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लव-कुश रामलीला कमेटी ने कागज के निमंत्रण पत्र बनाए, प्लास्टिक के खिलाफ मुहिम - रामलीला

लव कुश रामलीला कमेटी के चेयरमैन अशोक अग्रवाल ने बताया कि इस साल हमने रामलीला में इस्तेमाल होने वाले 50 फीसदी प्लास्टिक को पूरी तरीके से बैन कर दिया है.

प्लास्टिक पर लव-कुश रामलीला कमेटी की पहल
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Published : Sep 26, 2019, 1:36 PM IST

नई दिल्ली: 29 सितंबर से देश की सबसे बड़ी रामलीला 'लव-कुश रामलीला' का आयोजन होने जा रहा है. इस बार रामलीला में पीएम मोदी के सिंगल यूज प्लास्टिक बैन को लेकर चलाए जा रहे अभियान को भी ध्यान में रखा गया है.

रामलीला कमेटी के चेयरमैन अशोक अग्रवाल

'लव-कुश रामलीला' कमेटी ने निमंत्रण पत्र में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक को पूरी तरीके से बैन कर दिया है. लव-कुश रामलीला कमेटी के चेयरमैन अशोक अग्रवाल ने बताया कि इस साल हमने रामलीला में इस्तेमाल होने वाले 50 फीसदी प्लास्टिक को पूरी तरीके से बैन कर दिया है.

अशोक अग्रवाल ने बताया हर साल जो निमंत्रण पत्र बनाए जाते थे उसमें कागज के साथ-साथ प्लास्टिक का भी इस्तेमाल होता था. निमंत्रण पत्र के ऊपर प्लास्टिक की कोटिंग की जाती थी लेकिन इस बार उस प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया गया है केवल कागज के इस्तेमाल से ही निमंत्रण पत्र तैयार किए गए हैं.

अशोक अग्रवाल ने बताया कि इस समय दुनिया में जो सबसे बड़ा दानव है वो प्लास्टिक है. इस प्लास्टिक को हम सबको मिलकर खत्म करना है. इसके लिए हम सब को एक साथ आगे आना होगा. हमें अपने मन में यह संकल्प लेना होगा कि हम प्लास्टिक का इस्तेमाल कम से कम करेंगे. जिसको ध्यान में रखते हुए रामलीला कमेटी के निमंत्रण पत्र में इस बार बिल्कुल प्लास्टिक इस्तेमाल नहीं किया गया.

नई दिल्ली: 29 सितंबर से देश की सबसे बड़ी रामलीला 'लव-कुश रामलीला' का आयोजन होने जा रहा है. इस बार रामलीला में पीएम मोदी के सिंगल यूज प्लास्टिक बैन को लेकर चलाए जा रहे अभियान को भी ध्यान में रखा गया है.

रामलीला कमेटी के चेयरमैन अशोक अग्रवाल

'लव-कुश रामलीला' कमेटी ने निमंत्रण पत्र में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक को पूरी तरीके से बैन कर दिया है. लव-कुश रामलीला कमेटी के चेयरमैन अशोक अग्रवाल ने बताया कि इस साल हमने रामलीला में इस्तेमाल होने वाले 50 फीसदी प्लास्टिक को पूरी तरीके से बैन कर दिया है.

अशोक अग्रवाल ने बताया हर साल जो निमंत्रण पत्र बनाए जाते थे उसमें कागज के साथ-साथ प्लास्टिक का भी इस्तेमाल होता था. निमंत्रण पत्र के ऊपर प्लास्टिक की कोटिंग की जाती थी लेकिन इस बार उस प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया गया है केवल कागज के इस्तेमाल से ही निमंत्रण पत्र तैयार किए गए हैं.

अशोक अग्रवाल ने बताया कि इस समय दुनिया में जो सबसे बड़ा दानव है वो प्लास्टिक है. इस प्लास्टिक को हम सबको मिलकर खत्म करना है. इसके लिए हम सब को एक साथ आगे आना होगा. हमें अपने मन में यह संकल्प लेना होगा कि हम प्लास्टिक का इस्तेमाल कम से कम करेंगे. जिसको ध्यान में रखते हुए रामलीला कमेटी के निमंत्रण पत्र में इस बार बिल्कुल प्लास्टिक इस्तेमाल नहीं किया गया.

Intro:29 सितंबर से देश की सबसे बड़ी रामलीला लव कुश रामलीला का आयोजन होने जा रहा है और इस बार रामलीला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिंगल यूज प्लास्टिक बैन को लेकर चलाए जा रहे अभियान को भी ध्यान में रखा गया है जिसके लिए लव कुश रामलीला कमेटी ने निमंत्रण पत्र में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक को पूरी तरीके से बैन कर दिया है, लव कुश रामलीला कमेटी के चेयरमैन अशोक अग्रवाल ने बताया कि हमने रामलीला में इस्तेमाल होने वाले 50 फ़ीसदी प्लास्टिक को पूरी तरीके से इस साल बैन कर दिया.


Body:अशोक अग्रवाल ने बताया हर साल जो निमंत्रण पत्र बनाए जाते थे उसमें कागज के साथ-साथ प्लास्टिक का भी इस्तेमाल होता था, निमंत्रण पत्र के ऊपर प्लास्टिक की कोटिंग की जाती थी लेकिन इस बार उस प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया गया है केवल कागज के इस्तेमाल से ही निमंत्रण पत्र तैयार किए गए हैं जिससे की रामलीला में इस्तेमाल होने वाले 50 फ़ीसदी तक प्लास्टिक को खत्म किया गया है




Conclusion:अशोक अग्रवाल ने बताया कि इस समय दुनिया में जो सबसे बड़ा दानव है वह प्लास्टिक है जिसे हम सबको मिलकर खत्म करना है इसके लिए हम सब को एक साथ आगे आना होगा और अपने मन में यह संकल्प लेना होगा कि हम प्लास्टिक का इस्तेमाल कम से कम करेंगे जिस को ध्यान में रखते हुए रामलीला कमेटी ने भी निमंत्रण पत्र में इस बार बिल्कुल प्लास्टिक इस्तेमाल नहीं किया.


नोट- कार्ड की फोटो रैप से भेजी है
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