नई दिल्ली: दिल्ली का पारा रोज एक नया रिकॉर्ड कायम कर रहा है. इस बढ़ते तापमान का असर दिल्ली में बिजली की मांग पर पड़ रहा है. बुधवार को दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग 7409 मेगा वाट रिकॉर्ड की गई.
बिजली कंपनियां काफी समय से अनुमान लगा रही थी कि इस साल गर्मी के मौसम में दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग 74 हजार मेगावाट तक पहुंच सकती है.
पहली बार इतनी मांग
दिल्ली के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग 7409 मेगावाट दर्ज की गई है.
भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए लोग एसी, कूलर और पंखों का सहारा ले रहे हैं. दिल्ली के ऊपर बढ़ते बिजली भार के पीछे कूलिंग लोड मुख्य कारण है.
एक अनुमान के मुताबिक गर्मियों में दिल्ली की लगभग 50% बिजली की मांग एसी, कूलर और पंखों के इस्तेमाल से बढ़ जाती है.
बीआरपीएल और बीवाईपीएल ने अपने संबंधित क्षेत्रों में 3159 मेगावाट और 1686 मेगावाट की उच्चस्तरीय बिजली मांगों को सफलतापूर्वक पूरा किया है.
पिछले 10 साल में दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग-
- 1 जुलाई 2019: 7214 मेगावाट
- 10 जुलाई 2018: 7016 मेगावाट
- 6 जून 2017 : 6526 मेगावाट
- 1 जुलाई 2016: 6261 मेगावाट
- 19 जून 2015: 5846 मेगावाट
- 15 जुलाई 2014: 5925 मेगावाट
- 6 जून 2013: 5653 मेगावाट
- 5 जुलाई 2012: 5642 मेगावाट
- 2 अगस्त 2011: 5028 मेगावाट
- 1 जुलाई 2010: 4720 मेगावाट
- 8 जुलाई 2009: 4408 मेगावाट