नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार, अपने उच्च शिक्षण संस्थानों में एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने की दिशा में लगातार प्रयासरत है. इसी कड़ी में दिल्ली की उच्च शिक्षा मंत्री आतिशी ने शुक्रवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास के रिसर्च पार्क का दौरा किया. आईआईटी मद्रास रिसर्च पार्क को ऐसे इकोसिस्टम के रूप में विकसित किया गया है, जहां फैकल्टी, छात्र और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स, रिसर्च एंड डेवलपमेंट के माध्यम से टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने की दिशा में काम करते हैं.
इनक्यूबेशन सेंटर्स का किया दौरा: शिक्षा मंत्री आतिशी ने रिसर्च पार्क में विभिन्न स्पेशलाइज्ड इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर्स का दौरा किया. उन्होंने एक्सपर्ट्स के साथ इस बात पर चर्चा की कि कैसे आवश्यक बदलावों के साथ दिल्ली सरकार के उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्रों के बीच एंटरप्रेन्योरशिप की संस्कृति को बढ़ावा दिया जा सकता है.
उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार, अपने सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में एंटरप्रेन्योरशिप को लेकर सकारात्मक वातावरण तैयार करने की दिशा में काम कर रही है. ऐसे में आईआईटी मद्रास रिसर्च पार्क का दौरा यह समझने का प्रयास है कि हम एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए अपने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को कैसे और बेहतर बना सकते हैं.'
जॉब सीकर को बनाना है जॉब प्रोवाइडर: शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि आईआईटी मद्रास का रिसर्च पार्क मॉडल कंपनियों, संगठनों और इच्छुक उद्यमियों को विभिन्न क्षेत्रों में रिसर्च व डेवलपमेंट की दिशा में सपोर्ट करने और आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करता है. यह हमारे उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए एक बड़ी प्रेरणा के रूप में काम कर सकता है.
केजरीवाल सरकार का विजन दिल्ली के प्रत्येक युवा को जॉब सीकर के बजाय आत्मनिर्भर व जॉब प्रोवाइडर बनाना है, ताकि वो देश से बेरोजगारी की महामारी को खत्म कर सकें. ऐसे में हमने बिजनेस ब्लास्टर्स जैसे कार्यक्रमों के साथ अपने स्कूली बच्चों को एंटरप्रेन्योर बनने का एक मंच प्रदान किया, जिसके बाद अब कॉलेजों को और विश्वविद्यालयों के छात्रों की बारी है.
एंटरप्रेन्योर्स के साथ की लंबी बातचीत: उन्होंने आईआईटी मद्रास सर्च पार्क इनक्यूबेशन सेल, हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी इनोवेशन सेंटर, बैटरी इंजीनियरिंग एंड इलेक्ट्रिक व्हीकल सेंटर, एडवांस मैन्यूफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट सेंटर, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ऑन सेंसर्स, नेटवर्किंग एक्चुएटर्स, कंट्रोल सिस्टम, स्पेशलाइज्ड सेंटर ऑफ वायरलेस टेक्नोलॉजी, 5जी लैब और नेशनल सेंटर फॉर असिस्टेंट हेल्थ टेक्नोलॉजी का भी दौरा किया और इन क्षेत्रों में अपने स्टार्टअप्स पर काम कर रहे विभिन्न एंटरप्रेन्योर के साथ लंबी बातचीत की.
रिसर्च पार्क में हो रहे ये काम: गौरतलब है कि वर्तमान में 80 से अधिक रिसर्च एंड डेवलपमेंट कंपनियां/संगठन आईआईटी मद्रास रिसर्च पार्क में ऑटो और ऑटोमोटिव एनर्जी, कम्युनिकेशन और नेटवर्क, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और डिजाइन, पावर और ऊर्जा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में काम कर रहे हैं. यह रिसर्च पार्क आईआईटी मद्रास इनक्यूबेशन हब का भी केंद्र है, जिसका नेतृत्व इनक्यूबेशन सेल करता है. इसमें 300 से अधिक इनक्यूबेटेड कंपनियां हैं, जिन्होंने अब तक 7,000 से अधिक नौकरियां तैयार की हैं.
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