नई दिल्ली: 29 सितंबर से देश की सबसे बड़ी रामलीला 'लव-कुश रामलीला' का आयोजन होने जा रहा है. इस बार रामलीला में पीएम मोदी के सिंगल यूज प्लास्टिक बैन को लेकर चलाए जा रहे अभियान को भी ध्यान में रखा गया है.
'लव-कुश रामलीला' कमेटी ने निमंत्रण पत्र में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक को पूरी तरीके से बैन कर दिया है. लव-कुश रामलीला कमेटी के चेयरमैन अशोक अग्रवाल ने बताया कि इस साल हमने रामलीला में इस्तेमाल होने वाले 50 फीसदी प्लास्टिक को पूरी तरीके से बैन कर दिया है.
अशोक अग्रवाल ने बताया हर साल जो निमंत्रण पत्र बनाए जाते थे उसमें कागज के साथ-साथ प्लास्टिक का भी इस्तेमाल होता था. निमंत्रण पत्र के ऊपर प्लास्टिक की कोटिंग की जाती थी लेकिन इस बार उस प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया गया है केवल कागज के इस्तेमाल से ही निमंत्रण पत्र तैयार किए गए हैं.
अशोक अग्रवाल ने बताया कि इस समय दुनिया में जो सबसे बड़ा दानव है वो प्लास्टिक है. इस प्लास्टिक को हम सबको मिलकर खत्म करना है. इसके लिए हम सब को एक साथ आगे आना होगा. हमें अपने मन में यह संकल्प लेना होगा कि हम प्लास्टिक का इस्तेमाल कम से कम करेंगे. जिसको ध्यान में रखते हुए रामलीला कमेटी के निमंत्रण पत्र में इस बार बिल्कुल प्लास्टिक इस्तेमाल नहीं किया गया.