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निगम फंड विवाद: तीनों मेयर CM आवास के सामने धरने पर बैठे, केजरीवाल से मिलने की मांग

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Published : Oct 26, 2020, 12:15 PM IST

Updated : Oct 26, 2020, 2:57 PM IST

SDMC, EDMC और नॉर्थ एमसीडी के तीनों मेयर सीएम आवास के सामने धरने पर बैठ गए हैं.

Delhi municipal corporation all three mayor start protest against kejriwal govt over mcd fund issue
दिल्ली के तीनों मेयर सीएम आवास के सामने धरने पर बैठे

नई दिल्ली: एक तरफ एमसीडी के अस्पतालों के डॉक्टर सैलरी की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं, वहीं दूसरी तरफ अब तीनों निगमों के मेयर मुख्यमंत्री आवास के सामने धरने पर बैठ गए हैं. इनकी मांग है कि दिल्ली सरकार एमसीडी के 13 हजार करोड़ के बकाए का भुगतान करे. इनका यह भी आरोप है कि मुख्यमंत्री मिलने तक का समय नहीं दे रहे हैं. हालांकि केजरीवाल सरकार के कद्दावर मंत्री सतेन्द्र जैन ने इन्हें आज सचिवालय में मिलने के लिए समय दिया लेकिन इन्होंने सीएम के अलावा किसी से भी मिलने की बात नहीं कही.

  • I received a call from Hon Chief Minister to meet the Mayor's of all the three MCD's .
    I am waiting for them.

    — Satyendar Jain (@SatyendarJain) October 26, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

'नहीं आया पत्र का जवाब'

पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मेयर निर्मल जैन ने बताया कि तीनों मेयरों ने संयुक्त रूप से 19 अक्टूबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था कि दिल्ली सरकार निगमों के बकाए का भुगतान करे, लेकिन उसका कोई जवाब तक नहीं आया. उन्होंने बताया कि 2019-20 तक का ही पूर्वी दिल्ली का 3 हजार करोड़ बकाया है. वहीं उत्तरी दिल्ली निगम के मेयर जयप्रकाश ने कहा कि उनका 6 हज़ार करोड़ बकाया है.

मेयर से बातचीत

'सरकार नहीं खोल रही द्वार'

निगम को ज्यादा पैसे देने के दिल्ली सरकार के दावे को लेकर सवाल करने पर जयप्रकाश ने कहा कि अगर ये साबित कर दें कि एक पैसा भी ज्यादा दिया है, तो हम यही पर इस्तीफा दे देंगे और हम साबित करते हैं कि हमारे पैसे बकाया है, तो ये इस्तीफा दें. जयप्रकाश ने यह भी कहा कि आज सरकार सरकार के द्वार पर आई है, लेकिन ये दरवाजे तक नहीं खोल रहे.

Delhi municipal corporation all three mayor start protest against kejriwal govt over mcd fund issue
धरने पर बैठे तीनों मेयर

'अनामिका मिथिलेश भी धरने पर'

इस धरने में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की मेयर अनामिका मिथिलेश भी शामिल हैं. इनका कहना है कि दक्षिणी दिल्ली निगम का 4 हजार करोड़ दिल्ली सरकार पर बकाया है, यह 2019-20 की रकम है, 2020-21 में यह और बढ़ गया है, लेकिन दिल्ली सरकार पैसे नहीं दे रही.


'जब तक नहीं मिलते बैठे रहेंगे'

इनका कहना था कि हम तीनों निगमों का प्रतिनिधित्व करते हैं और संकट के समय में मुख्यमंत्री से सहायता मांगने आए हैं, लेकिन वे दरवाजे तक नहीं खोल रहे, जब तक मुख्यमंत्री हमें अंदर बुलाकर मुलाकात नहीं करते हैं, हम बैठे रहेंगे.

धरने पर बैठे मेयर

मेयर जयप्रकाश ने फिर कई बार मुख्यमंत्री को फोन किया लेकिन फोन नहीं उठा. फोन के बाद अंदर से मुख्यमंत्री के निजी सचिव विभव तीनों मेयर से मिलने पहुंचे. उन्होंने इनसे धरना खत्म करने की अपील की, लेकिन इनकी मांग है कि जब तक मुख्यमंत्री मिलते नहीं हैं, ये बैठे रहेंगे. जयप्रकाश ने उनसे कहा कि हमें 5 मिनट के लिए भी मिलने का समय दें.

