फ दिल्ली-एनसीआर बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी कारोबारियों से ठगी की है.उसके खिलाफ दिल्ली व नोएडा सहित पंजाब और बिहार में पांच मुकदमे दर्ज हैं.