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कोविड संबंधी बाधाओं के बाद भी DMRC द्वारा फेज-IV का निर्माण कार्य जारी - दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन कंस्ट्रक्शन वर्क

पिछले कुछ महीनों में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के चलते सामने आई अनेक बाधाओं के बावजूद दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (Delhi Metro Rail Corporation) ने अपने फेज-IV के कॉरिडोर का निर्माण कार्य जारी रखा है और कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियां भी हासिल की हैं.

delhi metro phase 4 construction work in full swing
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Published : Jun 20, 2021, 10:44 PM IST

नई दिल्ली: पिछले कुछ महीनों में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के चलते सामने आईं अनेक बाधाओं के बावजूद दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (Delhi Metro Rail Corporation) ने अपने फेज-IV के कॉरिडोर का निर्माण कार्य जारी रखा है और कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियां भी हासिल की हैं.

अप्रैल 2021 में लॉकडाउन लगने से पहले DMRC की साइटों पर मजदूरों की संख्या चार हजार से अधिक थी. लॉकडाउन के बाद अनेक मजदूर इन साइटों से अपने शहर चले गए. इसके अतिरिक्त अनेक मजदूर जो पहले होली के त्यौहार के लिए चले गए थे वे भी वापस नहीं लौटे. इससे मजदूरों की संख्या धीरे-धीरे घटकर लगभग ढाई हजार रह गई.





DMRC ने हासिल की उपलब्धि
DMRC ने रुके रह गए अपने मजदूरों की न केवल डॉक्टरी और आवास इत्यादि संबंधी देखभाल की बल्कि अपने फेज-IV के निर्माण कार्य में कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियां भी हासिल की हैं. इस अवधि के दौरान सरकार द्वारा समय-समय पर जारी कोविड संबंधी सभी दिशानिर्देशों का भी सख्ती से पालन किया गया है. कोविड संबंधी प्रतिबंध समाप्त होने के बाद DMRC की साइटों पर उपलब्ध श्रमशक्ति में अब क्रमिक बढ़ोतरी हुई है.

ये भी पढ़ें- CM केजरीवाल ने किया योग सेंटर का उद्घाटन, बोले: घरों तक पहुंचेंगे योग शिक्षक


जनकपुरी पश्चिम – आरके आश्रम मार्ग कॉरिडोर पर जनकपुरी पश्चिम और कृष्णा पार्क एक्सटेंशन के बीच सुरंगों के कार्य के लिए DMRC ने फेज-IV के पहले भूमिगत सेक्शन में इस अवधि के दौरान कई महत्वपूर्ण लक्ष्य हासिल किए हैं. इन महीनों में DMRC ने 2.8 किलोमीटर लंबी दोहरी सुरंगों में से एक सुरंग में 500 मीटर की टनलिंग का कार्य पूरा कर लिया है. दिल्ली मेट्रो ने कास्टिंग यार्ड में टनल के 50% से अधिक सेगमेंट का कार्य भी पूरा कर लिया है. इस खंड पर पहली दोहरी सुरंगों के इस वर्ष सितंबर से पहले तक पूरा होने की उम्मीद है.

ये भी पढ़ें- कोरोना नियमों के पालन से ही तीसरी लहर से बचा जा सकता है : सत्येंद्र जैन


इसी खंड पर DMRC ने पिछले महीने मुकरबा चौक पर फेज-IV के सबसे पहले टी-गर्डर का निर्माण करके एक अन्य बड़ी उपलब्धि हासिल की है. ये टी-गर्डर प्री-टेंशन्ड हैं और इनकी कास्टिंग मुंडका स्थित कास्टिंग यार्ड में की जाती है. कास्टिंग के बाद इन गर्डरों को साइट पर लाया जाता है और 400 मी. टन क्षमता वाली दो विशालकाय क्रेनों की मदद से इन्हें लॉन्च किया जाता है. इनमें प्रत्येक गर्डर की लंबाई 37 मीटर है तथा भार लगभग 90 मी. टन है. जिन खंबों पर पहला गर्डर रखा गया है उनकी ऊंचाई भूमितल से लगभग 18 मीटर है. इसके अतिरिक्त लांचर की लोड टैस्टिंग मजलिस पार्क में की गई है और लांचर के साथ यू-गर्डर की लांचिग मजलिस पार्क से मुकरबा चौक के इसी खंड पर शुरू की जाएगी.

