नई दिल्ली: बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी की बसपा सांसद दानिश अली पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद राजनीति गर्मा गई है. विपक्षी दलों के नेताओं ने इस मुद्दे को उठाते हुए पीएम मोदी और बीजेपी को निशाने पर ले लिया है. कल शाम दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविन्दर सिंह लवली की अध्यक्षता में एक आपात कालीन बैठक बुलाई गई. इस बैठक में सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में बिधूड़ी द्वारा की गई अशोभनीय टिप्पणी को लेकर कड़ी भर्त्सना की गई और निंदा प्रस्ताव भी पारित किया गया.
BJP पर नफरत फैलाने का आरोपः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरविंदर सिंह लवली ने भाजपा पर कड़े तेवर दिखाते हुए कहा कि एक प्रमुख राजनीतिक दल के सदस्य के खिलाफ खुलेआम अपमानजनक और असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया गया. संसद में दिए गए अमर्यादित भाषण नफरत का जहर फैलाने की BJP की सोची समझी रणनीति का हिस्सा है. लवली ने लोकसभा अध्यक्ष से बिधूड़ी के खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
बिधूड़ी के खिलाफ विपक्ष एकजुटः भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ विपक्षी सांसद एकजुट हैं. बसपा सांसद के खिलाफ की गई अभद्र और अशोभनीय टिप्पणी को लेकर बिधूड़ी को निलंबित किए जाने की मांग की जा रही है. टिप्पणी को लेकर भाजपा ने बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. लेकिन विपक्ष इसे कोरा नाटक बताते हुए प्रधानमंत्री द्वारा सार्वजनिक रूप से माफी मांगने व रमेश बिधूड़ी तुरंत भाजपा से निकालने की मांग की है. साथ ही पार्टी पर नफरत का जहर घोलने का आरोप लगाया है.
कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनीः वहीं कांग्रेस नेता मुकेश शर्मा ने कहा कि लोग इस बयान से आहत हैं. इसे लेकर एक बड़ा आंदोलन चलाने की तैयारी है. इस घटना पर प्रधानमंत्री ने सार्वजनिक माफी नही मांगी और रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की तो कांग्रेस के कार्यकर्ता और दिल्ली की आम जनता बीजेपी कार्यालय का घेराव करेगी. शुक्रवार को संसद के भीतर हुई इस घटना को लेकर लवली की इस आपातकालीन बैठक में दिल्ली सरकार के दिल्ली विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सुभाष चौपड़ा, पूर्व मंत्री हारुन यूसूफ, राजकुमार चौहान, मंगतराम सिंघल, परवेज हाश्मी, किरण वालिया, डॉ. नरेन्द्र नाथ, रमाकांत गोस्वामी मौजूद रहे.