नई दिल्लीः दिल्ली में कोरोना का कहर एक बार फिर शुरू हो गया है. इसके साथ ही लोगों की परेशानी बढ़ गई है. शादी विवाह का मौसम भी शुरू हो गया है, लेकिन कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एक बार फिर शादी समारोह में 50 से अधिक लोगों के शामिल होने पर रोक लगा दी है.
2 दिन पहले ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शादी समारोह में अधिकतम 50 लोगों के मौजूद होने की अनुमति देने संबंधित एक प्रस्ताव उपराज्यपाल अनिल बैजल को भेजा था, जिसकी मंजूरी मिल गई है. अब शादी समारोह में 50 से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकते हैं.
कुछ दिन पहले ही अधिकतम सीमा 200 की थी
बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी पहले वाले आदेश, जिसमें उन्होंने शादी समारोह में 200 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी थी. वहीं अब सिर्फ 50 लोगों के शामिल होने का आदेश जारी किया है. कुछ समय पहले जब दिल्ली में कोरोना का प्रकोप थमता हुआ नजर आ रहा था, उस समय केजरीवाल ने यह छूट दी थी, लेकिन इस आदेश के पास होने के थोड़े ही दिन बाद फिर से पहले वाले आदेश को लागू कर दिया है.
28 अक्टूबर के बाद अचानक बढ़े कोरोना के मामले
बता दें कि दिल्ली में 28 अक्टूबर के बाद कोरोना के नए मामले तेजी से बढ़ने लगे. 28 अक्टूबर को पहली बार दिल्ली में 5000 से ज्यादा कोरोना के नए मामले देखे गए. पिछले बुधवार को नए मामले 8000 की संख्या को पार कर गया. कोरोना वायरस की इस भयावह प्रकोप को देखते हुए दिल्ली सरकार में बेचैनी बढ़ गई है. केंद्र सरकार ने भी आनन-फानन में दिल्ली में पैरामिलिट्री फोर्स और उनके डॉक्टर्स की मदद लेने का निर्णय लिया. गुरुवार को कोरोना से 104 लोगों की मौत हुई, जो पिछले 5 महीनों में कोरोना से मरने वालों की सर्वाधिक संख्या थी.
दोबारा नहीं लगेगा लॉकडाउन
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन मानते हैं कि दिल्ली में कोरोना वायरस की तीसरी लहर समाप्त हो गई है. अब कोरोना के मामले आगे नहीं बढ़ सकते. वहीं लॉकडाउन दोबारा लगाने पर उन्होंने इसकी संभावना से इनकार किया. मार्च महीने में पहला लॉकडाउन लगाया गया था, उसमें भी शादी का मौसम था कोरोना का सबसे अधिक प्रभाव जिन लोगों पर पड़ा है उनमें से शादी विवाह के व्यापार से जुड़े लोग भी प्रभावित हुए हैं.