नई दिल्ली: पिछले कुछ महीनों में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के चलते सामने आईं अनेक बाधाओं के बावजूद दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (Delhi Metro Rail Corporation) ने अपने फेज-IV के कॉरिडोर का निर्माण कार्य जारी रखा है और कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियां भी हासिल की हैं.

अप्रैल 2021 में लॉकडाउन लगने से पहले DMRC की साइटों पर मजदूरों की संख्या चार हजार से अधिक थी. लॉकडाउन के बाद अनेक मजदूर इन साइटों से अपने शहर चले गए. इसके अतिरिक्त अनेक मजदूर जो पहले होली के त्यौहार के लिए चले गए थे वे भी वापस नहीं लौटे. इससे मजदूरों की संख्या धीरे-धीरे घटकर लगभग ढाई हजार रह गई.





DMRC ने हासिल की उपलब्धि
DMRC ने रुके रह गए अपने मजदूरों की न केवल डॉक्टरी और आवास इत्यादि संबंधी देखभाल की बल्कि अपने फेज-IV के निर्माण कार्य में कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियां भी हासिल की हैं. इस अवधि के दौरान सरकार द्वारा समय-समय पर जारी कोविड संबंधी सभी दिशानिर्देशों का भी सख्ती से पालन किया गया है. कोविड संबंधी प्रतिबंध समाप्त होने के बाद DMRC की साइटों पर उपलब्ध श्रमशक्ति में अब क्रमिक बढ़ोतरी हुई है.

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जनकपुरी पश्चिम – आरके आश्रम मार्ग कॉरिडोर पर जनकपुरी पश्चिम और कृष्णा पार्क एक्सटेंशन के बीच सुरंगों के कार्य के लिए DMRC ने फेज-IV के पहले भूमिगत सेक्शन में इस अवधि के दौरान कई महत्वपूर्ण लक्ष्य हासिल किए हैं. इन महीनों में DMRC ने 2.8 किलोमीटर लंबी दोहरी सुरंगों में से एक सुरंग में 500 मीटर की टनलिंग का कार्य पूरा कर लिया है. दिल्ली मेट्रो ने कास्टिंग यार्ड में टनल के 50% से अधिक सेगमेंट का कार्य भी पूरा कर लिया है. इस खंड पर पहली दोहरी सुरंगों के इस वर्ष सितंबर से पहले तक पूरा होने की उम्मीद है.

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इसी खंड पर DMRC ने पिछले महीने मुकरबा चौक पर फेज-IV के सबसे पहले टी-गर्डर का निर्माण करके एक अन्य बड़ी उपलब्धि हासिल की है. ये टी-गर्डर प्री-टेंशन्ड हैं और इनकी कास्टिंग मुंडका स्थित कास्टिंग यार्ड में की जाती है. कास्टिंग के बाद इन गर्डरों को साइट पर लाया जाता है और 400 मी. टन क्षमता वाली दो विशालकाय क्रेनों की मदद से इन्हें लॉन्च किया जाता है. इनमें प्रत्येक गर्डर की लंबाई 37 मीटर है तथा भार लगभग 90 मी. टन है. जिन खंबों पर पहला गर्डर रखा गया है उनकी ऊंचाई भूमितल से लगभग 18 मीटर है. इसके अतिरिक्त लांचर की लोड टैस्टिंग मजलिस पार्क में की गई है और लांचर के साथ यू-गर्डर की लांचिग मजलिस पार्क से मुकरबा चौक के इसी खंड पर शुरू की जाएगी.

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