मेयर जयप्रकाश

उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर जयप्रकाश ने कहा है कि बड़े भाई, छोटे भाई से मिलने के लिए आए हैं. उन्होंने कहा कि अगर सत्येंद्र जैन के पास हमारी समस्या का समाधान होता, तो यह बहुत पहले हो चुका होता. जयप्रकाश ने कहा कि पहले मुख्यमंत्री हमसे मिलें, फिर जिससे कहेंगे उससे हम मिल लेंगे.

नई दिल्ली: एक तरफ एमसीडी के अस्पतालों के डॉक्टर सैलरी की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं, वहीं दूसरी तरफ अब तीनों निगमों के मेयर मुख्यमंत्री आवास के सामने धरने पर बैठ गए हैं. इनकी मांग है कि दिल्ली सरकार एमसीडी के 13 हजार करोड़ के बकाए का भुगतान करे. इनका यह भी आरोप है कि मुख्यमंत्री मिलने तक का समय नहीं दे रहे हैं. हालांकि केजरीवाल सरकार के कद्दावर मंत्री सतेन्द्र जैन ने इन्हें आज सचिवालय में मिलने के लिए समय दिया लेकिन इन्होंने सीएम के अलावा किसी से भी मिलने की बात नहीं कही.

  • I received a call from Hon Chief Minister to meet the Mayor's of all the three MCD's .
    I am waiting for them.

    — Satyendar Jain (@SatyendarJain) October 26, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

'नहीं आया पत्र का जवाब'

पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मेयर निर्मल जैन ने बताया कि तीनों मेयरों ने संयुक्त रूप से 19 अक्टूबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था कि दिल्ली सरकार निगमों के बकाए का भुगतान करे, लेकिन उसका कोई जवाब तक नहीं आया. उन्होंने बताया कि 2019-20 तक का ही पूर्वी दिल्ली का 3 हजार करोड़ बकाया है. वहीं उत्तरी दिल्ली निगम के मेयर जयप्रकाश ने कहा कि उनका 6 हज़ार करोड़ बकाया है.

मेयर से बातचीत

'सरकार नहीं खोल रही द्वार'

निगम को ज्यादा पैसे देने के दिल्ली सरकार के दावे को लेकर सवाल करने पर जयप्रकाश ने कहा कि अगर ये साबित कर दें कि एक पैसा भी ज्यादा दिया है, तो हम यही पर इस्तीफा दे देंगे और हम साबित करते हैं कि हमारे पैसे बकाया है, तो ये इस्तीफा दें. जयप्रकाश ने यह भी कहा कि आज सरकार सरकार के द्वार पर आई है, लेकिन ये दरवाजे तक नहीं खोल रहे.

Delhi municipal corporation all three mayor start protest against kejriwal govt over mcd fund issue
धरने पर बैठे तीनों मेयर

'अनामिका मिथिलेश भी धरने पर'

इस धरने में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की मेयर अनामिका मिथिलेश भी शामिल हैं. इनका कहना है कि दक्षिणी दिल्ली निगम का 4 हजार करोड़ दिल्ली सरकार पर बकाया है, यह 2019-20 की रकम है, 2020-21 में यह और बढ़ गया है, लेकिन दिल्ली सरकार पैसे नहीं दे रही.


'जब तक नहीं मिलते बैठे रहेंगे'

इनका कहना था कि हम तीनों निगमों का प्रतिनिधित्व करते हैं और संकट के समय में मुख्यमंत्री से सहायता मांगने आए हैं, लेकिन वे दरवाजे तक नहीं खोल रहे, जब तक मुख्यमंत्री हमें अंदर बुलाकर मुलाकात नहीं करते हैं, हम बैठे रहेंगे.

धरने पर बैठे मेयर

मेयर जयप्रकाश ने फिर कई बार मुख्यमंत्री को फोन किया लेकिन फोन नहीं उठा. फोन के बाद अंदर से मुख्यमंत्री के निजी सचिव विभव तीनों मेयर से मिलने पहुंचे. उन्होंने इनसे धरना खत्म करने की अपील की, लेकिन इनकी मांग है कि जब तक मुख्यमंत्री मिलते नहीं हैं, ये बैठे रहेंगे. जयप्रकाश ने उनसे कहा कि हमें 5 मिनट के लिए भी मिलने का समय दें.

मेयर जयप्रकाश

उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर जयप्रकाश ने कहा है कि बड़े भाई, छोटे भाई से मिलने के लिए आए हैं. उन्होंने कहा कि अगर सत्येंद्र जैन के पास हमारी समस्या का समाधान होता, तो यह बहुत पहले हो चुका होता. जयप्रकाश ने कहा कि पहले मुख्यमंत्री हमसे मिलें, फिर जिससे कहेंगे उससे हम मिल लेंगे.

Last Updated : Oct 26, 2020, 2:57 PM IST

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