नई दिल्ली: दिल्ली में अब कोरोना के मामले कम होने लगे हैं. लगातार तीसरे दिन 5 हजार से कम कोरोना केस सामने आए हैं, वहीं संक्रमण दर 7 फीसदी से नीचे पहुंच गई है. लेकिन कोरोना के कारण हो रही मौत के मामलों में कमी नहीं आ रही है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन इसके लिए सर्दी के मौसम में कोरोना की गम्भीरता और प्रदूषण को कारण मानते हैं.
'दिल्ली सरकार ने कोरोना टेस्टिंग की फीस 800 रुपए की'
कोरोना टेस्टिंग की फीस करने के दिल्ली सरकार के फैसले को लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी प्राइवेट लैब्स को RT-PCR टेस्ट की फीस 2400 रुपए से घटाकर 800 रुपए करने का निर्देश दिया है. साथ ही अगर घर जाकर मरीज का सैंपल लिया जाता है तो उसका शुल्क 1200 रुपए होगा. उन्होंने कहा कि इससे कोरोना जांच के लिए प्राइवेट लैब्स में जाने वाले लोगों को राहत मिलेगी.
'इसलिए देरी से आ रही रिपोर्ट'
पिछले कुछ दिनों से इसे लेकर शिकायत आ रही है कि कोरोना के RT-PCR टेस्ट की रिपोर्ट आने में देरी हो रही है. इसको लेकर किए गए सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सभी लैब्स और हॉस्पिटल्स को यह निर्देश दिया गया है कि सैंपल्स कलेक्ट करने के 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट आ जानी चाहिए. लेकिन रिपोर्ट देरी से आने का मुख्य कारण लैब्स की कमी है. उन्होंने बताया कि हम इस पर केंद्र सरकार और आईसीएमआर से बात कर रहे हैं.
'केंद्र सरकार ने नहीं बढ़ाई लैब्स की संख्या'
सत्येंद्र जैन ने बताया कि कोरोना लैब अगर अपनी पूरी क्षमता से 10 प्रतिशत कम टेस्ट करती हैं तब 24 घंटे में रिपोर्ट देती हैं, लेकिन अभी सारे लैब्स अपनी पूरी क्षमता में टेस्ट कर रहे हैं, जिसकी वजह से देरी हो रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने लैब्स की संख्या बढ़ाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक यह संख्या नहीं बढ़ाई गई है. किसानों के प्रदर्शन के कारण हो रही समस्या को लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा कि हमें उनके बारे में सोचना चाहिए, जो 500 किमी दूर अपने घरों से चलकर अपनी बात और परेशानी बताने आए हैं.