नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को दिल्ली सचिवालय में यमुना नदी की सफाई से संबंधित प्रमुख परियोजनाओं की समीक्षा की. इस समीक्षा बैठक में जल मंत्री सत्येंद्र जैन और दिल्ली जल बोर्ड के कई अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान सीएम केजरीवाल ने परियोजना की धीमी प्रगति और देरी पर असंतोष व्यक्त किया और अगले सप्ताह फिर से समीक्षा बैठक बुलाने के आदेश दिए.
सीएम ने व्यक्त की चिंता
मुख्यमंत्री ने प्रत्येक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परियोजना का कार्य पूरा करने में निर्धारित समय सीमा से अधिक समय लगने पर चिंता व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि स्वच्छ यमुना परियोजना दिल्ली सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है. हमें सुनिश्चित करना होगा कि परियोजना के किसी भी चरण में कोई कोताही न बरती जाए, जिससे कि परियोजना को पूरा करने में देरी हो. उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि हर उप-परियोजना को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूरा किया जाना चाहिए.
नालों की सफाई का इंटरसेप्शन काम
इस बैठक में अधिकारियों ने जानकारी दी कि चार नालियों में से दो प्रमुख नालों सप्लीमेंट्री और शाहदरा का इंटरसेप्शन काम लगभग पूरा हो चुका है. सप्लीमेंट्री नाले से अनुपचारित पानी को दिसंबर 2021 तक पूरी तरह से टैप कर उपचारित कर लिया जाएगा. वहीं, शाहदरा नाले से अनुपचारित पानी अगले कुछ महीनों में पूरी तरह से टैप हो जाएगा. शेष दो बड़े नालों यानी नजफगढ़ और बारापुल्ला को तय समय सीमा में पूरा कर लिया जाएगा.
सेप्टिक टैंक की सफाई कार्यों की भी समीक्षा
इस बैठक में सीएम केजरीवाल ने दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों में सेप्टिक टैंक की सफाई से जुड़े योजनाओं की भी समीक्षा की. अधिकारियों ने बताया कि इससे जुड़े कार्यों में तेजी लाने के लिए कम लागत वाले विभिन्न तकनीकी प्रयोग किए जा रहे हैं. इसके तहत, अपशिष्ट जल का सीटू उपचार, सभी नालों का पूर्ण दोहन और एसटीपी उपचार के लिए काम किया जा रहा है.