नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि अपनी बहादुरी से समाज की रक्षा करने वाले लोगों को गणतंत्र दिवस के अवसर पर बहादुरी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. इसको लेकर दिल्ली सरकार के विभाग शिक्षा निदेशालय द्वारा एक सर्कुलर जारी किया गया है, जिसमें पुरस्कार से संबंधित जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं.
गौरतलब है कि बहादुरी पुरस्कार पाने के लिए ऐसा कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है, जिसने 1 सितंबर 2018 से 31 अगस्त 2020 के बीच किसी भी तरह की बहादुरी द्वारा समाज की रक्षा की हो. इसके लिए दिल्ली का हर व्यक्ति आवेदन कर सकता है, चाहे वो किसी भी वर्ग का हो.
'दिल्ली वीरता पुरस्कार'
अपनी बहादुरी या समझदारी से किसी संकटपूर्ण स्थिति में अपनी जान पर खेलकर दूसरों की रक्षा करने वाले लोगों को दिल्ली सरकार द्वारा दिल्ली वीरता पुरस्कार दिया जाएगा. इससे अन्य लोगों को भी प्रेरणा और प्रोत्साहन मिलेगा और समय आने पर वो भी अपनी वीरता का प्रदर्शन कर समाज के हित के लिए काम कर सकेंगे.
गणतंत्र दिवस पर होंगे सम्मानित
वहीं सर्कुलर में लिखा गया है कि ये वीरता पुरस्कार उन लोगों के लिए है जिन्होंने शारीरिक तौर पर या अपनी बुद्धि बल का प्रयोग कर किसी भी गंभीर परिस्थिति से बाहर निकलने और दूसरों की मदद करने में अपनी जान की बाजी लगा दी हो. किसी को डूबने से बचाया हो, किसी को आग से बचाया हो या किसी भी प्राकृतिक आपदा और अन्य भयावह स्थिति से किसी की रक्षा की हो. इस तरह के बहादुरी के काम के लिए उन्हें दिल्ली सरकार द्वारा 2021 के गणतंत्र दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जाएगा.
10 लोग होंगे चयनित
इस सम्मान को प्राप्त करने के लिए किसी भी वर्ग का हर वो व्यक्ति आवेदन कर सकता है, जिसने 1 सितंबर 2018 से 31 अगस्त 2020 के बीच कोई भी बहादुरी का काम किया हो. बता दें कि कुल नामांकन में से केवल 10 लोगों को इस पुरस्कार के लिए चयनित किया जाएगा और बतौर पुरस्कार एक सर्टिफिकेट और 2 लाख की नकद राशि दी जाएगी.