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महिला सुरक्षा को लेकर उठाए कदम की समीक्षा करेगी टास्क फोर्स - Women Security

टास्क फोर्स में प्रतिदिन यात्रा करने वाली दो महिला यात्री, दिल्ली महिला आयोग के प्रतिनिधि, एनजीओ के प्रतिनिधि, समाज के दो प्रतिनिधि व परिवहन मामलों के विशेषज्ञ को शामिल किया गया है.

महिला सुरक्षा को लेकर उठाए कदम की समीक्षा करेगी टास्क फोर्स
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Published : Jun 16, 2019, 3:05 PM IST

नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार मेट्रो और डीटीसी की बसों में महिलाओं की मुफ्त सवारी योजना को लागू करने की तैयारी में जुटी हुई है. वहीं, दिल्ली सरकार के डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन (डीडीसी) ने राजधानी की बसों में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था संबंधी प्रस्ताव तैयार करने के लिए टास्क फोर्स गठित किया है.

परिवहन मंत्री ने दी अनुमति
डीडीसी द्वारा गठित टास्क फोर्स को बसों के भीतर व अन्य स्थानों पर महिला सुरक्षा को बेहतर करने की योजना बनाने का काम दिया गया है. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बसों में सुरक्षा को लेकर टास्क फोर्स के गठन को अपनी अनुमति दे दी है. इसके बाद अब राजधानी में बस में सफर करने वाली महिलाओं की सुरक्षा को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी.

महिला सुरक्षा को लेकर समीक्षा करेगी टास्क फोर्स

ये होंगे टॉस्क फ़ोर्स के सदस्य
टास्क फोर्स में प्रतिदिन यात्रा करने वाली दो महिला यात्री, दिल्ली महिला आयोग के प्रतिनिधि, एनजीओ के प्रतिनिधि, समाज के दो प्रतिनिधि व परिवहन मामलों के विशेषज्ञ को शामिल किया गया है. टास्क फोर्स का कार्यकाल एक वर्ष के लिए या इस सरकार के कार्यकाल तक होगा.

टॉस्क फोर्स करेगा ये काम
टास्क फोर्स का काम होगा कि परिवहन विभाग द्वारा महिला सुरक्षा के लिए जो भी कदम उठाए गए हैं उसकी समीक्षा करें.

यह टास्क फोर्स बसों में सीसीटीवी, पैनिक बटन लगाने और मार्शल तैनात करने के बाद सुरक्षा व्यवस्था कितनी बेहतर हुई है? उसका भी आंकलन करेगी. साथ ही यह देखेगी कि महिलाओं को उपलब्ध कराई गई सुरक्षा व्यवस्था में कहीं कोई कमी तो नहीं है.

बता दें कि दिल्ली के वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद ही दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे थे और तब ही टास्क फोर्स बनाने की बात हुई थी.

नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार मेट्रो और डीटीसी की बसों में महिलाओं की मुफ्त सवारी योजना को लागू करने की तैयारी में जुटी हुई है. वहीं, दिल्ली सरकार के डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन (डीडीसी) ने राजधानी की बसों में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था संबंधी प्रस्ताव तैयार करने के लिए टास्क फोर्स गठित किया है.

परिवहन मंत्री ने दी अनुमति
डीडीसी द्वारा गठित टास्क फोर्स को बसों के भीतर व अन्य स्थानों पर महिला सुरक्षा को बेहतर करने की योजना बनाने का काम दिया गया है. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बसों में सुरक्षा को लेकर टास्क फोर्स के गठन को अपनी अनुमति दे दी है. इसके बाद अब राजधानी में बस में सफर करने वाली महिलाओं की सुरक्षा को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी.

महिला सुरक्षा को लेकर समीक्षा करेगी टास्क फोर्स

ये होंगे टॉस्क फ़ोर्स के सदस्य
टास्क फोर्स में प्रतिदिन यात्रा करने वाली दो महिला यात्री, दिल्ली महिला आयोग के प्रतिनिधि, एनजीओ के प्रतिनिधि, समाज के दो प्रतिनिधि व परिवहन मामलों के विशेषज्ञ को शामिल किया गया है. टास्क फोर्स का कार्यकाल एक वर्ष के लिए या इस सरकार के कार्यकाल तक होगा.

टॉस्क फोर्स करेगा ये काम
टास्क फोर्स का काम होगा कि परिवहन विभाग द्वारा महिला सुरक्षा के लिए जो भी कदम उठाए गए हैं उसकी समीक्षा करें.

यह टास्क फोर्स बसों में सीसीटीवी, पैनिक बटन लगाने और मार्शल तैनात करने के बाद सुरक्षा व्यवस्था कितनी बेहतर हुई है? उसका भी आंकलन करेगी. साथ ही यह देखेगी कि महिलाओं को उपलब्ध कराई गई सुरक्षा व्यवस्था में कहीं कोई कमी तो नहीं है.

बता दें कि दिल्ली के वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद ही दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे थे और तब ही टास्क फोर्स बनाने की बात हुई थी.

Intro:नई दिल्ली. महिला सुरक्षा को लेकर दिल्ली सरकार मेट्रो और डीटीसी की बसों में महिलाओं की मुफ्त सवारी योजना को लागू करने की तैयारी में जुटी हुई है. तो इधर, दिल्ली सरकार के डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन (डीडीसी) ने राजधानी की बसों में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था संबंधी प्रस्ताव तैयार करने के लिए टास्क फोर्स गठित किया है.


Body:डीडीसी द्वारा गठित टास्क फोर्स में बसों के भीतर व अन्य स्थानों पर महिला सुरक्षा को बेहतर करने की योजना बनाने का काम दिया गया है. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बसों में सुरक्षा को लेकर टास्क फोर्स के गठन को अपनी अनुमति दे दी है. इसके बाद अब राजधानी में बस में सफर करने वाली महिलाओं की सुरक्षा को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी.

ये लोग होंगे टॉस्क फ़ोर्स के सदस्य

टास्क फोर्स में प्रतिदिन यात्रा करने वाली दो महिला यात्री, दिल्ली महिला आयोग के प्रतिनिधि, एनजीओ के प्रतिनिधि, समाज के दो प्रतिनिधि व परिवहन मामलों के विशेषज्ञ को शामिल किया गया है. टास्क फोर्स का कार्यकाल एक वर्ष के लिए या इस सरकार के कार्यकाल तक होगा.

यह होगा टॉस्क फ़ोर्स का काम

टास्क फोर्स का काम होगा कि परिवहन विभाग द्वारा महिला सुरक्षा के लिए जो भी कदम उठाए गए हैं उसकी समीक्षा करें. यह टास्क फोर्स बसों में सीसीटीवी, पैनिक बटन लगने को, मार्शल तैनात करने के बाद सुरक्षा व्यवस्था कितनी बेहतर हुई है? उसका भी आकलन करेगी. साथ ही यह देखेगी कि महिलाओं को उपलब्ध कराई गई सुरक्षा व्यवस्था में कहीं कोई कमी तो नहीं है.


Conclusion:बता दें कि दिल्ली के वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद ही दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे थे और तब ही टास्क फोर्स बनाने की बात हुई थी.

समाप्त, आशुतोष झा
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