नई दिल्ली: दिल्ली सरकार राजधानी के 100 दलित छात्रों को विदेश में पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति देने की योजना ला रही है. प्रतिभाशाली छात्र जो कला, कृषि, कानून, चिकित्सा और इंजीनियरिंग आदि के क्षेत्र में एमफिल और पीएचडी की पढ़ाई करना चाहते हैं. वह इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं.
दलित छात्र विदेश जाकर कर सकते हैं पढ़ाई
पिछले दिनों दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने दिल्ली सरकार के जय भीम मुख्यमंत्री योजना के नतीजे को लेकर खासे उत्साहित थे. क्योंकि इस योजना के तहत तकरीबन 35 छात्रों को देश के नामी-गिरामी मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेज में इस वर्ष दाखिला मिल पाया.
अब दलित छात्र आगे विदेश जाकर भी उच्च शिक्षा हासिल कर सकें, इसलिए जल्दी इस प्रस्ताव को कैबिनेट के समक्ष लाया जाएगा. सरकार करीब 100 छात्रों को 2 साल के पाठ्यक्रम के लिए 10 लाख और 4 साल के पाठ्यक्रम के लिए 20 लाख की वित्तीय मदद मुहैया कराएगी.
योजना का लाभ उठाने के लिए वार्षिक आय की सीमा 6 लाख रुपये रखी जा सकती है. विदेश में उच्च शिक्षा हासिल करना महंगा है. लेकिन सरकार का मानना है कि ऐसे प्रतिभाशाली छात्रों को कोई कमी नहीं होगी. इन्हें बराबर का मौका दिया जाए तो वह कुछ भी हासिल कर सकते हैं.