नई दिल्ली : सोमवार को दिल्ली एनसीआर के प्रदूषण स्तर में भारी गिरावट देखने को मिली है. दिल्ली, गाजियाबाद और नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 के नीचे दर्ज किया गया है. प्रदूषण में आई भारी गिरावट का मुख्य कारण हवा की गति में हुआ इजाफा माना जा रहा है. हवा साफ होने के बाद दिल्ली एनसीआर के लोगों ने राहत की सांस ली है. हालांकि वहीं दूसरी तरफ आशंका जताई जा रही है कि हवा की रफ्तार धीमी के होने के बाद प्रदूषण का ग्राफ ऊपर चल सकता है.
दिल्ली में प्रदूषण स्तर
- अलीपुर- 101
- शादीपुर- 223
- डीटीयू दिल्ली- 171
- आईटीओ दिल्ली- 115
- सिरिफ्फोर्ट- 112
- मंदिर मार्ग- 111
- आरके पुरम- 109
- पंजाबी बाग- 120
- जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम- 87
- नेहरू नगर- 110
- द्वारका सेक्टर 8- 130
- पटपड़गंज- 113
- डॉक्टर कर्णी सिंह शूटिंग रेंज- 112
- अशोक विहार- 126
- सोनिया विहार- 116
- जहांगीरपुरी- 152
- रोहिणी- 108
- विवेक विहार- 149
- मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम- 99
- नरेला- 127
- ओखला फेस 2- 114
- मुंडका- 201
- बवाना- 129
- श्री औरबिंदो मार्ग- 104
- आनंद विहार- 203
- IHBAS दिलशाद गार्डन- 137
गाजियाबाद में प्रदूषण की स्थिति
- वसुंधरा- 132
- इंदिरापुरम- 99
- संजय नगर- 112
- लोनी- 106
नोएडा में प्रदूषण की स्थिति
- सेक्टर 62- 110
- सेक्टर 125- 122
- सेक्टर1- 95
- सेक्टर 116- 104
Air quality Index की श्रेणी: एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index) जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.
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