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Chandni Chowk: किनारी बाजार का पद्म चाट कॉर्नर, 50 साल से है लोगों की पसंद

दिल्ली का दिल कहे जाने वाला चांदनी चौक अपने स्वाद और जायकों के लिए देशभर में मशहूर है. चांदनी चौक के किनारी बाजार के पद्म चाट कॉर्नर जो पिछले 50 साल से अपने खास स्वाद के लिए लोगों की पहली पसंद बनी हुई है.

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Published : Sep 18, 2021, 9:57 AM IST

food blog
प्रसिद्ध पद्म चाट कॉर्नर

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में यूं तो विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट और जायकेदार व्यंजनों के लिए मशहूर है. लेकिन चांदनी चौक के किनारी बाजार के अंदर स्थित पद्म चाट कॉर्नर पिछले 50 साल से लोगों की पहली पसंद बनी हुई है. किनारी बाजार में चाट का स्वाद चखने के लिए लोग दूर-दूर से जाते हैं.

पिछले कई पीढ़ियों से चाट के व्यवसाय से उमाशंकर का परिवार जुड़ा है. पद्म चाट कॉर्नर पर मिलने वाले भल्ले, पापड़ी, गोलगप्पे, कमली बाड़ा और चाट के लिए जरूरी मसाले घर पर तैयार किए जाते हैं जो स्वाद में चार चांद लगा देता है. यही वजह के कि पद्म चाट कॉर्नर ग्राहकों की पहली पसंद बनी हुई है.

50 साल से लोगों की पसंद है पद्म चाट कॉर्नर.

ये भी पढ़ें: फतेहचंद की कचौड़ियों ने लोगों को बनाया दीवाना, हर रोज हज़ारों लोग चखते हैं स्वाद

चांदनी चौक में किनारी बाजार के अंदर पद्म चाट कॉर्नर के नाम से मशहूर उमाशंकर की दुकान पिछले 50 सालों से दिल्लीवासियों के दिल में अपनी जगह बनाए हुए है. दरअसल वर्तमान में उमाशंकर यहां किनारी बाजार में चाट की दुकान लगा रहे हैं और उससे पहले उनके पिताजी और उनसे पहले इनके दादा जी यहां पर चाट की दुकान लगाया करते थे. लेकिन आज भी उमाशंकर द्वारा बनाए जा रहे चाट में वही स्वाद बरकरार है. जो उनके पिताजी या दादाजी बनाया करते थे. सुबह 5:00 बजे उठकर नहाने धोने के बाद उमाशंकर चाट के लिए जरूरी भल्ले, पापड़ी, गोलगप्पे, चटनी और मसाले तैयार करने में लग जाते हैं. जो लगभग 10:00 तक तैयार हो जाता है. जिसके बाद घर से किनारी बाजार आने तक का सफर तय होता है और फिर सुबह 11 बजे से किनारी बाजार में पद्म चाट कॉर्नर की शुरुआत हो जाती है. उसके बाद शाम 6:30 बजे से 7:00 बजे तक सारा माल बिक जाता है. हर दिन बड़ी संख्या में लोग पद्म चाट कॉर्नर पर चाट का स्वाद लेने के लिए आते हैं.

ये भी पढ़ें: अंग्रेजों के जमाने से वही जायका, मलाई व जलेबी के साथ लीजिये दूध का स्वाद

उमाशंकर ने बातचीत के दौरान बताया कि चाट के लिए जरूरी मसाले और बाकी चीजों को बनाने के समय क्वालिटी और साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाता है, ताकि ग्राहकों को किसी प्रकार की कोई शिकायत न हो और चार्ट का स्वाद बरकरार रहे.

वहीं चाट का स्वाद लेने आए ग्राहकों ने भी बातचीत के दौरान साफ तौर पर कहा कि यहां के चाट का स्वाद आपको पूरी दिल्ली में कहीं पर भी खाने को नहीं मिलेगा. विशेष तौर पर यहां के चाट में जो मसालों का प्रयोग किया जाता है. उसकी वजह से स्वाद और बढ़ जाता है. इन मसालों का किसी प्रकार से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है और लोग खुश होकर चाट के स्वाद का लुफ्त उठाते हैं.

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में यूं तो विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट और जायकेदार व्यंजनों के लिए मशहूर है. लेकिन चांदनी चौक के किनारी बाजार के अंदर स्थित पद्म चाट कॉर्नर पिछले 50 साल से लोगों की पहली पसंद बनी हुई है. किनारी बाजार में चाट का स्वाद चखने के लिए लोग दूर-दूर से जाते हैं.

पिछले कई पीढ़ियों से चाट के व्यवसाय से उमाशंकर का परिवार जुड़ा है. पद्म चाट कॉर्नर पर मिलने वाले भल्ले, पापड़ी, गोलगप्पे, कमली बाड़ा और चाट के लिए जरूरी मसाले घर पर तैयार किए जाते हैं जो स्वाद में चार चांद लगा देता है. यही वजह के कि पद्म चाट कॉर्नर ग्राहकों की पहली पसंद बनी हुई है.

50 साल से लोगों की पसंद है पद्म चाट कॉर्नर.

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चांदनी चौक में किनारी बाजार के अंदर पद्म चाट कॉर्नर के नाम से मशहूर उमाशंकर की दुकान पिछले 50 सालों से दिल्लीवासियों के दिल में अपनी जगह बनाए हुए है. दरअसल वर्तमान में उमाशंकर यहां किनारी बाजार में चाट की दुकान लगा रहे हैं और उससे पहले उनके पिताजी और उनसे पहले इनके दादा जी यहां पर चाट की दुकान लगाया करते थे. लेकिन आज भी उमाशंकर द्वारा बनाए जा रहे चाट में वही स्वाद बरकरार है. जो उनके पिताजी या दादाजी बनाया करते थे. सुबह 5:00 बजे उठकर नहाने धोने के बाद उमाशंकर चाट के लिए जरूरी भल्ले, पापड़ी, गोलगप्पे, चटनी और मसाले तैयार करने में लग जाते हैं. जो लगभग 10:00 तक तैयार हो जाता है. जिसके बाद घर से किनारी बाजार आने तक का सफर तय होता है और फिर सुबह 11 बजे से किनारी बाजार में पद्म चाट कॉर्नर की शुरुआत हो जाती है. उसके बाद शाम 6:30 बजे से 7:00 बजे तक सारा माल बिक जाता है. हर दिन बड़ी संख्या में लोग पद्म चाट कॉर्नर पर चाट का स्वाद लेने के लिए आते हैं.

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उमाशंकर ने बातचीत के दौरान बताया कि चाट के लिए जरूरी मसाले और बाकी चीजों को बनाने के समय क्वालिटी और साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाता है, ताकि ग्राहकों को किसी प्रकार की कोई शिकायत न हो और चार्ट का स्वाद बरकरार रहे.

वहीं चाट का स्वाद लेने आए ग्राहकों ने भी बातचीत के दौरान साफ तौर पर कहा कि यहां के चाट का स्वाद आपको पूरी दिल्ली में कहीं पर भी खाने को नहीं मिलेगा. विशेष तौर पर यहां के चाट में जो मसालों का प्रयोग किया जाता है. उसकी वजह से स्वाद और बढ़ जाता है. इन मसालों का किसी प्रकार से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है और लोग खुश होकर चाट के स्वाद का लुफ्त उठाते हैं.

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