नई दिल्ली : केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा आजादी के अमृत वर्ष पर दिल्ली इंटरनेशनल आर्ट फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. कर्तव्य पथ पर 16 दिसंबर से 30 दिसंबर तक चलने वाले इस कार्यक्रम में संगीत नृत्य रंगमंच कठपुतली कविता साहित्य दृश्य कला फिल्म और प्रदर्शनी समेत देश में प्रचलित सभी विधाओं का मंचन और प्रदर्शन किया जाएगा. इस महोत्सव के संस्थापक निदेशक प्रसिद्ध नृत्यांगना पद्मश्री प्रतिभा प्रह्लाद के निर्देशन में फोरम फॉर आर्ट बियोंड बॉर्डर एंड प्रसिद्ध फाउंडेशन के द्वारा यह मेगा इवेंट आयोजित किया जाएगा. पारंपरिक से लेकर समकालीन प्रचलित कलाओं के सभी रूपों का इस महोत्सव में प्रदर्शन किया जाएगा.
प्रतिभा प्रह्लाद ने कहा कि यह वर्ष कई मायनों में खास है. यह हमारे प्यारे देश की औपनिवेशिक शासन से आजादी का 75वां वर्ष है. आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर भारत जी-20 की अध्यक्षता भी कर रहा है और हम सभी कोरोना वायरस लॉकडाउन के अंधेरे से बाहर निकलकर भारत में एक नई ताकत एक नई रोशनी नई दिशा की ओर आगे बढ़ रहे हैं. इस आयोजन की थीम को ध्यान में रखते हुए हम उन सभी योद्धाओं को सलाम करने वाले हैं, जिन्होंने हमें स्वतंत्रता दिलाने में अपनी जान कुर्बान की. इसके साथ ही महिला सशक्तिकरण पवित्र नदियों की सफाई देश को स्वच्छ और बीमारी से मुक्त रखने पारिस्थितिकी और पर्यावरण के संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता और प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने का प्रयास इसके साथ ही वसुधैव कुटुंबकम को भी दिल्ली इंटरनेशनल आर्ट फेस्टिवल के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा.
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आयोजन की थीम को लेकर प्रतिभा प्रह्लाद ने कहा कि एक भारत वह है जो 75 वर्ष पहले औपनिवेशिक शासन से आजाद हुआ और उसने गढ़ तांत्रिक रूप लिया जबकि एक अन्य भारत वादी है जो सदियों से विद्यमान है और उसकी कलाएं आज भी जीवंत है. उन कलाओं को आज के भारत से रूबरू कराना और देश को हमारी बढ़ती ताकत उसके साथ ही हमारे कौशल से परिचित कराना ही इस कार्यक्रम का उद्देश्य है. इसीलिए इस कार्यक्रम को व्हेयर भारत मीट्स इंडिया की थीम दी गयी है.