नई दिल्ली: राजधानी में एक बार फिर कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को लेकर दिल्ली सरकार पूरी तरह सतर्क हो गई है. सरकार ने कोरोना संक्रमित पाए जाने वाले सभी मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग कराने का भी ऐलान किया है. इसके अलावा सरकार ने पहले से ही दिल्ली के 100 से ज्यादा सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए 7988 बेड आरक्षित कर रखे हैं. इन अस्पतालों के अलावा भी सरकार ने 50 से ज्यादा छोटे अस्पतालों में भी 10, 20, 25 और 30 बेड तक आरक्षित कर रखे हैं.
अस्पताल एडमिट करने से नहीं कर सकते मनाः गंभीर संक्रमण होने की स्थिति में अगर आप इन अस्पतालों में जाते हैं तो कोई भी अस्पताल आपको बेड खाली न होने का बहाना बनाकर भर्ती करने से मना नहीं कर सकता. वहीं, बहुत से अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित बेड, कुल बेड, एडमिट बेड और खाली बेड की संख्या डिस्प्ले नहीं की जा रही है, जबकि सरकार का निर्देश है कि कोरोना मरीजों के आरक्षित सभी तरह के बेड की संख्या डिस्प्ले की जाए.
उल्लेखनीय है कि राजधानी में पिछले तीन दिन से कोरोना के प्रतिदिन मरीज दो सौ से अधिक मिल रहे हैं. साथ ही सक्रिय मरीजों की संख्या भी हजार के पार पहुंच चुकी है, जबकि 70 से ज्यादा मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं. 25 से ज्यादा मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर, तीन मरीज वेंटिलेटर पर और 30 से ज्यादा मरीज आईसीयू में हैं.
किस अस्पताल में कितने बेड आरक्षित
अस्पताल का नाम | आरक्षित बेड |
इंदिरा गांधी अस्पताल द्वारका | 1241 |
बुराड़ी अस्पताल | 600 |
लेडी हार्डिंग | 516 |
एम्स ट्रॉमा सेंटर | 11 |
राम मनोहर लोहिया | 405 |
जीटीबी अस्पताल | 450 |
लोकनायक अस्पताल | 450 |
राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी | 300 |
सफदरजंग अस्पताल | 210 |
हिंदूराव अस्पताल | 250 |
अंबेडकर नगर अस्पताल | 200 |
दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल | 50 |
दीपचंद बंधु अस्पताल | 50 |
राजन बाबू इंस्टीट्यूट | 49 |
सेंट स्टीफेंस | 238 |
सर गंगाराम | 56 |
मैक्स साकेत | 180 |
होली फैमिली | 100 |
फोर्टिस वसंतकुंज | 64 |
इंद्रप्रस्थ अपोलो | 62 |
राजीव गांधी कैंसर अस्पताल | 50 |
बीएलके मैक्स | 47 |
मैक्स पटपड़गंज | 40 |
श्री राम सिंह अस्पताल कृष्णा नगर | 52 |
महा दुर्गा चैरिटेबल | 66 |
बत्रा अस्पताल | 50 |