नई दिल्ली: लोकसभा में बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा मोदी सरकार 2 का आखिरी बजट पेश किया गया. सुबह 11 बजे वित्त मंत्री ने बजट भाषण दिया. वित्त मंत्री के तौर पर निर्मला सीतारमण का यह पांचवां बजट था. इस बजट को आम लोगों से जोड़कर देखा जा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस बजट को जुमला करार दिया है.
सिसोदिया ने कहा कि वित्त मंत्री ने भाजपा की मोदी सरकार 2 का आखिरी बजट पेश किया है. इसे बहुत उम्मीदें थी, लेकिन यह बजट जुमला के अलावा कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि मोदी गवर्मेंट के दो कार्यकाल में अच्छे दिनों का वायदा जुमला साबित कर दिया. इन्होंने 15 लाख देने का वायदा भी जुमला साबित कर दिया. 2014 और इसके बाद के बजट में भी हम इनके जुमले देख चुके हैं. बुलेट ट्रेन, किसानों की आय दोगुनी, पिछले साल 60 लाख नौकरी देने तक के जुमले छोड़े गए. सिसोदिया ने कहा कि इन जुमलों का क्या हुआ. उन्होंने इस बजट को देश को कर्ज में डुबाने वाला बजट करार दिया.
उन्होंने कहा कि देश पर साल 2014 तक 53 लाख करोड़ का कर्जा था. पिछले दो कार्यकाल में केंद्र सरकार ने यह कर्जा 150 लाख करोड़ का कर्जा कर दिया और इसमें 15 लाख करोड़ और जोड़ा जा रहा है. इससे देश पर 167 लाख करोड़ का कर्जा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि देश को कर्ज में लाने का भाजपा यह बजट लाई है.
सिसोदिया ने कहा कि इस बजट ने एक बार फिर दिल्ली को निराश किया है. पिछले 22 साल की तरह इस साल भी दिल्ली को केवल 325 करोड़ ही दिया गया. वहीं, एमसीडी को एक भी रुपया नहीं दिया गया. दिल्ली के लोग सेंट्रल टैक्स में 1 लाख 78 हजार करोड़ का टैक्स देते हैं, लेकिन हमें वहीं हर साल की तरह 325 करोड़ मिले हैं.
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