नई दिल्ली: राजधानी के तीन सरकारी अस्पतालों में बेडों की संख्या बढ़ाने के प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. तीनो अस्पतालों में बेड़ों को बढ़ाने और अन्य काम करान के लिए लगभग 550 करोड़ से ज्यादा खर्च करने का प्रस्ताव रखा गया है.
बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में पूर्वी दिल्ली स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में नए ब्लॉकों के निर्माण और मौजूदा बेड की संख्या बढ़ाकर 460 बेड करने के प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. इस मद में 143 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
राजा हरिश्चंद्र हॉस्पिटल के लिए ₹ 244 करोड़
इसके अलावा नरेला स्थित सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र हॉस्पिटल में बेड की संख्या बढ़ाने और अस्पताल को एयर कंडीशन बनाने में 244 करोड़ रुपये खर्च होने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है. इस अस्पताल में 773 बेड बनाए जाएंगे. जिनमें से 513 बेड कैंसर मरीजों के लिए होगा. यह परिसर में बने कैंसर हॉस्पिटल का हिस्सा होगा.
जग प्रवेश चंद्र हॉस्पिटल के लिए ₹189 करोड़
दिल्ली के शास्त्री पार्क स्थित जग प्रवेश चंद्र हॉस्पिटल में भी स्वीकृत 339 बेड की संख्या को बढ़ाकर 560 करने का फैसला कैबिनेट ने लिया है और इस मद में ₹189 करोड़ खर्च होंगे. कैबिनेट द्वारा लिए गए फैसले के बाद स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार लगातार अस्पतालों की सुविधाएं बेहतर करने में जुटी हुई है. इसी कड़ी में फैसले लिए गए हैं, ताकि मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें.
अब तक मिले 200 मोहल्ला क्लिनिक
बता दें कि दिल्ली सरकार ने लोगों को बेहतर स्वास्थ सुविधा देने के लिए 1000 मोहल्ला क्लीनिक, सैकड़ों पॉलीक्लिनिक शुरू करने का ऐलान तो किया था, लेकिन विभागीय दांवपेच के चलते अभी तक इस योजना को पूरा नहीं कर पाई है. 1000 मोहल्ला क्लीनिक में से अभी तक 200 मोहल्ला क्लिनिक भी बन के तैयार नहीं हैं.
तुरंत शुरू होगी टेंडर प्रक्रिया
दिल्ली सरकार के अधीन आने वाले अस्पतालों में विस्तार कार्य शुरू करने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर देगी. आने वाले डेढ़ से 2 सालों में इस काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा जा सकता है. सरकार नए वित्त वर्ष यानी 2019-20 के लिए स्वास्थ्य मद में 7000 करोड़ रुपये सिर्फ मौजूदा बड़े अस्पतालों में सुविधाओं का विस्तार करने के लिए आवंटित कर सकती है.