नई दिल्लीः दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कार्यरत गेस्ट टीचरों को ग्रीष्मकालीन अवकाश खत्म होने के साथ 10 जून से स्कूल में दोबारा ज्वाइनिंग मिल गई, लेकिन ज्वाइनिंग की यह खुशी एक सप्ताह तक के लिए भी नहीं रह सकी.
दरअसल शिक्षा निदेशालय (Directorate of Education) की ओर से टीजीटी (TGT) से पीजीटी (PGT) में दो हजार से अधिक शिक्षकों की प्रमोशन की सूची जारी कर दी गई. इसके बाद अब गेस्ट टीचरों के सामने रोजगार का संकट आ खड़ा हुआ है.
टीजीटी से पीजीटी प्रमोशन के बाद बेरोजगार हुए गेस्ट टीचर
बता दें कि शिक्षा निदेशालय के द्वारा टीजीटी से पीजीटी में 2,694 शिक्षकों को प्रमोशन मिला है. वहीं टीजीटी से पीजीटी में प्रमोशन मिलने के बाद पीजीटी पद पर कार्यरत गेस्ट टीचर रिलीव हो गए हैं. अब इतनी ही संख्या में गेस्ट टीचरों के पास रोजगार का संकट आ खड़ा हुआ है.
वहीं ऑल इंडिया गेस्ट टीचर असोसिएशन (एआईजीटीए) के अध्यक्ष अरुण डेढ़ा ने कहा कि दिल्ली सरकार ने कहा था कि कोरोना काल में किसको नौकरी से नहीं निकाला जाएगा, लेकिन इसके बावजूद भी 2,694 गेस्ट टीचर बेरोजगार हो गए हैं.
संत राम, राजकीय स्कूल शिक्षक संघ (जीएसटीए), सेक्रेटरी, डिस्ट्रिक्ट वेस्ट ए, ने कहा कि पीजीटी के पद पर गेस्ट टीचरों के लिए अब मुश्किल से कहीं जगह बची है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में टीजीटी की प्रमोशन लिस्ट भी आने वाली है. साथ ही कहा कि प्रमोशन एक स्वाभाविक प्रक्रिया है गेस्ट टीचरों को लेकर अगर कोई नीति बनी होती तो नतीजा कुछ और होता.
इतने शिक्षकों का हुआ प्रमोशन
मालूम हो कि सबसे अधिक प्रमोशन पॉलिटिकल साइंस 400, हिंदी 340, हिस्ट्री 338, इंग्लिश 305, इकोनॉमिक्स 269, संस्कृत 166, केमिस्ट्री 92, बायोलॉजी 103, पंजाबी 15, सोशलॉजी 105, फाइन आर्ट पेंटिंग 49, साइकोलॉजी 3, ज्योग्राफी 98, फिजिक्स 97, उर्दू 13 लेक्चरर एग्रीकल्चर 1, होम साइंस 1, म्यूजिक 13, इंजीनियरिंग ड्राइंग 2 है.